नई दिल्ली/नोएडाः गौतमबुद्ध नगर डिस्टिक फीस रेगुलेटरी कमेटी की मीटिंग डीएम मनीष वर्मा की अध्यक्षता में सूरजपुर कलेक्ट्रेट में आयोजित की गई. मीटिंग कमेटी के सेक्रेट्री ने डीएम को बताया कि डिस्टिक के कुल 144 स्कूलों ने इस साल की गई फीस में बढ़ोतरी का विवरण प्रस्तुत किया, जिसमें तीन स्कूलों द्वारा फीस में अनुमन्य वृद्धि पांच प्रतिशत व सीपीआई से अतिरिक्त फीस की वसूली की गई है. इसके अलावा 76 स्कूलों ने इस वर्ष की गई फीस वृद्धि का कोई विवरण जिला फीस रेगुलेटरी कमेटी को नहीं दिया है.
स्कूलों को कारण बताओ नोटिस: डीएम ने डिस्टिक फीस रेगुलेटरी कमेटी मीटिंग में कहा कि मानकों से ज्यादा फीस बढ़ाने वाले तीन स्कूलों को नोटिस जारी कर एक हफ्ते के अंदर जवाब देने को कहा गया है कि उन्होंने मानकों से ज्यादा फीस क्यों ली है. 76 स्कूलों ने इस वर्ष की गई फीस वृद्धि का कोई विवरण डिस्टिक फीस रेगुलेटरी कमेटी को नहीं दिया है. इन सभी पर उन विद्यालयों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करते हुए एक-एक लाख रुपये का जुर्माना लगाने करने का निर्णय लिया गया है. साथ ही स्कूल के संचालकों को कारण बताओ नोटिस जारी कर एक सप्ताह में स्पष्टीकरण देने को कहा गया है.
डीएम का निर्देश: डीएम ने निर्देश दिया है कि जिन स्कूलों के खिलाफ शिकायतें प्राप्त होती हैं, प्रशासनिक अधिकारियों द्वारा उन स्कूलों की जांच कराई जाए, दोषी पाए जाने पर तत्काल कार्रवाई हो. इसके अलावा, डीएम ने स्कूलों की जांच के लिए सिटी मजिस्ट्रेट, एसडीएम दादरी, एसडीएम सदर, एसडीएम जेवर, तहसीलदार दादरी, तहसीलदार सदर और डिप्टी कलेक्टर वेद प्रकाश पांडे की अध्यक्षता में 7 जांच समितियां का गठन भी कर दिया है, जो अपने-अपने क्षेत्र के स्कूलों की जांच कर यह सुनिश्चित करेंगी, और किसी भी स्कूल में छात्र अथवा अभिवाहक को ड्रेस, स्कूल किताबें, जूते मोजे आदि खरीदने के लिए बाध्य नही किया जाए.
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