फरीदाबाद: संघ लोक सेवा आयोग की ओर से आयोजित होने वाले सिविल सेवा प्रारंभिक परीक्षा 25 मई को देश भर में आयोजित होनी है. इस बार फरीदाबाद जिले में 63 परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं. प्रशासन पूरी तरह से तैयारी में लगा हुआ है. परीक्षा के सफल संचालन के लिए लिए सेक्टर-12 स्थित एचएसवीपी कन्वेंशन हाल में डीसी विक्रम सिंह ने इससे जुड़े सभी अधिकारियों और कर्मचारियों के साथ बैठक की. बैठक में उन्हें आवश्यक निर्देश दिए गए.
कोताही पर होगी कानूनी कार्रवाईः उपायुक्त (डीसी) विक्रम सिंह ने कहा कि आगामी 25 मई रविवार को आयोजित यूपीएससी द्वारा सिविल सर्विस प्रीलिमिनरी परीक्षाओं के लिए किसी भी तरह की कोताही बर्दाश्त नहीं होगी. परीक्षाओं में कोताही बरतने वाले लोगों के खिलाफ तुरंत कानूनी कार्रवाई अमल में लाई जाएगी. परीक्षा केंद्रों में केवल वहीं अधिकारी अंदर जा सकेंगे, जिनकी ड्यूटी परीक्षा के संचालन के लिए लगाई गई है. इसके आलावा किसी भी अन्य व्यक्ति की परीक्षा केंद्रों के अन्दर जाने पर पूर्ण पाबंदी है.
दो शिफ्टों में होगी परीक्षाः डीसी विक्रम सिंह ने सेक्टर-12 स्थित एचएसवीपी कन्वेंशन हाल में फरीदाबाद में आयोजित होने वाली यूपीएससी की परीक्षाओं के सफल संचालन के लिए परीक्षा केंद्रों और अन्य ड्यूटी करने वाले अधिकारियों को दिशा-निर्देश दे रहे थे. उन्होंने कहा कि यूपीएससी द्वारा सिविल सर्विस प्रीलिमिनरी लिखित परीक्षाओं के लिए फरीदाबाद जिला में 63 परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं, जिनमें सुबह 9:30 से 11:30 (पेपर-1) और दोपहर 02:30 से 04:30 (पेपर-2), दो शिफ्टों में पेपर कराए जाएंगे.
परीक्षा के नियमों को अमल करें अधिकारी और कर्मचारीः डीसी विक्रम सिंह ने इस संबंध में ड्यूटी मजिस्ट्रेट, ट्रांजिट ऑफिसर और एलआईओ को दिशा निर्देश देते हुए कहा कि परीक्षाओं के आयोजन संबंधी सभी प्रबंध के लिए सभी अधिकारी अपने कार्य दायित्व से जुड़े दायित्वों के बारे में यूपीएससी की हिदायतों के अनुसार पूरी तरह जानकारी हासिल कर लें. उन्होंने सभी अधिकारियों को संबोधित करते हुए कहा कि वे भी अपने दायित्व बारे जानकारी हासिल करें. व्यवस्थित रूप से परीक्षाओं की योजना बनाएं और उसके सही क्रियान्वयन करें. उन्होंने ट्रांजिट ऑफिसर को सेंसिटिव मटेरियल लाने और ले जाने की यूपीएससी हिदायत की पूर्ण जानकारी लेने को कहा.
परीक्षा केंद्रों की भीतर की तैयारी पर ध्यान दें अधिकारीः उन्होंने कहा कि यूपीएससी द्वारा जारी हिदायतों की पालना करना सभी अधिकारियों का नैतिक दायित्व है और इस संबंध में किसी प्रकार की कोई कोताही न बरतें क्योंकि ऐसा करने वाले और दोषी पाए जाने वाला व्यक्ति इसके लिए खुद जिम्मेदार होगा. उन्होंने बताया कि परीक्षा केंद्रों पर मूलभूत सुविधाएं, बिजली, पंखे, जैमर, पेयजल, शौचालय और साफ सफाई सहित अन्य उचित व्यवस्था के प्रबंधन के बारे में भी अधिकारी ध्यान रखें और सुरक्षा के दृष्टिगत ऐसी कोई भी परीक्षा सहयोगी सामग्री जो आपत्तिजनक है, उसको केंद्र में अंदर जाने न दें.