फरीदाबाद: हरियाणा के फरीदाबाद में ऑनलाइन टास्क ने नाम पर 1,44,500 रुपये की ठगी के मामले में पुलिस ने कार्रवाई की है. साइबर थाना NIT की पुलिस टीम ने 6 आरोपियों को जयपुर से गिरफ्तार किया है. गिरफ्तार किए गए आरोपियों में कुणाल खमानी, हीरालाल, सुभाष, जीतू कुमावत, कमल और राजूराम शामिल है. पकड़े गए आरोपियों का गैंग पहले व्हाट्सएप पर पार्ट टाइम ऑनलाइन टास्क का ऑफर देता है. इसके बाद टेलीग्राम ग्रुप में जोड़कर ठगी करता था. गैंग आगे के टास्क के लिए अलग-अलग फीस के नाम पर ठगी करता था.
कमीशन के लोभ में दिया था अपना बैंक अकाउंटः गिरफ्तार कुणाल खाताधारक है. वह जयपुर में कपड़े की दुकान पर काम करता है, जिसने कमीशन के लालच में अपना अकाउंट सुभाष को दिया था. कुणाल के अकाउंट में ठगी के कुल 94,500 रुपये आए थे. वहीं आरोपी सुभाष अकाउंट प्रोवाइडर है. वह बीए फाइनल ईयर की पढ़ाई कर रहा है. सुभाष ने यह अकाउंट कमीशन पर आगे हीरालाल को प्रोवाइड करवाया था, हीरालाल का काम अकाउंट मैनेज करना था और डिटेल्स आगे ठगों को प्रोवाइड कराना था.
4 दिन की पुलिस रिमांड पर गिरफ्तार सभी आरोपीः हीरालाल ने आरोपी राजूराम, कमल और जीतू को अकाउंट से ठगी के पैसों को ATM से निकलने के लिए रखा हुआ था. कमल और जीतू बारहवीं पास है और बेरोजगार है. वहीं राजूराम आईटीआई पास है. आरोपियों को अधिक पूछताछ के लिए न्यायालय में पेश कर 4 दिन के पुलिस रिमांड पर लिया गया है.
पहली बार 25 टास्क पर 850 रुपये मिलाः पुलिस प्रवक्ता यशपाल सिंह ने बताया कि थाना साइबर NIT में एसजीएम नगर निवासी एक महिला ने शिकायत दी, जिसमें आरोप लगाया कि उसके पास व्हाट्सएप पर एक लड़की का मैसेज आया. मैसेज में उसे ऑनलाइन टास्क के रूप में पार्ट टाइम जॉब का ऑफर दिया गया. उसे पहले 25 टास्क पूरे करने पर 850 रुपये दिए गए. इसके बाद शिकायतकर्ता को एक टेलीग्राम ग्रुप में जोड़ा गया और आगे के टास्क के रूप में कार्य जारी रखने के लिए उससे 10,000 रुपये मांगे, जिस पर उसने उनके द्वारा दिए गए अकाउंट में पैसे जमा करा दिए. टास्क पूरा करने के बाद शिकायतकर्ता को 15080 रुपये मिले.
1,44,500 रुपये की ठगी के बाद फर्जीवाड़े का खुलासाः शिकायकर्ता ने बताया कि काम का पैसा मिलने के बाद अगले दिन काम शुरू करने के लिए उससे 10,000 रुपये जमा करवाए. जब काम करना शुरू किया तो स्पेशल बूस्ट नाम से नोटिफिकेशन आया जिसकी वजह से शिकायतकर्ता को 21,417 रुपये और डिपॉजिट करने को बोला गया जो उसने बताए गए अकाउंट में UPI के जरिए डाल दिए. इसके बाद शिकायतकर्ता को 36946 रुपये मिल गए और जिनको शिकायतकर्ता ने बैंक से निकाल लिया. इसके उपरांत ठगों ने लालच देकर शिकायतकर्ता से विभिन्न ट्रांजैक्शन के माध्यम से 1,44,500 रुपये खातों में जमा करवा लिए और जब शिकायतकर्ता ने पैसे निकालने को चाहा तो नहीं निकाल पाया. इस प्रकार शिकायतकर्ता के साथ 1,44,500 रुपये की ठगी हुई. जिस संबंध में थाना साइबर NIT मे मामला दर्ज किया गया.