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कुल्लू में खड़े हैं 357 'यमराज', एक ले चुका है छह लोगों की जान - DANGEROUS TREES IDENTIFIED IN KULLU

कुल्लू में कई खतरनाक पेड़ अभी भी खड़े हैं. इन पेड़ों को अभी भी नहीं हटाया गया है.

कुल्लू में 357 खतरनाक पेड़ चिन्हित
कुल्लू में 357 खतरनाक पेड़ चिन्हित (फाइल फोटो)
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By ETV Bharat Himachal Pradesh Team

Published : April 5, 2025 at 7:31 PM IST

3 Min Read

कुल्लू: जिला की मणिकर्ण घाटी में जहां बीते दिनों पहाड़ी से पेड़ गिरने के चलते 6 लोगों की मौत हो गई तो वहीं, अब वन विभाग भी ऐसे पेड़ों को काटने के लिए हरकत में आ गया है. वन विभाग ने कुल्लू जिला में 357 खतरनाक पेड़ चिह्नित किए हैं, जो हादसे को न्योता दे रहे हैं और अभी तक इन सभी पेड़ों को हटाया नहीं गया है.

पार्वती डिवीजन में 329, सराज में 16 और कुल्लू में 12 खतरनाक पेड़ चिह्नित किए गए हैं. इसमें कुछ पेड़ सड़क किनारे तो कुछ पेड़ सार्वजनिक जगहों पर हैं, जो सूख चुके हैं. कुछ पेड़ों की जड़ें खत्म हो गई हैं जो कभी भी गिर सकती हैं, अगर समय पर इन्हें नहीं हटाया गया तो ये लोगों की जान ले सकते हैं. ये पेड़ साक्षात यमराज हैं. 30 मार्च को मणिकर्ण में गुरूद्वारे के समीप सड़क किनारे पेड़ गिरने से 12 लोग उसकी चपेट में आ आए थे, जिसमें से छह लोगों की मौके पर मौत हो गई थी, जबकि छह लोग घायल हुए थे. इसमें ज्यादातर पर्यटक शामिल थे. हादसों से सबक लेते हुए जिला भर में चिह्नित किए गए पेड़ों को समय रहते हटाना चाहिए, ताकि फिर से ऐसे हादसे पेश न आ सकें. इससे पूर्व भी कुल्लू जिला के विभिन्न स्थानों में पेड़ों के गिरने से कई हादसे पेश आ चुके हैं.

कुल्लू में 357 खतरनाक पेड़ चिन्हित
कुल्लू में 357 खतरनाक पेड़ चिन्हित (कॉन्सेप्ट इमेज)

पार्वती में 14 पड़ों को हटाने का काम जारी

खतरनाक पेड़ों को हटाने के लिए एसडीएम की अनुमति लेनी पड़ती है. अब पार्वती डिवीजन के तहत 14 पेड़ जो ज्यादा संवेदनशील है उन्हें हटाने का कार्य चल रहा है. जिला कुल्लू के मणिकर्ण में भी अब ऐसे खतरनाक पेड़ों को काटा जा रहा है, जिसके लिए एनएचपीसी कॉलोनी से लेकर मणिकर्ण के बीच 7 अप्रैल तक दो घंटे के लिए यातायात को बंद रखा जा रहा हैं, जिससे पेड़ों को हटाने का कार्य सुचारू रूप से हो सके. दोपहर 03:00 बजे से शाम 05:00 बजे के बीच वाहनों की आवाजाही इस मार्ग पर बंद रखी जाएगी. वन विभाग की ओर से प्रारंभिक तौर पर 14 पेड़ों को चिह्नित किया गया है. इन्हें विभाग की ओर से हटाया जाएगा. इसी प्रक्रिया के तहत 5 पेड़ों को काट दिया गया हैं.

कहां पर कौन कौन से पेड़ किए हैं चिह्नित

पार्वती डिवीजन के तहत शहतूत-एक, विल्लो-38, कोष-31, पॉपुलर-53, माहुन-3, चील-198, रोविनिया-एक, दरेक- एक, मोरन-एक, मलबरी के दो पेड़ चिह्नित किए हैं. कुल्लू में देवदार के पांच, बान-एक, चील के आठ, कायल के दो पेड़ चिह्नित किए हैं. सराज में पापुलर के सात, कोष के दो, विल्लो के दो, देवदार का एक पेड़ चिह्नित किया गया है.

वन वृत कुल्लू के अरण्यपाल संदीप शर्मा ने कहा कि, 'जिला कुल्लू में ऐसे पेड़ चिह्नित किए गए हैं जो पेड़ जीवन और संपत्ति के लिए खतरनाक है उन्हें जल्द हटाया जाएगा. विभाग लगातार इस पर कार्य कर रहा है.'

कुल्लू: जिला की मणिकर्ण घाटी में जहां बीते दिनों पहाड़ी से पेड़ गिरने के चलते 6 लोगों की मौत हो गई तो वहीं, अब वन विभाग भी ऐसे पेड़ों को काटने के लिए हरकत में आ गया है. वन विभाग ने कुल्लू जिला में 357 खतरनाक पेड़ चिह्नित किए हैं, जो हादसे को न्योता दे रहे हैं और अभी तक इन सभी पेड़ों को हटाया नहीं गया है.

पार्वती डिवीजन में 329, सराज में 16 और कुल्लू में 12 खतरनाक पेड़ चिह्नित किए गए हैं. इसमें कुछ पेड़ सड़क किनारे तो कुछ पेड़ सार्वजनिक जगहों पर हैं, जो सूख चुके हैं. कुछ पेड़ों की जड़ें खत्म हो गई हैं जो कभी भी गिर सकती हैं, अगर समय पर इन्हें नहीं हटाया गया तो ये लोगों की जान ले सकते हैं. ये पेड़ साक्षात यमराज हैं. 30 मार्च को मणिकर्ण में गुरूद्वारे के समीप सड़क किनारे पेड़ गिरने से 12 लोग उसकी चपेट में आ आए थे, जिसमें से छह लोगों की मौके पर मौत हो गई थी, जबकि छह लोग घायल हुए थे. इसमें ज्यादातर पर्यटक शामिल थे. हादसों से सबक लेते हुए जिला भर में चिह्नित किए गए पेड़ों को समय रहते हटाना चाहिए, ताकि फिर से ऐसे हादसे पेश न आ सकें. इससे पूर्व भी कुल्लू जिला के विभिन्न स्थानों में पेड़ों के गिरने से कई हादसे पेश आ चुके हैं.

कुल्लू में 357 खतरनाक पेड़ चिन्हित
कुल्लू में 357 खतरनाक पेड़ चिन्हित (कॉन्सेप्ट इमेज)

पार्वती में 14 पड़ों को हटाने का काम जारी

खतरनाक पेड़ों को हटाने के लिए एसडीएम की अनुमति लेनी पड़ती है. अब पार्वती डिवीजन के तहत 14 पेड़ जो ज्यादा संवेदनशील है उन्हें हटाने का कार्य चल रहा है. जिला कुल्लू के मणिकर्ण में भी अब ऐसे खतरनाक पेड़ों को काटा जा रहा है, जिसके लिए एनएचपीसी कॉलोनी से लेकर मणिकर्ण के बीच 7 अप्रैल तक दो घंटे के लिए यातायात को बंद रखा जा रहा हैं, जिससे पेड़ों को हटाने का कार्य सुचारू रूप से हो सके. दोपहर 03:00 बजे से शाम 05:00 बजे के बीच वाहनों की आवाजाही इस मार्ग पर बंद रखी जाएगी. वन विभाग की ओर से प्रारंभिक तौर पर 14 पेड़ों को चिह्नित किया गया है. इन्हें विभाग की ओर से हटाया जाएगा. इसी प्रक्रिया के तहत 5 पेड़ों को काट दिया गया हैं.

कहां पर कौन कौन से पेड़ किए हैं चिह्नित

पार्वती डिवीजन के तहत शहतूत-एक, विल्लो-38, कोष-31, पॉपुलर-53, माहुन-3, चील-198, रोविनिया-एक, दरेक- एक, मोरन-एक, मलबरी के दो पेड़ चिह्नित किए हैं. कुल्लू में देवदार के पांच, बान-एक, चील के आठ, कायल के दो पेड़ चिह्नित किए हैं. सराज में पापुलर के सात, कोष के दो, विल्लो के दो, देवदार का एक पेड़ चिह्नित किया गया है.

वन वृत कुल्लू के अरण्यपाल संदीप शर्मा ने कहा कि, 'जिला कुल्लू में ऐसे पेड़ चिह्नित किए गए हैं जो पेड़ जीवन और संपत्ति के लिए खतरनाक है उन्हें जल्द हटाया जाएगा. विभाग लगातार इस पर कार्य कर रहा है.'

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