पटना: शनिवार को पटना में राज्य स्वास्थ्य समिति की ओर से आयोजित कार्यक्रम में स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने 228 विशेषज्ञ चिकित्सकों को नियुक्ति पत्र वितरित किया. इन सभी विशेषज्ञ चिकित्सकों की नियुक्ति राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन अंतर्गत विभिन्न कार्यक्रमों के लिए की गई है. संविदा के तहत इनकी नियोजन हुई है.
चिकित्सकों की होगी मनपसंद पोस्टिंग: हालांकि स्वास्थ्य विभाग के अपर मुख्य सचिव प्रत्यय अमृत ने कार्यक्रम के दौरान स्पष्ट किया कि पूरे मनोयोग से चिकित्सक काम करेंगे तो वह कहीं और के लिए शिफ्ट नहीं किए जाएंगे. उन्होंने कहा की नियुक्ति पत्र मिलने के बाद आप चिकित्सकों ने जिस जिले के लिए अपनी इच्छा जाहिर की है, वहीं पर आपकी नियुक्ति होगी.
228 विशेषज्ञ चिकित्सकों का हुआ चयन: राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन अंतर्गत नवनियुक्त 228 विशेषज्ञ चिकित्सकों में 30 ऑर्थोपेडिक सर्जन, 27 जनरल सर्जन, 25 एमडी मेडिसिन, 17 ऑपथर्मोलॉजिस्ट, 55 ऑब्स्ट्रिशियन/ गाइनेकोलॉजिस्ट, 38 पीडियाट्रिशियन, 13 ईएनटी सर्जन, 12 साइकैटरिस्ट, 3 डर्मेटोलॉजिस्ट और 8 एनीस्थिटिस्टिक शामिल है.

डॉक्टर को नियुक्ति पत्र के साथ मिला लैपटॉप: सभी चिकित्सकों को पदस्थापना स्थल के अनुरूप भव्या पोर्टल पर सूचीबद्ध करते हुए उन्हें आईडी और पासवर्ड के साथ-साथ भव्या का वर्कशॉप भी कराया गया. इसके साथ ही चिकित्सकों की विशेषज्ञ के अनुरूप किट भी उपलब्ध कराए गए. नव नियुक्त चिकित्सकों को स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे ने नियुक्ति पत्र के साथ-साथ एक-एक लैपटॉप भी प्रदान किया.

3 महीने में 41000 नौकरियां: इस मौके पर स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने कहा कि राज्य में एनडीए सरकार में स्वास्थ्य सेवाओं का लगातार विस्तार हो रहा है. एक तरफ से दूर ग्रामीण क्षेत्र में हेल्थ इंफ्रास्ट्रक्चर बेहतर किया जा रहे हैं, वहीं दूसरी ओर नियुक्ति की भी प्रक्रिया लगातार जारी है. आने वाले 15 दिनों में एनएचएम के तहत ही 722 मेडिकल ऑफिसर्स की नियुक्ति की जाएगी.
"आज अधिवेशन भवन पटना में विशेषज्ञ चिकित्सकों को नियुक्ति पत्र वितरित किया. इससे स्वास्थ्य विभाग को मजबूती मिलेगी. बिहार की एनडीए सरकार प्रदेश में स्वास्थ्य व्यवस्था के विस्तार हेतु निरंतर कार्य कर रही है और इसके प्रति पूरी तरह संकल्पित है."- मंगल पांडेय, मंत्री, स्वास्थ्य विभाग, बिहार
अधिवेशन भवन पटना में विशेषज्ञ चिकित्सकों को नियुक्ति पत्र वितरित किया। इससे स्वास्थ्य विभाग को मजबूती मिलेगी। बिहार की एनडीए सरकार प्रदेश में स्वास्थ्य व्यवस्था के विस्तार हेतु निरंतर कार्य कर रही है और इसके प्रति पूरी तरह संकल्पित है। pic.twitter.com/YHAB8z82SA
— Mangal Pandey (@mangalpandeybjp) May 31, 2025
41000 पदों पर वैकेंसी की प्रक्रिया जारी: मंगल पांडेय ने बताया कि स्वास्थ्य विभाग में 41000 पदों पर वैकेंसी की प्रक्रिया चल रही है, जिसमें 8500 से अधिक डॉक्टर्स हैं. इस प्रक्रिया के तहत कई क्षेत्रों के लिए एग्जाम हो गए हैं और यह पूरी प्रक्रिया 3 महीने में पूरी कर ली जाएगी. स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में एनडीए सरकार नौकरी और रोजगार सृजन के दिशा में काम कर रही है.
तकनीक का विभाग कर रहा इस्तेमाल: स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने कहा कि राज्य में 3 महीने के अंदर स्वास्थ्य विभाग में 41000 लोगों को नौकरियां मिलने जा रही है. सरकार स्वास्थ्य विभाग में मानव बल की कमी को दूर करने के साथ-साथ बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं लोगों को उपलब्ध कराने की दिशा में लगातार काम कर रही है. इसके साथ ही नियुक्ति पत्र के साथ चिकित्सकों को एक लैपटॉप दिया जा रहा है अर्थात स्पष्ट है कि तकनीक को सरकार बढ़ावा दे रही है, ताकि अत्यधिक दौड़ के अनुसार मरीज का सभी डाटाबेस तैयार हो और डाटा स्टडी के साथ उनका बेहतर ट्रीटमेंट हो सके.
ये भी पढ़ें:
स्वास्थ्य विभाग में बंपर वैकेंसी, 66 हजार पदों पर होगी नई नियुक्ति
खुशखबरी! बिहार में 27,375 आशा कार्यकर्ताओं की होने जा रही है बहाली, जानें पूरा प्रोसेस
बिहार की स्वास्थ्य व्यवस्था में सुधार! 2005 में मातृ मृत्यु दर थी 374, 2025 में घटकर हुई 100