बीजापुर: छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले में 22 नक्सलियों ने आत्मसमर्पण किया है. जिनमें से चार पर 26 लाख रुपये का इनाम था. बीजापुर पुलिस ने इसकी पुष्टि की. सरेंडर करने वाले नक्सलियों को सरकार की नक्सल पुनर्वास नीति के तहत लाभ दिया गया.
6 महिलाओं सहित 22 नक्सलियों का सरेंडर: बीजापुर के पुलिस अधीक्षक जितेंद्र कुमार यादव ने बताया कि छह महिलाओं समेत नक्सलियों ने पुलिस और केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के वरिष्ठ अधिकारियों के समक्ष आत्मसमर्पण किया. नियद नेल्लानार योजना से प्रभावित होकर सभी नक्सलियों ने सरेंडर किया.
चार नक्सलियों पर 26 लाख का इनाम: PLGA बटालियन नम्बर 01 सदस्य, TSC (तेलंगाना स्टेट कमेटी) अंतर्गत सीआरसी कंपनी नम्बर 02 के सदस्य, एसीएम, मिलिशिया डिप्टी कमांडर, मिलिशिया सदस्य, केएमएस उपाध्यक्ष, मिलिशिया प्लाटून डिप्टी कमांडर, मिलिशिया प्लाटून सदस्य, जनताना सरकार सदस्य, पदेड़ा, गलगम, कोत्तागुड़ा, कमलापुर, डुमरीपालनार, कोरसागुड़ा आरपीसी के सदस्य समेत कुल 22 माओवादी शामिल है.

माओवादियों की पीएलजीए (पीपुल्स लिबरेशन गुरिल्ला आर्मी) बटालियन नंबर 1 के सदस्य कमली हेमला (32) और तेलंगाना राज्य समिति के तहत एक कंपनी में पार्टी सदस्य मुया माडवी (19) पर 8-8 लाख रुपये का इनाम था. एसपी ने बताया कि माओवादियों के पश्चिम बस्तर डिवीजन में प्रेस टीम कमांडर सोनू ताती (28) और भैरमगढ़ क्षेत्र समिति में पीएलजीए सदस्य महेश पुनेम पर 5-5 लाख रुपये का इनाम था.

179 नक्सलियों ने छोड़ी हिंसा: एसपी ने बताया कि इस साल अब तक जिले में 179 नक्सली हिंसा छोड़ चुके हैं. इसके अलावा, इस अवधि के दौरान जिले में अलग-अलग घटनाओं में 83 नक्सली मारे गए और 172 गिरफ्तार किए गए. उन्होंने बताया कि आत्मसमर्पण करने वाले नक्सलियों को 50-50 हजार रुपये की सहायता दी गई और सरकार की नीति के अनुसार उनका पुनर्वास किया जाएगा. पुलिस ने बताया कि 2024 में बीजापुर और दंतेवाड़ा सहित सात जिलों वाले बस्तर क्षेत्र में कम से कम 792 नक्सलियों ने आत्मसमर्पण किया था.
