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"घनी आबादी में थी बिल्डिंग, 20 साल पुरानी थी", नगर निगम का बयान; CM ने कहा- चिह्नित की जाएंगी कमजोर इमारतें - MUSTAFABAD BUILDING COLLAPSE

नगर निगम के मुताबिक, संपत्ति एक अनधिकृत कॉलोनी में स्थित है, जो संकरी गलियों के साथ घनी आबादी वाला क्षेत्र है.

दिल्ली मुस्तफाबाद इलाके में बिल्डिंग ढहने के बाद रेस्क्यू का काम जारी
दिल्ली मुस्तफाबाद इलाके में बिल्डिंग ढहने के बाद रेस्क्यू का काम जारी (ETV BHARAT)
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By ETV Bharat Delhi Team

Published : April 19, 2025 at 6:59 PM IST

3 Min Read

नई दिल्ली: दिल्ली के मुस्तफाबाद इलाके में शुक्रवार देर रात बिल्डिंग ढहने के मामले में अब जांच शुरू हो गई है. अब जर्जर इमारतों को चिह्नित करने का काम किया जाएगा. जहां हादसा हुआ, उस कॉलोनी को नगर निगम ने घनी आबादी वाला एरिया बताया है.

नगर निगम की ओर से आया बयानः नियंत्रण कक्ष से संपत्ति संख्या डी-26, शक्ति विहार, गली नंबर 1, नेहरू विहार, दिल्ली के ढहने के बारे में संदेश प्राप्त हुआ. सूचना मिलते ही भवन विभाग, रखरखाव विभाग और स्वच्छता विभाग के फील्ड कर्मचारी आवश्यक उपकरणों और कर्मियों के साथ मौके पर पहुंचे. एनडीआरएफ और अन्य बचाव दल पहले से ही मौके पर थे और उन्होंने अभियान शुरू कर दिया था.

संपत्ति एक अनधिकृत कॉलोनी में स्थित है, जो संकरी गलियों के साथ घनी आबादी वाला क्षेत्र है. स्थानीय जांच और पुलिस सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, यह पाया गया कि उक्त संपत्ति, जिसका अनुमानित प्लॉट एरिया 60 वर्ग गज है, जिसमें एक ग्राउंड फ्लोर और तीन अतिरिक्त मंजिलें शामिल हैं. बताया गया कि यह संरचना लगभग 20 साल पुरानी थी और पूरी तरह से आबाद थी.

डिविजनल फायर ऑफिसर राजेंद्र अटवाल ने बताया कि देर रात करीब 2:50 बजे एक मकान ढहने की सूचना मिली थी. मौके पर पहुंचने पर पता चला कि पूरी बिल्डिंग ढह गई है और लोग मलबे में फंसे हुए हैं. फिर पुलिस के साथ मिलकर बचाव अभियान चलाया गया.

जहां हादसा हुआ वो संकरी गलियों के साथ घनी आबादी वाला क्षेत्र है.
जहां हादसा हुआ वो संकरी गलियों के साथ घनी आबादी वाला क्षेत्र है. (ETV Bharat)

क्या बोलीं सीएम रेखा गुप्ताः पूरे मामले में मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने कहा, "सारे नियमों को ताक पर रखकर ऐसे मकानों का निर्माण हो रहा है. ऐसे में जो भी अधिकारी इसमें दोषी हैं, उनको सजा मिलनी चाहिए. जिस बिल्डर ने इसे बनाया है उसे भी सजा मिलनी चाहिए. पूरे शहर में जो भी ऐसे मकान हैं उनको नोटिस मिलना चाहिए. सभी पर कार्रवाई होनी चाहिए."

वहीं, डिप्टी स्पीकर और मुस्तफाबाद से विधायक मोहन सिंह बिष्ट ने भी मौके पर पहुंचकर हालात का जायजा लिया. उन्होंगे कहा कि हादसा MCD की लापरवाही और भ्रष्टाचार का नतीजा है. उन्होंने बताया कि चुनाव जीतने के बाद उन्होंने इस इमारत को खतरनाक बताया था और LG व MCD को आगाह भी किया था. बिष्ट ने कहा कि मुस्तफाबाद में कई अवैध और जर्जर इमारतें हैं. मृतकों के परिवार को मुआवजा देने की घोषणा की गई है.

बता दें कि दिल्ली के मुस्तफाबाद इलाके में शुक्रवार देर रात ढाई बजे 4 मंजिला बिल्डिंग ढह गई. हादसे में अब तक 11 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि 11 लोगों को इलाज चल रहा है. पुलिस के मुताबिक, हादसे में 22 से ज्यादा लोग मलबे में दब गए थे.

ये भी पढ़ें :

मुस्तफाबाद में बिल्डिंग गिरने का सीसीटीवी फुटेज आया सामने, अचानक जमींदोज हुई बिल्डिंग

बिल्डिंग गिरने के मामले में CM रेखा गुप्ता ने दिए जांच के आदेश, कहा- जिम्मेदारों पर होगी कार्रवाई

दिल्ली के मुस्तफाबाद में इमारत ढही, 4 की मौत; कई लोगों के दबे होने की आशंका

नई दिल्ली: दिल्ली के मुस्तफाबाद इलाके में शुक्रवार देर रात बिल्डिंग ढहने के मामले में अब जांच शुरू हो गई है. अब जर्जर इमारतों को चिह्नित करने का काम किया जाएगा. जहां हादसा हुआ, उस कॉलोनी को नगर निगम ने घनी आबादी वाला एरिया बताया है.

नगर निगम की ओर से आया बयानः नियंत्रण कक्ष से संपत्ति संख्या डी-26, शक्ति विहार, गली नंबर 1, नेहरू विहार, दिल्ली के ढहने के बारे में संदेश प्राप्त हुआ. सूचना मिलते ही भवन विभाग, रखरखाव विभाग और स्वच्छता विभाग के फील्ड कर्मचारी आवश्यक उपकरणों और कर्मियों के साथ मौके पर पहुंचे. एनडीआरएफ और अन्य बचाव दल पहले से ही मौके पर थे और उन्होंने अभियान शुरू कर दिया था.

संपत्ति एक अनधिकृत कॉलोनी में स्थित है, जो संकरी गलियों के साथ घनी आबादी वाला क्षेत्र है. स्थानीय जांच और पुलिस सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, यह पाया गया कि उक्त संपत्ति, जिसका अनुमानित प्लॉट एरिया 60 वर्ग गज है, जिसमें एक ग्राउंड फ्लोर और तीन अतिरिक्त मंजिलें शामिल हैं. बताया गया कि यह संरचना लगभग 20 साल पुरानी थी और पूरी तरह से आबाद थी.

डिविजनल फायर ऑफिसर राजेंद्र अटवाल ने बताया कि देर रात करीब 2:50 बजे एक मकान ढहने की सूचना मिली थी. मौके पर पहुंचने पर पता चला कि पूरी बिल्डिंग ढह गई है और लोग मलबे में फंसे हुए हैं. फिर पुलिस के साथ मिलकर बचाव अभियान चलाया गया.

जहां हादसा हुआ वो संकरी गलियों के साथ घनी आबादी वाला क्षेत्र है.
जहां हादसा हुआ वो संकरी गलियों के साथ घनी आबादी वाला क्षेत्र है. (ETV Bharat)

क्या बोलीं सीएम रेखा गुप्ताः पूरे मामले में मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने कहा, "सारे नियमों को ताक पर रखकर ऐसे मकानों का निर्माण हो रहा है. ऐसे में जो भी अधिकारी इसमें दोषी हैं, उनको सजा मिलनी चाहिए. जिस बिल्डर ने इसे बनाया है उसे भी सजा मिलनी चाहिए. पूरे शहर में जो भी ऐसे मकान हैं उनको नोटिस मिलना चाहिए. सभी पर कार्रवाई होनी चाहिए."

वहीं, डिप्टी स्पीकर और मुस्तफाबाद से विधायक मोहन सिंह बिष्ट ने भी मौके पर पहुंचकर हालात का जायजा लिया. उन्होंगे कहा कि हादसा MCD की लापरवाही और भ्रष्टाचार का नतीजा है. उन्होंने बताया कि चुनाव जीतने के बाद उन्होंने इस इमारत को खतरनाक बताया था और LG व MCD को आगाह भी किया था. बिष्ट ने कहा कि मुस्तफाबाद में कई अवैध और जर्जर इमारतें हैं. मृतकों के परिवार को मुआवजा देने की घोषणा की गई है.

बता दें कि दिल्ली के मुस्तफाबाद इलाके में शुक्रवार देर रात ढाई बजे 4 मंजिला बिल्डिंग ढह गई. हादसे में अब तक 11 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि 11 लोगों को इलाज चल रहा है. पुलिस के मुताबिक, हादसे में 22 से ज्यादा लोग मलबे में दब गए थे.

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