नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन और मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता के नेतृत्व में दिल्ली सरकार बेहतर कनेक्टिविटी की दिशा में लगातार काम कर रही है. इसी कड़ी में आज परिवहन मंत्री डॉ. पंकज कुमार सिंह ने दिल्ली परिवहन निगम (DTC) की बोर्ड बैठक की अध्यक्षता की. बैठक में दिल्ली के पब्लिक ट्रांसपोर्ट सिस्टम को और बेहतर बनाने के लिए कई अहम फैसले लिए गए.
100 टाइप-3 इलेक्ट्रिक इंटर-स्टेट बसें: बोर्ड ने मंत्री को अवगत कराया गया कि डीटीसी के तहत 100 टाइप-3 इलेक्ट्रिक इंटर-स्टेट बसें चलाई जाएंगी. ये बसें पूरी तरह से इलेक्ट्रिक होंगी और दिल्ली से सटे राज्यों केलगभग 17 रूट्स पर चलेंगी, जिनमें कई धार्मिक स्थल भी शामिल हैं. परिवहन मंत्री डॉ पंकज कुमार सिंह ने कहा कि यह पहल सरकार के "विकसित संकल्प पत्र" और "ग्रीन दिल्ली, क्लीन दिल्ली" विजन के अनुरूप है. इन बसों को डीटीसी के मौजूदा ड्राइवर ही चलाएंगे, जिससे कर्मचारियों का पूरा लाभ लिया जा सकेगा.
सरकार का "विकसित संकल्प पत्र":इसके अलावा बोर्ड ने डीटीसी की आमदनी बढ़ाने के लिए विज्ञापनों के जरिये नॉन - फेयर रेवेन्यू को बढ़ाने की योजना भी रखी. इस प्रयास से डीटीसी को सालाना लगभग 5 करोड़ रुपये की आमदनी विज्ञापनों के जरिये संभावित है, साथी ही नई बसों के बेड़े में जुड़ने से विज्ञापनों के जरिये डीटीसी की आमदनी और बढ़ेगी.
इंटर-स्टेट इलेक्ट्रिक बसें: ये इंटर-स्टेट इलेक्ट्रिक बसें दिल्ली को न सिर्फ बेहतर कनेक्टिविटी देंगी, बल्कि स्वच्छ वातावरण में भी योगदान करेंगी. साथ ही, विज्ञापनों से होने वाली आय डीटीसी को आर्थिक रूप से और मजबूत बनाएगी.”
इस बैठक में लिए गए निर्णय दिल्ली सरकार की इस प्रतिबद्धता को दोहराते हैं कि हर नागरिक को पर्यावरण के अनुकूल, सुलभ और किफायती सार्वजनिक परिवहन मुहैया कराया जाए और साथ ही संस्थानों को आत्मनिर्भर भी बनाया जाए.
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