नई दिल्ली : भारत और बांग्लादेश की टीमें 19 सितंबर को एक-दूसरे के खिलाफ दो मैचों की टेस्ट सीरीज की शुरुआत करने के लिए तैयार हैं. इस बार बांग्लादेश को लेकर उत्सुकता है. वह दो मैचों की विदेशी टेस्ट सीरीज में पाकिस्तान का सूपड़ा साफ करके आ रहे हैं. उनके हेड कोच ने भी दावा किया है कि यह बांग्लादेश की अब तक सबसे संतुलित टेस्ट टीम है. दूसरी और भारतीय टीम एक ब्रेक के बाद टेस्ट मैचों में वापसी कर रही है.
दोनों टीमों के पिछले पांच टेस्ट मैचों की बात करें तो भारत ने अपने चार टेस्ट मैच जीते हैं. बांग्लादेश को सिर्फ दो मैचों में जीत मिली है. लेकिन यह जीत उनको हाल में ही पाकिस्तान के खिलाफ मिली है जिसने उनको बड़ा बूस्ट दिया है. पाकिस्तान के बांग्लादेश के खिलाफ अंतिम दो मैच बड़ी विकट परिस्थितियों में खेले गए थे. जहां मेहमान टीम ने न केवल वापसी की बल्कि टेस्ट मैच भी जीते थे. बांग्लादेश ने पहला टेस्ट मैच 10 विकेट और दूसरा मैच 6 विकेट से जीता था.
पाकिस्तान के खिलाफ 2-0 की जीत में बांग्लादेश के लिए मुशफिकुर रहीम ने 108.00 की औसत के साथ 216 रन बनाए थे. लिटन दास ने 97 की औसत के साथ 194 रन बनाए. गेंदबाजी में बांग्लादेश के मेहदी हसन मिराज 18.60 की औसत के साथ 10 विकेट लेकर निर्णायक साबित हुए थे। इसके अलावा हसन महमूद ने भी 8 विकेट लिए थे.
इससे पहले बांग्लादेश ने इसी साल मार्च में श्रीलंका के खिलाफ दो मैचों की टेस्ट सीरीज खेली थी. इस बार श्रीलंका की टीम बांग्लादेश आई थी. बांग्लादेश का पहले टेस्ट मैच में प्रदर्शन काफी खराब रहा था. दोनों में किसी भी पारी में बांग्लादेश 200 नहीं कर सका था. दूसरे टेस्ट मैच में भी बांग्लादेश की पहली पारी 178 रनों पर सिमट गई थी. दूसरी पारी में बांग्लादेश ने 318 रन बनाए थे. अगर इस सीरीज की बात करें तो बांग्लादेश बैटिंग यूनिट के तौर पर पूरी तरह से फेल हुई थी.
इससे पहले हुए टेस्ट मैच में बांग्लादेश को करीबी हार मिली थी. तब न्यूजीलैंड की टीम ने पिछले साल के अंत में बांग्लादेश का दौरा किया था. बांग्लादेश एक बार फिर से दोनों पारियों में 200 का आंकड़ा नहीं छू सका था लेकिन उन्होंने अपनी शानदार गेंदबाजी में कीवियों को भी बहुत परेशान किया था. उस मैच में बांग्लादेश ने पहली पारी में 172 रन बनाकर, न्यूजीलैंड को भी 180 पर ढेर कर दिया था. यह बांग्लादेश के दूसरी पारी में बनाए गए सिर्फ 144 रन थे जिसने मेजबानों को हराने का आधार तैयार किया था. हालांकि न्यूजीलैंड द्वारा 136 रन बनाने में भी 6 विकेट गिर चुके थे.
यह मुकाबला पूरी तरह से स्पिनरों के नाम रहा था. भारत के खिलाफ भी बांग्लादेश को जहां पहला टेस्ट खेलना है वह चेपॉक पिच भी स्पिनरों के लिए काफी मददगार मानी जाती है. बांग्लादेश द्वारा खेले गए अंतिम पांच टेस्ट मैचों की कहानी बताती है कि उन्होंने पांच में से तीन मैच ऐसे खेले जहां वह जीते या उनको जीत मिल सकती थी. दो मैच ऐसे रहे जहां बांग्लादेश पूरी तरह से फिसल गया था. लेकिन सबसे दिलचस्प बात यही है कि बांग्लादेश के अंतिम दो टेस्ट बहुत शानदार रहे हैं. शाकिब अल हसन अब टीम का हिस्सा हैं। पिछले दो मैचों की निरंतरता और जीत से इस टीम का मनोबल बढ़ा होगा.
भारत के पिछले पांच टेस्ट मैचों की बात करें तो यह सभी इंग्लैंड के खिलाफ हुए थे. तब भारत ने इंग्लैंड की मेजबानी की थी. सीरीज का पहला मैच इंग्लैंड ने जीता था और बैजबॉल स्टाइल फिर से छा गया था. इंग्लैंड को 246 रनों पर समेटकर 436 रन बनाने वाला भारत इंग्लैंड को दूसरी पारी में नहीं रोक पाया था. इंग्लैंड ने तेजी से रन बनाते हुए 420 रनों का स्कोर खड़ा किया था. जिसके बाद भारतीय टीम 202 ही रन बना पाई थी और मैच हार गई थी.
हालांकि यह हार सिर्फ एक शुरुआती झटका साबित हुई जिससे उभरकर भारत ने अगले चार मैचों में इंग्लैंड को लगातार हराया और सीरीज को 4-1 से अपने नाम किया था. इसमें तीसरा टेस्ट 434 रनों से जीता गया था. पांचवें टेस्ट मैच में भारत को 1 पारी और 64 रनों से जीत मिली थी. दोनों बहुत बड़े अंतर से दर्ज की गई जीत थी.
इस सीरीज में रविचंद्रन अश्विन का जादू, जसप्रीत बुमराह की तेजी, यशस्वी जायसवाल का तूफान और शुभमन गिल का स्टाइल देखा गया था. अश्विन 26 विकेट लेकर सर्वाधिक विकेट लेने वाले गेंदबाज रहे थे तो बुमराह ने 19 विकेट मात्र 16.89 की औसत के साथ लिए थे. जायसवाल ने 89 की औसत के साथ 712 रन बनाए थे, तो गिल ने 56.50 की औसत के साथ 452 रन बनाए थे.
इन सीरीजों के नतीजों से स्पष्ट है कि बांग्लादेश को उपमहाद्वीपीय स्थिति में मिले-जुले नतीजे मिले हैं तो भारत अपनी घरेलू धरती पर पूरी तरह हावी रहा है. आगामी सीरीज में भी बांग्लादेश के लिए लिटन दास, मुश्फिकुर रहमान, मेहदी हसन मिराज के अलावा शाकिब अल हसन की परफॉरमेंस बेहद अहम होने जा रही है. बांग्लादेश के लिए रविचंद्रन अश्विन भी बहुत बड़ी चुनौती साबित होने जा रहे हैं. तो वहीं भारत के लिए इस बार बांग्लादेश थोड़ी अप्रत्याशित टीम साबित हो सकती है, अगर टीम इंडिया ने उन्हें जरा भी हल्के में लेने की भूल की तो.