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वनडे वर्ल्ड कप 2023 की मेजबानी से इंडियन इकोनॉमी ने छुआ था आसमान, भारत को हुआ बंपर फायदा - ODI World Cup Boom Indian Economy

World Cup Impact on Indian Economy : पिछले साल भारत ने 5 अक्टूबर से 19 नवंबर तक वनडे विश्व कप खेला था, जो 10 शहरों में आयोजित किया गया था. हालांकि भारतीय टीम को फाइनल में हार का सामना करना पड़ा, लेकिन देश की अर्थव्यवस्था के लिए यह विश्व कप हर तरह से सफल रहा है. पढ़ें पूरी खबर..

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By ETV Bharat Sports Team

Published : Sep 11, 2024, 6:31 PM IST

Rohit Sharma And Pat Cummins
वनडे वर्ल्ड कप फाइनल से पहले रोहित शर्मा और पैट कमिंस की फाइल फोटो (ANI PHOTO)

नई दिल्ली : भारतीय क्रिकेट टीम पिछले साल भारत में खेले गए वनडे विश्व कप में खिताब हार गई थी. विश्व कप के फाइनल मुकाबले में रोहित शर्मा की कप्तानी वाली भारतीय टीम को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ हार का सामना करना पड़ा. भारतीय टीम ने पूरे टूर्नामेंट में शानदार प्रदर्शन किया था लेकिन अंतिम राउंड में मिली हार से सभी का दिल टूट गया.

इससे भले ही भारतीय टीम का खजाना खाली हो गया हो, लेकिन इस वर्ल्ड कप से देश को हजारों करोड़ का मुनाफा हुआ है. आईसीसी ने विश्व कप के 10 महीने बाद एक रिपोर्ट जारी की है और कहा है कि अक्टूबर-नवंबर 2023 में खेले गए इस टूर्नामेंट ने भारतीय अर्थव्यवस्था में 11,000 करोड़ रुपये से अधिक का योगदान दिया, जिसमें पर्यटन से लेकर स्टेडियम उन्नयन और भोजन और पेय जैसी गतिविधियां शामिल थीं.

45 दिवसीय टूर्नामेंट का 11,637 करोड़ का असर
ICC ने बुधवार, 11 सितंबर को विश्व कप 2023 के भारतीय अर्थव्यवस्था पर प्रभाव पर एक विस्तृत रिपोर्ट जारी की. रिपोर्ट में कहा गया है कि करीब 45 दिनों तक चले इस टूर्नामेंट का भारतीय अर्थव्यवस्था पर 1.39 अरब डॉलर यानी 11 हजार 637 करोड़ रुपये का सीधा आर्थिक असर पड़ा. यह लाभ मुख्य रूप से विश्व कप के 10 मेजबान शहरों को दिया गया है.

स्टेडियमों में सुधार से न केवल आईसीसी और बीसीसीआई द्वारा निर्माण संबंधी गतिविधियों में भारी निवेश हुआ, बल्कि इन शहरों में पर्यटकों की आवाजाही भी बढ़ी.

पर्यटन से सबसे ज्यादा राजस्व :
विश्व कप के दौरान मेजबान शहरों में बड़ी संख्या में विदेशी और घरेलू पर्यटक आते हैं. जहां उन्होंने ना सिर्फ मैच देखा, बल्कि अन्य गतिविधियों में भी हिस्सा लिया. पर्यटकों के आगमन, ठहरने, यात्रा और भोजन से लगभग 7222 करोड़ रुपये की आय हुई. इस रिपोर्ट में बताया गया है कि विश्व कप को कुल 12.5 लाख लोगों ने देखा, जो टूर्नामेंट के इतिहास में सबसे ज्यादा है.

इनमें से 75 प्रतिशत प्रशंसक पहली बार विश्व कप देखने आए थे. इतना ही नहीं, 19 प्रतिशत विदेशी पर्यटक पहली बार भारत आए. इसके अलावा विश्व कप के आयोजन के कारण इस अवधि के दौरान विभिन्न क्षेत्रों में कुल 48,000 स्थायी और अस्थायी नौकरियां भी पैदा हुईं.

बेहतरीन प्रदर्शन के बावजूद भारतीय टीम की हार
जहां तक ​​वर्ल्ड कप की बात है तो इसकी शुरुआत 5 अक्टूबर को अहमदाबाद में इंग्लैंड और न्यूजीलैंड के बीच मैच से हुई और 19 नवंबर को अहमदाबाद में ही भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच खिताबी फाइनल के साथ खत्म हुआ. ऑस्ट्रेलिया ने भारत को 6 विकेट से हराकर रिकॉर्ड छठी बार खिताब जीता. भारतीय टीम ने फाइनल तक पहुंचने के लिए लगातार 10 मैच जीते थे और टूर्नामेंट में केवल एक हार का सामना करना पड़ा था, जो दुर्भाग्य से फाइनल में आई थी.

यह भी पढ़ें : खुल गई पोल, नोएडा स्टेडियम में मैच की बदहाली का खुद जिम्मेदार है अफगानिस्तान, एक क्लिक में जानें सबकुछ

नई दिल्ली : भारतीय क्रिकेट टीम पिछले साल भारत में खेले गए वनडे विश्व कप में खिताब हार गई थी. विश्व कप के फाइनल मुकाबले में रोहित शर्मा की कप्तानी वाली भारतीय टीम को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ हार का सामना करना पड़ा. भारतीय टीम ने पूरे टूर्नामेंट में शानदार प्रदर्शन किया था लेकिन अंतिम राउंड में मिली हार से सभी का दिल टूट गया.

इससे भले ही भारतीय टीम का खजाना खाली हो गया हो, लेकिन इस वर्ल्ड कप से देश को हजारों करोड़ का मुनाफा हुआ है. आईसीसी ने विश्व कप के 10 महीने बाद एक रिपोर्ट जारी की है और कहा है कि अक्टूबर-नवंबर 2023 में खेले गए इस टूर्नामेंट ने भारतीय अर्थव्यवस्था में 11,000 करोड़ रुपये से अधिक का योगदान दिया, जिसमें पर्यटन से लेकर स्टेडियम उन्नयन और भोजन और पेय जैसी गतिविधियां शामिल थीं.

45 दिवसीय टूर्नामेंट का 11,637 करोड़ का असर
ICC ने बुधवार, 11 सितंबर को विश्व कप 2023 के भारतीय अर्थव्यवस्था पर प्रभाव पर एक विस्तृत रिपोर्ट जारी की. रिपोर्ट में कहा गया है कि करीब 45 दिनों तक चले इस टूर्नामेंट का भारतीय अर्थव्यवस्था पर 1.39 अरब डॉलर यानी 11 हजार 637 करोड़ रुपये का सीधा आर्थिक असर पड़ा. यह लाभ मुख्य रूप से विश्व कप के 10 मेजबान शहरों को दिया गया है.

स्टेडियमों में सुधार से न केवल आईसीसी और बीसीसीआई द्वारा निर्माण संबंधी गतिविधियों में भारी निवेश हुआ, बल्कि इन शहरों में पर्यटकों की आवाजाही भी बढ़ी.

पर्यटन से सबसे ज्यादा राजस्व :
विश्व कप के दौरान मेजबान शहरों में बड़ी संख्या में विदेशी और घरेलू पर्यटक आते हैं. जहां उन्होंने ना सिर्फ मैच देखा, बल्कि अन्य गतिविधियों में भी हिस्सा लिया. पर्यटकों के आगमन, ठहरने, यात्रा और भोजन से लगभग 7222 करोड़ रुपये की आय हुई. इस रिपोर्ट में बताया गया है कि विश्व कप को कुल 12.5 लाख लोगों ने देखा, जो टूर्नामेंट के इतिहास में सबसे ज्यादा है.

इनमें से 75 प्रतिशत प्रशंसक पहली बार विश्व कप देखने आए थे. इतना ही नहीं, 19 प्रतिशत विदेशी पर्यटक पहली बार भारत आए. इसके अलावा विश्व कप के आयोजन के कारण इस अवधि के दौरान विभिन्न क्षेत्रों में कुल 48,000 स्थायी और अस्थायी नौकरियां भी पैदा हुईं.

बेहतरीन प्रदर्शन के बावजूद भारतीय टीम की हार
जहां तक ​​वर्ल्ड कप की बात है तो इसकी शुरुआत 5 अक्टूबर को अहमदाबाद में इंग्लैंड और न्यूजीलैंड के बीच मैच से हुई और 19 नवंबर को अहमदाबाद में ही भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच खिताबी फाइनल के साथ खत्म हुआ. ऑस्ट्रेलिया ने भारत को 6 विकेट से हराकर रिकॉर्ड छठी बार खिताब जीता. भारतीय टीम ने फाइनल तक पहुंचने के लिए लगातार 10 मैच जीते थे और टूर्नामेंट में केवल एक हार का सामना करना पड़ा था, जो दुर्भाग्य से फाइनल में आई थी.

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