नई दिल्ली: अहमदाबाद में इतिहास की सबसे भयानक हवाई दुर्घटनाओं में से एक हुई. अहमदाबाद के सरदार वल्लभभाई पटेल एयरपोर्ट से लंदन के गैटविक एयरपोर्ट के लिए उड़ान भरने वाला एयर इंडिया का विमान AI 171 गुरुवार को उड़ान भरने के कुछ ही देर बाद आबादी वाले इलाके में दुर्घटनाग्रस्त हो गया. बोइंग 787-8 ड्रीमलाइनर विमान एयरपोर्ट की सीमा पार कर गया और पास के मेघानीनगर इलाके में एक मेडिकल कॉलेज के हॉस्टल में जा घुसा. एयरलाइन ने बताया कि आश्चर्यजनक रूप से एक यात्री बच गया, लेकिन केबिन क्रू सहित विमान में सवार सभी 241 लोग मारे गए.
यह घटना दुनिया भर में हुई अन्य घातक विमान दुर्घटनाओं की याद दिलाती है. इसी तरह, क्रिकेट फैंस को 2002 में दक्षिण अफ्रीका के पूर्व कप्तान हैंसी क्रोनिए की चार्टर्ड फ्लाइट दुर्घटना की याद आती है. मैच फिक्सिंग की बात स्वीकार करने के दो साल से भी कम समय बाद प्रोटियाज के सबसे सफल कप्तानों में से एक की मौत ने क्रिकेट जगत को हिलाकर रख दिया था. जून में एक भयानक दुर्घटना में क्रोनिए की मौत हो गई.
UPDATE: Air India confirms that flight AI171, operating from Ahmedabad to London Gatwick on 12 June 2025, was involved in an accident.
— Air India (@airindia) June 12, 2025
The 12-year-old Boeing 787-8 aircraft departed from Ahmedabad at 1338 hrs, carrying 230 passengers and 12 crew.
The aircraft crashed shortly…
वास्तव में क्या हुआ ?
दक्षिण अफ्रीका को पहली बार ICC ट्रॉफी (1998) दिलाने वाले कप्तान क्रिकेट से प्रतिबंध के बाद जोहान्सबर्ग में एक कंपनी के लिए काम कर रहे थे. 1 जून, 2002 को क्रोनजे चार्टर्ड फ्लाइट से जोहान्सबर्ग से जॉर्ज के घर लौट रहे थे. लेकिन इससे पहले कि वह अपने गंतव्य तक पहुंच पाते, क्रोनजे की चार्टर्ड फ्लाइट आउटेनिक्वा पर्वतों में दुर्घटनाग्रस्त हो गई. इस घटना में क्रोनजे और दो पायलटों की मौत हो गई.

क्रोनिए की सफलता
कप्तान के रूप में, क्रोनिए ने नेल्सन मंडेला के देश का 27 टेस्ट और 99 वनडे मैचों में नेतृत्व किया. 1998 की ICC चैंपियंस ट्रॉफी (तब ICC नॉकआउट) जीतने के अलावा, प्रोटियाज ने अगले साल क्रोनिए के नेतृत्व में विश्व कप के सेमीफाइनल में भी जगह बनाई. देश के लिए 68 टेस्ट और 188 वनडे खेलने वाले इस ऑलराउंडर के नाम 9,000 से ज़्यादा अंतरराष्ट्रीय रन हैं, जिसमें 8 शतक शामिल हैं.
मैच फिक्सिंग के आरोप
अचानक ही हैंसी क्रोनिए क्रिकेट जगत में हीरो से विलेन बन गए. उनके नाम पर मैच फिक्सिंग का कलंक लग गया. अप्रैल 2000 में दिल्ली पुलिस ने क्रोनिए पर भारत के खिलाफ वनडे मैच (1996) फिक्स करने का आरोप लगाया. क्रोनिए और उनके साथी हर्शल गिब्स पर एक भारतीय उद्योगपति से पैसे लेने का आरोप था.

शुरुआत में, क्रोनिए ने मैच फिक्स करने के लिए भारतीय सट्टेबाज से पैसे लेने से इनकार किया. लेकिन आखिरकार उन्होंने 11 अप्रैल को दक्षिण अफ्रीकी क्रिकेट बोर्ड के सामने आरोपों को स्वीकार कर लिया. दोनों पक्षों के बीच बातचीत की रिकॉर्डिंग भी सामने आई. बाद में, किंग कमीशन की जांच के दौरान क्रोनिए रो पड़े और अपना अपराध कबूल कर लिया. स्वाभाविक रूप से, वह अपराध से बच नहीं पाए, लेकिन पूर्व प्रोटियाज कप्तान का करियर कड़ी सजा के साथ खत्म हो गया. दक्षिण अफ्रीकी क्रिकेट बोर्ड और ICC दोनों ने उन्हें आजीवन क्रिकेट से जुड़ी गतिविधियों से प्रतिबंधित कर दिया.