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करवा चौथ पर बन रहा अशुभ योग, ज्योतिषाचार्य से जानें पूजा का सही समय

ज्योतिषाचार्यों के अनुसार, व्यतीपात योग अशुभ और विघ्नकारक माना जाता है. इस योग में कोई भी मांगलिक कार्य अनुचित होता है.

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करवा चौथ 2025 (GETTY IMAGES)
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By ETV Bharat Hindi Team

Published : October 9, 2025 at 5:26 PM IST

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हैदराबाद: 10 अक्टूबर को करवा चौथ का व्रत पूरे देश में बड़ी श्रद्धा और भक्ति के साथ मनाया जाएगा. यह व्रत पति की लंबी आयु और वैवाहिक जीवन की खुशहाली के लिए विशेष रूप से महत्वपूर्ण माना जाता है. इस साल करवा चौथ की पूजा का शुभ मुहूर्त शाम 5:57 बजे से 7:11 बजे तक रहेगा. हालांकि, इस दिन व्यतीपात योग भी बन रहा है, जो शाम 5:41 बजे से शुरू होकर अगले दिन 11 अक्टूबर को दोपहर 2:07 बजे तक रहेगा.

व्यतीपात योग और उसका महत्व
ज्योतिषाचार्यों के अनुसार, व्यतीपात योग अशुभ और विघ्नकारक माना जाता है. इस योग में कोई भी मांगलिक कार्य जैसे गृह प्रवेश, विवाह, सगाई, मुंडन या नया व्यापार करना अनुचित होता है. लखनऊ के ज्योतिषाचार्य डॉ. उमाशंकर मिश्र का कहना है कि "व्यतीपात योग मानसिक अशांति और तनाव पैदा कर सकता है. इस दौरान वाणी और कर्म पर विशेष नियंत्रण रखना आवश्यक है, अन्यथा छोटे विवाद भी गंभीर रूप ले सकते हैं."

व्यतीपात योग में अस्थिरता और मानसिक बेचैनी की संभावना अधिक होती है. इसलिए ज्योतिषाचार्य सलाह देते हैं कि इस समय कोई नया काम या निवेश न किया जाए.

करवा चौथ पूजा और व्यतीपात योग
हालांकि, करवा चौथ व्रती इस योग के दौरान भी पूजा कर सकते हैं. इस दिन भगवान गणेश, माता गौरी और शिव जी की आराधना की जाती है. पंडित शर्मा बताते हैं, "व्यतीपात योग के देवता रुद्र और यमराज हैं. शिव परिवार की पूजा और मंत्र जाप करने से सभी कष्ट दूर होते हैं और राहु दोष की शांति होती है."

व्रती महिलाएं अपने पति की लंबी आयु और वैवाहिक सुख-शांति के लिए उपवास रखती हैं. इस समय पूजा करने से न केवल मानसिक शांति मिलती है बल्कि परिवार में सकारात्मक ऊर्जा का संचार भी होता है.

दान और ध्यान का महत्व
ज्योतिषियों का सुझाव है कि व्यतीपात योग के दौरान दान और ध्यान करना विशेष लाभकारी होता है. पंडित शर्मा कहते हैं, "इस समय दिया गया दान जन्म-जन्मों के पाप मिटा सकता है. करवा चौथ के व्रत और पूजा के दौरान मंत्र जाप करने से मानसिक स्थिरता और आध्यात्मिक लाभ प्राप्त होते हैं."

व्रती महिलाओं के लिए सलाह
उमाशंकर मिश्र के अनुसार, करवा चौथ पूजा के लिए निर्धारित शुभ मुहूर्त में पूजा करना उत्तम है. व्रती महिलाएं विधिपूर्वक उपवास रखें, मंत्र जाप करें और शिव परिवार की आराधना करें. व्यतीपात योग के बावजूद यह पूजा शुभ फल देती है और घर में सुख, शांति और वैवाहिक समृद्धि बनाए रखती है.

इस प्रकार, करवा चौथ 2025 में व्यतीपात योग के प्रभाव के बावजूद पूजा करना सुरक्षित और लाभकारी है, बशर्ते व्रती समय और मंत्रों का ध्यान रखें.

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