हैदराबाद: कुंभ राशि पर शनि की साढ़े साती का अंतिम चरण शुरू हो चुका है और यह समय ज्योतिषीय दृष्टिकोण से अत्यंत शुभ संकेत लेकर आ रहा है. वैदिक ज्योतिष और वास्तु एक्सपर्ट आदित्य झा के अनुसार साढ़े साती के इस उतरते हुए चरण को आमतौर पर राहत और उन्नति का समय माना जाता है. पिछले वर्षों में शनि की कठोर दृष्टि के कारण कुंभ राशि के जातकों को जीवन के हर क्षेत्र में संघर्षों का सामना करना पड़ा—चाहे वह करियर हो, पारिवारिक जीवन, आर्थिक स्थिति या स्वास्थ्य.
अब जब शनि कुंभ राशि से विदा लेने की तैयारी कर रहे हैं, तो एक सकारात्मक ऊर्जा का संचार शुरू हो गया है. यह वह समय है जब शनि पुराने कर्मों का फल देना शुरू करते हैं. जिन लोगों ने बीते वर्षों में मेहनत, संयम और धैर्य के साथ जीवन को जिया है, उन्हें अब इसका प्रतिफल प्राप्त होने लगेगा.
आदित्य झा ने कहा, करियर की बात करें तो, जो जातक लंबे समय से किसी स्थिरता या सफलता का इंतजार कर रहे थे, उन्हें अब राहत मिल सकती है. नई नौकरियों के अवसर बनेंगे, प्रमोशन के योग बनेंगे और कार्यस्थल पर सम्मान भी बढ़ेगा. प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे युवाओं के लिए यह समय विशेष फलदायी रहेगा, क्योंकि शनि की कृपा से उनके प्रयास सफल हो सकते हैं.
व्यापारियों के लिए भी यह समय नई संभावनाएं लेकर आ रहा है. जिनका व्यापार लंबे समय से मंदा चल रहा था या घाटे में था, उन्हें अब गति मिलने लगेगी. नई योजनाएं फलीभूत होंगी, पुराने अटके हुए सौदे पूरे होंगे और आय के साधनों में वृद्धि देखी जा सकती है. खास बात यह है कि शनि की ऊर्जा अब संकोच की बजाय विस्तार और स्थायित्व की ओर ले जाएगी.
स्वास्थ्य के क्षेत्र में भी यह चरण राहत देने वाला है. जो लोग लंबे समय से बीमारियों से जूझ रहे थे, उन्हें अब आराम मिलने के संकेत हैं. इलाज में सुधार आएगा, मानसिक शांति का अनुभव होगा और संपूर्ण स्वास्थ्य में धीरे-धीरे सकारात्मक बदलाव दिखेगा. यह समय अपनी जीवनशैली को सुधारने और स्वयं पर ध्यान केंद्रित करने का है.
पारिवारिक जीवन में भी सुख और सामंजस्य की स्थिति बनने लगेगी. बीते समय में जो रिश्ते तनाव में थे या आपसी समझ में कमी थी, वहां अब संतुलन और स्नेह लौटेगा. वैवाहिक जीवन में भी मधुरता आएगी और दांपत्य संबंधों में स्थिरता का अनुभव होगा. घर के वातावरण में शांति का अनुभव होगा और कई लोगों के यहां शुभ कार्य भी हो सकते हैं.
अंततः, कुंभ राशि वालों के लिए उतरती हुई शनि की साढ़े साती राहत, प्रगति और आत्मबल का समय है. यह जीवन की उन चुनौतियों के समाप्त होने का संकेत है जो वर्षों से दबाव बनाए हुए थीं. अब समय है आगे बढ़ने का, आत्मविश्वास के साथ निर्णय लेने का और जीवन को एक नई दिशा देने का. शनि का यह अंतिम चरण जीवन के कई क्षेत्रों में नया उजाला लेकर आ सकता है – बशर्ते व्यक्ति मेहनत, ईमानदारी और संयम का साथ न छोड़े.
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