हैदराबाद: आज 21 अप्रैल, 2025 सोमवार, के दिन वैशाख महीने की कृष्ण पक्ष अष्टमी तिथि है. इस तिथि पर भगवान शिव के एक स्वरूप काल भैरव का अधिकार है, जिन्हें समय का देवता भी कहा जाता है. यह तिथि किसी भी तरह के शुभ कार्यों, नई बातचीत और मेडिकल ट्रीटमेंट के लिए अच्छी नहीं है.
21 अप्रैल का पंचांग
- विक्रम संवत : 2081
- मास : वैशाख
- पक्ष : कृष्ण पक्ष अष्टमी
- दिन : सोमवार
- तिथि : कृष्ण पक्ष अष्टमी
- योग : साध्य
- नक्षत्र : उत्तराषाढ़ा
- करण : बलव
- चंद्र राशि : मकर
- सूर्य राशि : मेष
- सूर्योदय : सुबह 06:14 बजे
- सूर्यास्त : शाम 07:02 बजे
- चंद्रोदय : देर रात 2.09 बजे (22 अप्रैल)
- चंद्रास्त : सुबह 11.57 बजे
- राहुकाल : 07:50 से 09:26
- यमगंड : 11:02 से 12:38
स्थायी सफलता की इच्छा वाले कार्यों के लिए उपयुक्त है नक्षत्र
आज के दिन चंद्रमा मकर राशि और उत्तराषाढ़ा नक्षत्र में रहेंगे. यह नक्षत्र धनु राशि में 26:40 से लेकर मकर राशि में 10:00 डिग्री तक फैला है. इसके शासक सूर्य हैं. यह स्थिर प्रकृति का नक्षत्र है, इसके देवता विश्वदेव हैं. कुआं खोदने, नींव या शहर बनाने, कर्मकांड, राज्याभिषेक, भूमि खरीदना, मेधावी कर्म, बीज बोना, देवताओं की पूजा, मंदिर का निर्माण, विवाह, या स्थायी सफलता चाहने वाले कोई भी काम इस नक्षत्र में किए जा सकते हैं.
आज के दिन का वर्जित समय
आज के दिन 07:50 से 09:26 बजे तक राहुकाल रहेगा. ऐसे में कोई शुभ कार्य करना हो, तो इस अवधि से परहेज करना ही अच्छा रहेगा. इसी तरह यमगंड, गुलिक, दुमुहूर्त और वर्ज्यम् से भी परहेज करना चाहिए.