वॉशिंगटन: अमेरिकी राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप ने चीन पर टैरिफ की झड़ी लगाने के बाद गुरुवार को एक नया बयान दिया. इस बयान के बाद दोनों देशों के रिश्तों में नयापन देखने को मिल सकता है. ट्रंप ने विश्वास जताते हुए कहा कि अमेरिका बहुत जल्द चीन के साथ 'बहुत अच्छा" व्यापार समझौता करने जा रहा है. बता दें, अमेरिका ने बीजिंग की जवाबी कार्रवाई के जवाब में चीनी आयात पर 245 प्रतिशत तक का भारी शुल्क लगाया है.
पत्रकारों को संबोधित करते हुए ट्रंप ने कहा कि हम लोग एक सौदा करने जा रहे हैं. मुझे लगता है कि चीन के साथ एक बहुत अच्छा सौदा होगा. उन्होंने संवाददाताओं से यह भी कहा कि उन्हें लगता है कि अमेरिका को यूरोप या किसी और के साथ सौदा करने में बहुत कम समस्या होगी.
ट्रंप की यह टिप्पणी इतालवी प्रधानमंत्री जियोर्जिया मेलोनी की व्हाइट हाउस यात्रा के दौरान आई, जहां उन्होंने पारस्परिक टैरिफ पर 90-दिवसीय रोक समाप्त होने से पहले यूरोपीय संघ (ईयू) के साथ व्यापार समझौते पर पहुंचने का विश्वास भी व्यक्त किया. व्हाइट हाउस के फैक्ट शीट के अनुसार, चीन की जवाबी कार्रवाई के परिणामस्वरूप अमेरिका में आयात पर 245 प्रतिशत तक टैरिफ लगाया गया है. नवीनतम संशोधन से पहले, अमेरिका में चीनी निर्यात पर 145 प्रतिशत टैरिफ लगाया जा रहा था.
व्हाइट हाउस के इस बयान पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कि चीन को अब अमेरिका में आयात पर 245 प्रतिशत तक टैरिफ का सामना करना पड़ेगा, चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता लिन जियान ने कहा कि उन्हें अमेरिकी पक्ष से 'विशिष्ट टैक्स रेट के आंकड़े' के बारे में पूछना चाहिए. लिन ने कहा कि चीन ने टैरिफ मुद्दे पर अपनी गंभीर स्थिति बार-बार जाहिर की है. उन्होंने कहा कि टैरिफ युद्ध की शुरुआत अमेरिका ने की थी और बीजिंग ने अपने वैध अधिकारों और हितों तथा अंतरराष्ट्रीय निष्पक्षता और न्याय की रक्षा के लिए जवाबी कदम उठाए हैं. उन्होंने इसे पूरी तरह से 'उचित और कानूनी' बताया.
उन्होंने कहा कि टैरिफ और व्यापार युद्धों में कोई विजेता नहीं होता. हालांकि, उन्होंने कहा कि चीन इन युद्धों में भाग नहीं लेना चाहता, लेकिन इनसे डरता भी नहीं है. उन्होंने हाथ मिलाने और बाधाओं को दूर करने के लिए चीन की प्रतिबद्धता व्यक्त की.
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