कैम्ब्रिज: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने शीर्ष अमेरिकी विश्वविद्यालयों को धमकाया है. इसी कड़ी में उन्होंने कहा कि यदि देश का कोई शैक्षणिक संस्थान व्यापक सरकारी निगरानी के अधीन आने से इनकार करता है तो वह हार्वर्ड का कर-मुक्त दर्जा छीन लेंगे.
डोनाल्ड ट्रम्प का आलोचक है हार्वर्ड विश्वविद्यालय
जान लें कि हार्वर्ड विश्वविद्यालय, राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प की अवहेलना करने के लिए जाना जाता है. वहीं कई अन्य विश्वविद्यालय, विधि फर्मे और संस्थान व्हाइट हाउस के कड़े प्रहार के कारण झुक गए हैं.
अपनी आजादी से समझौता नहीं करेगा हार्वर्ड प्रशासन
हार्वर्ड विश्वविद्यालय के अध्यक्ष एलन गार्बर ने कहा कि स्कूल अपनी स्वतंत्रता या अपने संवैधानिक अधिकारों पर कोई समझौता नहीं करेगा. गौर करें तो संघीय निधि में $2.2 बिलियन को रोकने के एक दिन बाद मंगलवार को एक बड़े कर बिल की धमकी मिली है. इस टैक्स बिल की धमकी का असर उस परिसर पर महसूस किया जा रहा है. हार्वर्ड विश्वविद्यालय ने 162 नोबेल पुरस्कार विजेताओं को जन्म दिया है. इन नोबेल पुरस्कार विजेता पूर्व छात्रों में फेसबुक के सह-संस्थापक मार्क जुकरबर्ग से लेकर 8 अमेरिकी राष्ट्रपति तक शामिल हैं.
विश्वविद्यालय ने कहा कि एक संकाय सदस्य को "व्यापक वित्त पोषण प्रतिबंध" के कारण तपेदिक (Tuberculosis) पर अपना शोध रोकने के लिए कहा गया था. लेकिन उस समय माहौल ठीक नहीं था.
आज के हालात पर छात्र डेरियस हैन्सन ने एएफपी को बताया
"मुझे यह बहुत पसंद है. मुझे लगता है कि यह अद्भुत है. मुझे लगता है कि देश भर के और भी स्कूलों को ऐसा करने की ज़रूरत है. यह दर्शाता है कि आप झुकने वाले नहीं हैं, आप अभिव्यक्ति की आज़ादी को छीनने नहीं देंगे,"
ट्रम्प ने सोशल मीडिया साइट पर पोस्ट किया कि गैर लाभकारी हार्वर्ड को "अपना कर-मुक्त दर्जा खो देना चाहिए और एक राजनीतिक इकाई के रूप में कर देना चाहिए." यदि वह विश्वविद्यालय को अपने संचालन के तरीके में परिवर्तन करने की उनकी मांगों को नहीं मानता है. इन मांगों में छात्रों का चयन और प्रोफेसरों के लिए अधिकार शामिल किए गए हैं.
व्हाइट हाउस टीम ने विश्वविद्यालयों पर प्रेशर कैंपेन को सही ठहराया
गौर करें तो ट्रम्प और उनकी व्हाइट हाउस टीम ने विश्वविद्यालयों पर अपने दबाव अभियान को सही ठहराया है. उनके अनुसार अनियंत्रित यहूदी-विरोधी भावना को लेकर ये कदम उठाया गया है. इसके साथ ही फिलिस्तीनी आतंकवादी समूह हमास को समर्थन देने की वजह से भी इस अभियान को उचित ठहराया गया है.
ट्रंप चाहते हैं कि हार्वर्ड माफी मांगे
प्रेस सचिव कैरोलिन लेविट ने मीडिया से कहा कि ट्रंप चाहते हैं कि हार्वर्ड माफी मांगे. और हार्वर्ड को माफी मांगनी चाहिए. गौर करें तो हार्वर्ड पर यहूदी विरोधी आरोप पिछले साल गाजा में इजरायल के युद्ध के खिलाफ़ हुए विरोध प्रदर्शनों के आधार पर लगाए गए थे. उस समय ये प्रदर्शन पूरे परिसर में फैल गए थे.
धमकी के आगे नहीं टिका था प्रोटेस्ट का केंद्र कोलंबिया विश्वविद्यालय
यहूदी विरोधी विरोध प्रदर्शनों का केन्द्र रहे न्यूयॉर्क स्थित कोलंबिया विश्वविद्यालय ने बीते महीने अपने कदम पीछे खींच लिए थे. इसके साथ ही संघीय निधि में 400 मिलियन डॉलर की हानि की धमकी के बाद अपने मध्य पूर्वी विभाग की देखरेख करने पर सहमति जताई थी.
इतना ही नहीं यहूदी विरोध की वजह से व्हाइट हाउस ने दर्जनों विश्वविद्यालयों और कॉलेजों को वित्तीय सहायता रोकने की धमकी दी थी. इस धमकी में कहा गया था कि छात्रों और कर्मचारियों के बीच नस्लीय विविधता को प्रोत्साहित करने वाली उनकी नीतियों की वजह से संघीय वित्त पोषण बंद करने की धमकी दी है.
व्हाइट हाउस ने कानूनी फर्मों पर बड़ी कार्रवाई करते हुए इसी तरह के वैचारिक लक्ष्यों का हवाला दिया है. इसके साथ ही उन पर ट्रम्प द्वारा समर्थित मुद्दों के समर्थन में सैकड़ों मिलियन डॉलर के कानूनी कार्य करने के लिए भी दबाव डाला है.
हार्वर्ड प्रशासन झुकेगा नहीं
संयुक्त राज्य अमेरिका का सबसे पुराना और सबसे धनी विश्वविद्यालय हार्वर्ड अब ट्रम्प के नियंत्रण के लिए लगातार बढ़ते प्रयास का विरोध करने वाला प्रमुख संस्थान है. ट्रम्प प्रशासन मांग कर रहा है कि हार्वर्ड के कई विभाग संभावित यहूदी-विरोधी भावना के लिए बाहरी निगरानी के दायरे में आने के लिए सहमत हो जाएं. इसके साथ ही ट्रंप प्रशासन विश्वविद्यालय में छात्रों के प्रवेश और प्रोफेसरों के चयन में "दृष्टिकोण विविधता" की भी मांग कर रहा है.
'फेडरल गवर्नमेंट की निगरानी में नहीं रहेगा हार्वर्ड'
गार्बर का यह कहना कि हार्वर्ड "संघीय सरकार द्वारा खुद पर कब्ज़ा नहीं होने दे सकता" एक संभावित लंबे समय तक चलने वाली हाई-प्रोफाइल लड़ाई की ओर इशारा कर रहा है. वहीं स्टीफन मिलर जैसे कट्टरपंथी राष्ट्रपति ट्रंप के सलाहकार विश्वविद्यालयों को रुढ़िवादी विरोधी ताकतों के गढ़ के रूप में चित्रित करते हैं. वो कहते हैं कि इन्हें काबू में लाने की जरूरत है. एक ऐसा संदेश जो ट्रम्प के कट्टर-दक्षिणपंथी अभिजात वर्ग विरोधी आधार के साथ दृढ़ता से प्रतिध्वनित होता है.
बराक ओबामा ने हार्वर्ड के साहस को सराहा
ट्रम्प के विरोधियों के लिए, हार्वर्ड द्वारा झुकने से इनकार करना एक सत्तावादी अधिग्रहण के खिलाफ़ एक रेखा खींचने का मौका है. पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा ने एक्स पर लिखा, "हार्वर्ड ने अन्य उच्च शिक्षा संस्थानों के लिए एक उदाहरण स्थापित किया है. अकादमिक स्वतंत्रता को दबाने के एक गैर कानूनी और अमानवीय प्रयास को अस्वीकार करते हुए हार्वर्ड ने ये कदम उठाया है." "हमें उम्मीद है कि अन्य संस्थान भी इसका अनुसरण करेंगे."
इस तरह से देखें कि दर्जनों विश्वविद्यालय और अन्य हितधारक व्यापक अनुसंधान निधि कटौती को लेकर ट्रम्प प्रशासन के साथ अदालत में फाइट कर रहे हैं. अनुसंधान निधि कटौती की वजह से हजारों कर्मचारियों की छंटनी हुई है और अमेरिकी शिक्षाविदों के बीच गहरी अनिश्चितता पैदा हो गई है.
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