वर्जीनिया: कांग्रेस नेता राहुल गांधी अमेरिका में केंद्र में बीजेपी की सरकार के खिलाफ जमकर बयान दे रहे हैं. अलग-अलग कार्यक्रमों में उन्होंने पीएम मोदी और बीजेपी की आलोचना की. इस दौरान उन्होंने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) पर भी निशाना साधा. हालांकि, उन्होंने आरएसएस पर सीधा हमला करने से परहेज किया.
लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) का नाम लिए बगैर कहा कि सत्तारूढ़ पार्टी बीजेपी यह नहीं समझती है कि देश सभी के लिए है, जबकि उनके लिए जिनका मुख्यालय नागपुर में है, केवल एक विचारधारा महत्वपूर्ण है. वर्जीनिया के हर्नडन में एक कार्यक्रम में राहुल गांधी ने भारत की विविधता को बताने के लिए भोजन की थाली में अलग-अलग व्यंजनों का उदाहरण दिया.
उन्होंने कहा कि भारत में सब कुछ साथ-साथ चलता है. अगर कोई थाली के सामने बैठकर कहे कि चावल, दाल से अधिक महत्वपूर्ण है और सब्जी सबसे कम महत्वपूर्ण है, तो क्या होगा? राहुल गांधी ने कहा, 'भाजपा यही करती है. भाजपा यह नहीं समझती कि यह देश सबका है. भारत एक संघ है. संविधान में यह स्पष्ट रूप से लिखा है.
इंडिया जो कि भारत है, एक संघ राज्य है. इसका मतलब है कि यह भाषाओं का संघ. यह परंपराओं का संघ है. वे (भाजपा) कहती है कि यह एक संघ नहीं है, यह अलग है. बीजेपी के लिे केवल एक विचारधारा महत्वपूर्ण है और इसका मुख्यालय नागपुर में है. इसी बात को लेकर लड़ाई है.'
राहुल गांधी ने आगे आरोप लगाया कि आरएसएस का मानना है कि कुछ राज्य और समुदाय दूसरों से कमतर हैं. उन्होंने कहा, 'आरएसएस कह रहा है कि कुछ राज्य, भाषाएं, धर्म और समुदाय दूसरों से कमतर हैं. लड़ाई इसी बात पर है. हमारा मानना है कि आप सभी का अपना इतिहास, परंपरा और भाषा है. उनमें से हर एक उतना ही महत्वपूर्ण है जितना कि कोई और.
उन्होंने कहा, 'अगर कोई आपसे कहे कि आप तमिल नहीं बोल सकते तो आप क्या करेंगे? आपको कैसा लगेगा? आप कैसे प्रतिक्रिया देंगे? यही आरएसएस की विचारधारा है कि तमिल, मराठी, बंगाली, मणिपुरी - सभी निम्न भाषाएं हैं.' कांग्रेस नेता ने कहा, 'इसका अंत मतदान केंद्र, लोकसभा और विधानसभा में होता है लेकिन लड़ाई इस बात पर है कि हम किस प्रकार का भारत चाहते हैं. क्या हम ऐसा भारत चाहते हैं, जहां लोगों को वह विश्वास करने की अनुमति होगी, जो वे मानना चाहते हैं? या फिर हम ऐसा भारत चाहते हैं, जहां केवल कुछ लोग ही यह तय कर सकेंगे कि क्या होने वाला है.'
राहुल गांधी तीन दिवसीय अमेरिकी दौरे पर हैं. डलास में अपने भाषण में उन्होंने अमेरिका में रहने वाले भारतीय प्रवासियों को दो देशों के बीच "महत्वपूर्ण पुल" बताया और कहा कि डलास ने उनकी अमेरिकी यात्रा को शानदार शुरुआत प्रदान की. रविवार को डलास पहुंचे गांधी ने टेक्सास विश्वविद्यालय में छात्रों और शिक्षकों से बातचीत की. उन्होंने डलास में रहने वाले भारतीय प्रवासियों को भी संबोधित किया. उन्होंने वाशिंगटन डीसी का भी दौरा किया.