कतर एयरवेज में शाकाहारी यात्री की मौत, फ्लाइट में मांस परोसने का आरोप
कतर एयरवेज से सफर कर रहे 85 वर्षीय अशोक जयवीरा की दम घुटने से मौत हो गई.

Published : October 8, 2025 at 3:36 PM IST
दोहा: कतर एयरवेज की एक उड़ान में मारे गए एक 'शाकाहारी' व्यक्ति के शोकाकुल परिवार का कहना है कि मांस के पीस खाने की कोशिश करते समय उनका गला घुट गया. कैलिफोर्निया के 85 वर्षीय हृदय रोग विशेषज्ञ अशोक जयवीरा को अमेरिका से श्रीलंका जा रही कतर की एक उड़ान में मांसाहारी भोजन परोसा गया था.
जयवीरा ने 23 जून 2023 को कोलंबो के लिए अपनी उड़ान बुक की थी. एक हफ्ते बाद वह लॉस एंजिल्स अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर उड़ान में सवार हुए. जयवीरा, जो एक शाकाहारी थे, उन्होंने अपनी साढ़े 15 घंटे की उड़ान के दौरान शाकाहारी भोजन का ऑर्डर दिया था.
हालांकि, कतर के एक फ्लाइट अटेंडेंट ने उन्हें बताया कि शाकाहारी भोजन नहीं बचा है और उन्हें मांस वाला नियमित भोजन दिया गया. द इंडिपेंडेंट की एक रिपोर्ट के अनुसार 85 वर्षीय जयवीरा को मांस के खाने का निर्देश दिया गया था.
कैलिफोर्निया स्टेट कोर्ट में 31 जुलाई को दायर उनके बेटे की शिकायत में कहा गया है, "उन्हें दिए गए भोजन में मांस खाने की कोशिश करते समय, अशोक जयवीरा का कुछ ही देर बाद दम घुटने लगा." शिकायत में यह स्पष्ट नहीं किया गया है कि उन्हें किस खाने से दम घुटा.
चालक दल ने यात्री की मदद करने की कोशिश की
जब जयवीरा का दम घुटने लगा, तो कतर एयरवेज के चालक दल के सदस्यों ने उनकी मदद की. हालांकि, पायलट इमरजेंसी लैंडिंग नहीं कर सका. शिकायत के अनुसार केबिन क्रू ने मेडएयर से संपर्क किया, जो एक ऐसी सेवा है जहां विमानन-प्रशिक्षित आपातकालीन डॉक्टर एयरलाइन कर्मचारियों को उड़ान के दौरान होने वाली चिकित्सा आपात स्थितियों में दूर से मार्गदर्शन प्रदान करते हैं.
शिकायत में कहा गया है, "अशोक जयवीरा की मॉनिटरिंग की गई और उनका ऑक्सीजन सैचुरेशन लेवल 69 प्रतिशत था." बाद में उन्हें ऑक्सीजन और दवाएं भी दी गईं, लेकिन चालक दल उन्हें होश में लाने में विफल रहा.
इमरजेंसी लैंडिंग नहीं
द इंडिपेंडेंट द्वारा प्राप्त एक नए केस में आरोप लगाया गया है कि पायलट 85 वर्षीय बुजुर्ग को डॉक्टर के पास ले जाने के लिए जल्दी से लैंडिंग नहीं कर सका क्योंकि विमान आर्कटिक सर्कल/महासागर के ऊपर से गुजर रहा था. हालांकि, जयवीरा के बेटे सूर्या का कहना है कि उनकी शिकायत के अनुसार, विमान उस समय मिडवेस्ट के ऊपर था और आसानी से रास्ता बदला जा सकता था.
शिकायत में कहा गया है कि जब विमान अंतत स्कॉटलैंड के एडिनबर्ग में उतरा, तो जयवीरा, जो शाकाहारी" थे, लगभग साढ़े तीन घंटे तक बेहोश रहे. उन्हें अस्पताल ले जाया गया, लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी. अशोक जयवीरा का 3 अगस्त 2023 को एडिनबर्ग में एस्पिरेशन निमोनिया के कारण निधन हो गया, जो फेफड़ों में भोजन या तरल पदार्थ के प्रवेश से होने वाला इंफेक्शन है.
मॉन्ट्रियल कन्वेंशन से ज्यादा मुआवजे की मांग
उनके बेटे सूर्या जयवीरा ने एयरलाइन पर मुकदमा दायर कर लापरवाही और गलत तरीके से हुई मौत के लिए हर्जाना मांगा है. वह एक अंतरराष्ट्रीय संधि जो यात्रियों की मौत के लिए एयरलाइन की जिम्मेदारी को सीमित करती है (मॉन्ट्रियल कन्वेंशन) द्वारा निर्धारित सीमा से ज़्यादा मुआवजा मांग रहे हैं. वह अदालत के फैसले से पहले की राशि पर ब्याज, साथ ही अदालती मामले की लागत और वकीलों की फीस की भी मांग कर रहे हैं.
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