अबूधाबी: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने कहा कि वह जल्द से जल्द रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ सीधी बातचीत करने की दिशा में आगे बढ़ रहे हैं. गौर करें तो ट्रम्प द्वारा आमने-सामने की बैठक के लिए दबाव डालने से पहले ही पुतिन ने तुर्की में शुक्रवार को होने वाली रूस और यूक्रेन वार्ता को छोड़ने का फैसला लिया था.
ट्रम्प ने मध्य-पूर्व देशों की 4 दिवसीय यात्रा समाप्त करते हुए संवाददाताओं से कहा, "मुझे लगता है कि हमारे लिए यह करने का समय आ गया है."
ट्रंप ने दोहराया कि उन्हें आश्चर्य नहीं हुआ कि पुतिन वार्ता में शामिल नहीं हुए. ट्रंप ने कहा कि पुतिन नहीं जाना चाहते थे, क्योंकि वे वहां नहीं हैं. ट्रंप ने कहा कि जैसे ही हम इसे तय कर लेंगे, पुतिन के साथ बैठक होगी." "मैं वास्तव में यहां से निकल कर चला जाऊंगा."
ट्रंप ने इन नेताओं से रूस-यूक्रेन युद्ध का समाधान खोजने के लिए दबाव डाला. इसके बाद यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोडिमिर जेलेंस्की ने वार्ता में भाग लेने पर सहमति जताई, लेकिन पुतिन ने जेलेंस्की से आमने-सामने मिलने के आह्वान को ठुकरा दिया. ट्रम्प ने दोनों पक्षों पर युद्ध समाप्त करने के लिए जल्द से जल्द समझौता करने का दबाव बनाया है.
जेलेंस्की ने दोनों देशों की लड़ाई को 30 दिनों के लिए रोकने की अमेरिकी योजना पर सहमति जताई है, लेकिन रूस ने इस पर हस्ताक्षर नहीं किए हैं. इतना ही नहीं रूस-यूक्रेन के अंदर लक्ष्यों पर हमला जारी रखा है. फिर भी, रूस और यूक्रेन तीन साल में पहली बार शुक्रवार को प्रत्यक्ष शांति वार्ता करने जा रहे हैं. इसके लिए वे इस्तांबुल में बातचीत के लिए एकत्र होंगे. अधिकारियों और पर्यवेक्षकों को उम्मीद है कि वे 3 साल से अधिक समय से चल रहे युद्ध को रोकने में तत्काल कोई प्रगति नहीं करेंगे.
पुतिन को लेकर ट्रम्प ने कहा "वह नहीं गए, और मैं यह समझता हूं." "हम इसे पूरा करने जा रहे हैं. हमें इसे पूरा करना है. औसतन हर हफ़्ते 5 हजार युवा मारे जा रहे हैं, और हम इसे पूरा करने जा रहे हैं." ट्रंप ने गुरुवार को संवाददाताओं से कहा कि गतिरोध को तोड़ने के लिए उनके और पुतिन के बीच एक बैठक महत्वपूर्ण थी. "मुझे नहीं लगता कि जब तक वह और मैं एक साथ नहीं आते, तब तक कुछ भी होने वाला है, चाहे आप इसे पसंद करें या नहीं." "लेकिन हमें इसे हल करना होगा, क्योंकि बहुत से लोग मर रहे हैं.
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