इस्लामाबाद: पाकिस्तान ने पहलगाम आतंकी हमले की किसी भी तटस्थ और पारदर्शी जांच में सहयोग करने की पेशकश की है, जिसमें 26 लोग मारे गए. प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने उलटे पहलगाम हमले को दोषारोपण का खेल बताया और कहा कि यह पूरी तरह से बंद होना चाहिए. शरीफ ने कहा कि एक जिम्मेदार देश के रूप में अपनी भूमिका निभाते हुए पाकिस्तान किसी भी तटस्थ, पारदर्शी और विश्वसनीय जांच में भाग लेने के लिए तैयार है.
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, पीएम शहबाज शरीफ शनिवार को खैबर-पख्तूनख्वा प्रांत में पाकिस्तान सैन्य अकादमी में सेना के कैडेटों की पासिंग आउट परेड को संबोधित कर रहे थे.
भारत के सिंधु जल संधि को निलंबित करने के फैसले पर शरीफ ने कहा कि पाकिस्तान के जल के प्रवाह को रोकने, कम करने या मोड़ने के किसी भी प्रयास का पूरी ताकत और शक्ति से जवाब दिया जाएगा.
शरीफ की गीदड़भभकी
शरीफ ने गीदड़भभकी दी कि अगर भारत ने उनके हिस्से का पानी रोक दिया तो वे सभी विकल्प अपनाएंगे. उन्होंने कहा कि जल हमारी जीवन रेखा है और हमारा महत्वपूर्ण राष्ट्रीय हित है और इसकी उपलब्धता को हर कीमत पर और हर परिस्थिति में सुरक्षित रखा जाएगा.
उन्होंने कहा कि पूरा देश पाकिस्तान की सशस्त्र सेनाओं के साथ खड़ा है ताकि मातृभूमि की एक-एक इंच की रक्षा की जा सके. उन्होंने कहा, "हमारे बहादुर सशस्त्र बल देश की संप्रभुता और इसकी क्षेत्रीय अखंडता की किसी भी दुस्साहस से रक्षा करने में सक्षम हैं और पूरी तरह तैयार हैं. हमारे सशस्त्र बल वीरता, अनुकरणीय अनुशासन और राष्ट्र के प्रति अटूट प्रतिबद्धता के प्रतीक हैं."
पीएम शरीफ ने कहा, "शांति हमारी प्राथमिकता है लेकिन इसे हमारी कमजोरी नहीं समझा जाना चाहिए. हम अपने सम्मान और देश की सुरक्षा से कभी समझौता नहीं करेंगे."
शरीफ ने कहा कि पाकिस्तान ने हमेशा सभी रूपों में आतंकवाद की निंदा की है. उन्होंने कहा कि आतंकवाद के कारण 90,000 से अधिक लोगों की जान गई और पाकिस्तान को 600 बिलियन अमेरिकी डॉलर से अधिक की आर्थिक क्षति हुई है. उन्होंने कहा कि हमारी प्रतिबद्धता कि हम किसी भी तरह के आतंकवाद को बर्दाश्त नहीं करेंगे.
पाकिस्तानी प्रधानमंत्री ने आरोप लगाया कि भारत ने बिना किसी विश्वसनीय जांच या सत्यापित साक्ष्य के आधारहीन आरोप और झूठे आरोप लगाया.
फिर अलापा कश्मीर का राग
एक बार फिर कश्मीर का राग अलापते हुए शरीफ ने कहा कि मोहम्मद अली जिन्ना ने कश्मीर को पाकिस्तान की गले की नस कहा था. उन्होंने कहा कि पाकिस्तान कश्मीरी लोगों के आत्मनिर्णय के अधिकार का तब तक समर्थन करता रहेगा जब तक वे अपने अधिकार हासिल नहीं कर लेते.
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