नई दिल्ली: पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने आखिरकार इस बात को कबूल कर लिया कि भारत की बैलिस्टिक मिसाइलों से नूर खान एयरबेस तबाह हुआ. उन्होंने माना कि भारतीय मिसाइलों ने अन्य जगहों को भी भारी नुकसान पहुंचाया. पाकिस्तान अक्सर भारतीय सैन्य कार्रवाई के मामलों को छुपाया है.
शहबाज शरीफ ने कहा कि उन्हें सेना प्रमुख असीम मुनीर ने 10 मई को इन हमलों की जानकारी देर रात दी. शरीफ ने पाकिस्तान की वायुसेना द्वारा स्थानीय तकनीक और चीनी जेट विमानों के इस्तेमाल का जिक्र किया, लेकिन इस बात की पुष्टि की कि भारत की मिसाइलों ने अपने लक्ष्य को भेदा.
Pakistan PM Shehbaz Sharif himself admits that General Asim Munir called him at 2:30am to inform him that India had bombed Nur Khan Air Base and several other locations. Let that sink in — the Prime Minister was woken up in the middle of the night with news of strikes deep inside… pic.twitter.com/b4QbsF7xJh
— Amit Malviya (@amitmalviya) May 16, 2025
पाकिस्तान स्मारक में शुक्रवार को आयोजित एक समारोह को संबोधित करते हुए शरीफ ने कहा, '10 मई को करीब 2:30 बजे जनरल सैयद असीम मुनीर ने मुझे सिक्योर लाइन पर कॉल किया और बताया कि भारत की बैलिस्टिक मिसाइलों ने नूर खान एयरबेस और अन्य इलाकों पर हमला किया है.'
जियो न्यूज की रिपोर्ट के अनुसार हमारी वायुसेना ने अपने देश को बचाने के लिए स्वदेशी तकनीक का इस्तेमाल किया और यहां तक कि उन्होंने चीनी जेट विमानों पर आधुनिक गैजेट्स और तकनीक का भी इस्तेमाल किया. इस बीच, भाजपा नेता अमित मालवीय ने शरीफ की इस स्वीकारोक्ति की ओर भी ध्यान दिलाया कि उन्हें सेना प्रमुख जनरल असीम मुनीर ने सुबह 2:30 बजे जगाया और बताया कि भारतीय मिसाइलों ने नूर खान एयरबेस और अन्य प्रमुख स्थानों पर हमला किया है.
मालवीय ने कहा कि शहबाज शरीफ का यह कबूलनामा ऑपरेशन सिंदूर की सटीकता और साहस को दर्शाती है. सोशल मीडिया एक्स पर एक पोस्ट में मालवीय ने कहा कि पाकिस्तानी प्रधानमंत्री शरीफ ने खुद इस बात को स्वीकार किया है कि जनरल असीम मुनीर ने भारतीय मिसाइलोलों के हमले की जानकारी दी. इसे समझें - प्रधानमंत्री को आधी रात को पाकिस्तान के अंदर हमलों की खबर के साथ जगाया गया.
भारत ने 22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद आतंकवाद के खिलाफ ऑपरेशन सिंदूर के नाम से बड़ी कार्रवाई की. इस हमले में पाकिस्तान में कई आतंकियों के मारे जाने की खबर है. भारतीय सेना ने पाकिस्तान और उसके कब्जे वाले जम्मू-कश्मीर में आतंकी ढांचे को निशाना बनाया.
इसके परिणामस्वरूप जैश-ए-मोहम्मद, लश्कर-ए-तैयबा और हिजबुल मुजाहिदीन जैसे आतंकी संगठनों से जुड़े 100 से अधिक आतंकवादी मारे गए. हमले के बाद पाकिस्तान ने नियंत्रण रेखा और जम्मू-कश्मीर में सीमा पार से भीषण गोलाबारी की. साथ ही सीमावर्ती क्षेत्रों में ड्रोन से हमलों का प्रयास किया.
इसके बाद भारत ने समन्वित हमला किया और पाकिस्तान के 11 वायुसैन्य ठिकानों पर रडार इंफ्रास्ट्रक्चर, संचार केंद्रों और हवाई क्षेत्रों को क्षतिग्रस्त कर दिया. इसके बाद 10 मई को भारत और पाकिस्तान के बीच शत्रुता समाप्त होने की सहमति की घोषणा की गई.