ETV Bharat / international

नेपाल में भूकंप से फिर हिली धरती, तीव्रता रही 4.0 - NEPAL EARTHQUAKE

नेपाल में मंगलवार को 4.0 तीव्रता का भूकंप आया. अभी तक किसी नुकसान की कोई खबर नहीं है.

Earthquake of magnitude 4.0 jolts Nepal
नेपाल में आया भूकंप (प्रतीकात्मक फोटो) (ETV Bharat)
author img

By ETV Bharat Hindi Team

Published : April 15, 2025 at 10:17 AM IST

Updated : April 15, 2025 at 10:26 AM IST

2 Min Read

काठमांडू: नेपाल में एक बार फिर आज तड़के भूंकप के झटके महसूस किए गए. हालांकि इसकी तीव्रता कम रही. किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है. राष्ट्रीय भूकंप विज्ञान केंद्र (एनसीएस) के एक बयान में कहा गया है कि मंगलवार सुबह 4:30 बजे नेपाल में 4.0 तीव्रता का भूकंप आया. एनसीएस के अनुसार भूकंप का केंद्र जमीन के नीचे 25 किमी की गहराई में था.

कम गहराई वाले भूकंप, गहरे भूकंपों की तुलना में अधिक खतरनाक होते हैं, क्योंकि पृथ्वी की सतह के निकट होने के चलते उनकी ऊर्जा अधिक निकलती है. इससे भूमि में अधिक कंपन होता है. संरचनाओं और जनहानि को अधिक नुकसान पहुंचता है. गहरे भूकंपों में सतह पर आने पर उनकी ऊर्जा कम हो जाती है. नेपाल विश्व में 11वां सबसे अधिक भूकंप प्रभावित देश है.

नेपाल हिमालय के किनारे बसा है, जहां बहुत अधिक भूकंप संबंधी गतिविधियां होती हैं. यह एक ऐसी जगह पर स्थित है, जहां भारतीय और यूरेशियाई टेक्टोनिक प्लेटें आपस में टकराती हैं. इस टकराव के कारण तनाव और खिंचाव उत्पन्न होता है जो अंततः भूकंप के रूप में सामने आता है.

नेपाल भी एक ऐसे क्षेत्र में स्थित है, जहां भारतीय प्लेट यूरेशियन प्लेट के नीचे खिसक रही है. ये सब गतिविधियों नेपाल में भूकंप का कारण बन सकती है. नेपाल में कई इमारतें बिना मजबूत चिनाई से बनी हैं, जो बहुत मजबूत नहीं हैं और भूकंप में आसानी से ढह सकती हैं. नेपाल का अधिकांश भाग सुदूर और पहाड़ी है, जिससे भूकंप के बाद राहत और सहायता प्रदान करना मुश्किल हो सकता है. बता दें कि चार अप्रैल को नेपाल में भूकंप आया था. पश्चिमी नेपाल में शाम के वक्त भूकंप के झटके महसूस किए गए थे.

ये भी पढ़ें-नेपाल में एक के बाद एक दो शक्तिशाली भूकंप के झटके, बड़े नुकसान की कोई खबर नहीं

काठमांडू: नेपाल में एक बार फिर आज तड़के भूंकप के झटके महसूस किए गए. हालांकि इसकी तीव्रता कम रही. किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है. राष्ट्रीय भूकंप विज्ञान केंद्र (एनसीएस) के एक बयान में कहा गया है कि मंगलवार सुबह 4:30 बजे नेपाल में 4.0 तीव्रता का भूकंप आया. एनसीएस के अनुसार भूकंप का केंद्र जमीन के नीचे 25 किमी की गहराई में था.

कम गहराई वाले भूकंप, गहरे भूकंपों की तुलना में अधिक खतरनाक होते हैं, क्योंकि पृथ्वी की सतह के निकट होने के चलते उनकी ऊर्जा अधिक निकलती है. इससे भूमि में अधिक कंपन होता है. संरचनाओं और जनहानि को अधिक नुकसान पहुंचता है. गहरे भूकंपों में सतह पर आने पर उनकी ऊर्जा कम हो जाती है. नेपाल विश्व में 11वां सबसे अधिक भूकंप प्रभावित देश है.

नेपाल हिमालय के किनारे बसा है, जहां बहुत अधिक भूकंप संबंधी गतिविधियां होती हैं. यह एक ऐसी जगह पर स्थित है, जहां भारतीय और यूरेशियाई टेक्टोनिक प्लेटें आपस में टकराती हैं. इस टकराव के कारण तनाव और खिंचाव उत्पन्न होता है जो अंततः भूकंप के रूप में सामने आता है.

नेपाल भी एक ऐसे क्षेत्र में स्थित है, जहां भारतीय प्लेट यूरेशियन प्लेट के नीचे खिसक रही है. ये सब गतिविधियों नेपाल में भूकंप का कारण बन सकती है. नेपाल में कई इमारतें बिना मजबूत चिनाई से बनी हैं, जो बहुत मजबूत नहीं हैं और भूकंप में आसानी से ढह सकती हैं. नेपाल का अधिकांश भाग सुदूर और पहाड़ी है, जिससे भूकंप के बाद राहत और सहायता प्रदान करना मुश्किल हो सकता है. बता दें कि चार अप्रैल को नेपाल में भूकंप आया था. पश्चिमी नेपाल में शाम के वक्त भूकंप के झटके महसूस किए गए थे.

ये भी पढ़ें-नेपाल में एक के बाद एक दो शक्तिशाली भूकंप के झटके, बड़े नुकसान की कोई खबर नहीं
Last Updated : April 15, 2025 at 10:26 AM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.