काठमांडू: नेपाल में एक बार फिर आज तड़के भूंकप के झटके महसूस किए गए. हालांकि इसकी तीव्रता कम रही. किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है. राष्ट्रीय भूकंप विज्ञान केंद्र (एनसीएस) के एक बयान में कहा गया है कि मंगलवार सुबह 4:30 बजे नेपाल में 4.0 तीव्रता का भूकंप आया. एनसीएस के अनुसार भूकंप का केंद्र जमीन के नीचे 25 किमी की गहराई में था.
कम गहराई वाले भूकंप, गहरे भूकंपों की तुलना में अधिक खतरनाक होते हैं, क्योंकि पृथ्वी की सतह के निकट होने के चलते उनकी ऊर्जा अधिक निकलती है. इससे भूमि में अधिक कंपन होता है. संरचनाओं और जनहानि को अधिक नुकसान पहुंचता है. गहरे भूकंपों में सतह पर आने पर उनकी ऊर्जा कम हो जाती है. नेपाल विश्व में 11वां सबसे अधिक भूकंप प्रभावित देश है.
EQ of M: 4.0, On: 15/04/2025 04:39:02 IST, Lat: 28.76 N, Long: 82.01 E, Depth: 25 Km, Location: Nepal.
— National Center for Seismology (@NCS_Earthquake) April 14, 2025
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नेपाल हिमालय के किनारे बसा है, जहां बहुत अधिक भूकंप संबंधी गतिविधियां होती हैं. यह एक ऐसी जगह पर स्थित है, जहां भारतीय और यूरेशियाई टेक्टोनिक प्लेटें आपस में टकराती हैं. इस टकराव के कारण तनाव और खिंचाव उत्पन्न होता है जो अंततः भूकंप के रूप में सामने आता है.
नेपाल भी एक ऐसे क्षेत्र में स्थित है, जहां भारतीय प्लेट यूरेशियन प्लेट के नीचे खिसक रही है. ये सब गतिविधियों नेपाल में भूकंप का कारण बन सकती है. नेपाल में कई इमारतें बिना मजबूत चिनाई से बनी हैं, जो बहुत मजबूत नहीं हैं और भूकंप में आसानी से ढह सकती हैं. नेपाल का अधिकांश भाग सुदूर और पहाड़ी है, जिससे भूकंप के बाद राहत और सहायता प्रदान करना मुश्किल हो सकता है. बता दें कि चार अप्रैल को नेपाल में भूकंप आया था. पश्चिमी नेपाल में शाम के वक्त भूकंप के झटके महसूस किए गए थे.