काबुल: अफगानिस्तान बुधवार तड़के एक बार फिर तेज भूकंप के झटकों से हड़कंप मच गया. इस भूकंप के चलते किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है. सरकार की ओर से भूकंप से हुए नुकसान को लेकर आकलन किया जा रहा है.
नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलॉजी (एनसीएस) के अनुसार अफगानिस्तान में 5.9 तीव्रता का भूकंप आया है. भूकंप बुधवार सुबह भारतीय मानक समय (आईएसटी) के अनुसार सुबह 04:43 बजे आया. एनसीएस ने एक्स पर एक पोस्ट में जानकारी शेयर करते हुए कहा कि भूकंप 75 किलोमीटर की गहराई पर आया. इसका केंद्र हिंदू कुश पर्वत श्रृंखला था.
बता दें कि इससे पहले 16 जनवरी को अफगानिस्तान में भूकंप आया था. भूकंप की तीव्रता रिक्टर पैमाने पर 4.2 मापी गई. किसी जानमाल के नुकसान की कोई खबर नहीं मिली. मानवीय मामलों के समन्वय के लिए संयुक्त राष्ट्र कार्यालय (UNOCHA) के अनुसार अफगानिस्तान मौसमी बाढ़, भूस्खलन और भूकंप सहित प्राकृतिक आपदाओं के प्रति अत्यधिक संवेदनशील बना हुआ है.
यूएनओसीएचए ने कहा कि अफगानिस्तान में लगातार आने वाले भूकंपों से कमजोर समुदायों को नुकसान पहुंचता है. ये पहले से ही दशकों के संघर्ष और बदहाली से जूझ रहा है. उनके पास एक साथ आने वाले कई झटकों से निपटने के लिए पर्याप्त संसाधन नहीं है.
जानकारों के अनुसार अफगानिस्तान में भूकंपों का इतिहास रहा है. हिंदू कुश पर्वत श्रृंखला भूगर्भीय रूप से सक्रिय क्षेत्र है, जहां हर साल भूकंप आते हैं. अफगानिस्तान भारतीय और यूरेशियाई टेक्टोनिक प्लेटों के बीच अनेक भ्रंश रेखाओं पर स्थित है, जिसमें एक भ्रंश रेखा सीधे हेरात से होकर गुजरती है.