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लॉस एजिल्स में नेशनल गार्ड तैनात करने पर ट्रंप के खिलाफ मुकदमा दायर, जानें किसने दर्ज कराया केस - CALIFORNIA SUES TRUMP

कैलिफोर्निया सरकार ने ट्रंप के खिलाफ मुकदमा दायर किया है. लॉस एजिल्स में बगैर गवर्नर की अनुमति के नेशनल गार्ड की तैनाती पर कार्रवाई की.

California sues Trump over 'unlawful' National Guard order
लॉस एजिल्स में नेशनल गार्ड तैनात करने पर ट्रंप के खिलाफ मुकदमा दायर (AP)
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By ETV Bharat Hindi Team

Published : June 10, 2025 at 9:21 AM IST

4 Min Read

सैक्रामेंटो: लॉस एजिल्स में नेशनल गार्ड को तैनात करना अमेरिका राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के लिए भारी पड़ा. कैलिफोर्निया सरकार ने ट्रंप प्रशासन पर मुकदमा दायर किया है. साथ ही ट्रंप प्रशासन के इस कदम को 'अधिनायकवाद की ओर एक स्पष्ट कदम' करार दिया.

बता दें कि अवैध अप्रवासियों के खिलाफ कार्रवाई के दौरान बढ़ते विरोध प्रदर्शन को देखते हुए ट्रंप प्रशासन ने लॉस एजिल्स में नेशनल गार्ड को तैनात कर दिया था. इससे स्थानीय लोग और भड़क गए. गर्वनर और मेयर ने ट्रंप प्रशासन के इस फैसले का घोर विरोध किया.

कैलिफोर्निया के गवर्नर ने ये लगाया आरोप

कैलिफोर्निया के गवर्नर गैविन न्यूसम और अटॉर्नी जनरल रॉब बोन्टा ने सोमवार को घोषणा की कि उन्होंने लॉस एजिल्स में नेशनल गार्ड की अवैध और अनावश्यक तैनाती को हटाने के लिए ट्रम्प प्रशासन के खिलाफ मुकदमा दायर किया है. इसके बारे में उन्होंने कहा कि 'इसने लॉस एंजिल्स क्षेत्र में अराजकता और हिंसा को अनावश्यक रूप से बढ़ा दिया है.'

समाचार एजेंसी आईएएनएस के अनुसार सोमवार को गवर्नर के कार्यालय से जारी एक समाचार विज्ञप्ति के अनुसार मुकदमे में राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प, रक्षा सचिव पीट हेगसेथ और रक्षा विभाग के नाम शामिल हैं. इसमें दावा किया गया है कि यह तैनाती अमेरिकी संविधान का उल्लंघन है. राष्ट्रपति के शीर्षक 10 के अधिकार का अतिक्रमण करता है. ऐसा न केवल इसलिए किया गया क्योंकि तैनाती गवर्नर की सहमति या इनपुट के बिना हुआ, जैसा कि संघीय कानून में अनपेक्षित है. विरोध प्रदर्शन शुरू में इमिग्रेशन छापा अभियानों के जवाब में शुरू हुए थे.

लॉस एजिल्स में 2000 नेशनल गार्ड तैनाती के आदेश

हाल के दिनों में प्रशासन के अधिकारियों ने लॉस एंजिल्स, शिकागो और न्यूयॉर्क सहित प्रमुख डेमोक्रेटिक नेतृत्व वाले शहरों पर अपना ध्यान केंद्रित किया है. प्रदर्शनकारियों और कानून प्रवर्तन के बीच तनाव शुक्रवार को बढ़ गया, क्योंकि कुछ प्रदर्शनकारी उग्र हो गए. हालांकि पुलिस ने भी आंसू गैस के गोले दागकर उन्हें नियत्रित करने का प्रयास किया. इस बीच ट्रंप प्रशासन ने शनिवार को 2000 नेशनल गार्ड को तैनात करने का आदेश दिया.

रविवार को बढ़ा विरोध प्रदर्शन

रविवार को विरोध प्रदर्शन और भी तेज हो गए. भीड़ बढ़ती गई और प्रदर्शनकारियों और कानून प्रवर्तन अधिकारियों के बीच टकराव बढ़ गया. अटॉर्नी जनरल बोन्टा ने सोमवार को एक बयान में कहा, 'राज्यपाल और स्थानीय कानून प्रवर्तन अधिकारियों की आपत्तियों के बावजूद लॉस एंजिल्स में नेशनल गार्ड को बुलाने का राष्ट्रपति ट्रम्प का आदेश अनावश्यक और प्रतिकूल है.'

राष्ट्रपति के अधिकारों का दुरुपयोग: अटॉर्नी जनरल

अटॉर्नी जनरल बोन्टा ने कहा, 'राष्ट्रपति अपने राजनीतिक उद्देश्यों के लिए जमीन पर अराजकता और संकट पैदा करने की कोशिश कर रहे हैं. कैलिफोर्निया में नेशनल गार्ड की तैनाती संघीय कानून के तहत राष्ट्रपति के अधिकारों का दुरुपयोग है. हम इसे हल्के में नहीं लेते. हम अदालत से इस गैरकानूनी, अभूतपूर्व आदेश पर रोक लगाने की मांग कर रहे हैं.' न्यूज़ॉम ने कहा कि नेशनल गार्ड की तैनाती 'एक निर्मित संकट' है. उन्होंने ट्रम्प पर जानबूझकर अराजकता पैदा करने, समुदायों को आतंकित करने और हमारे महान लोकतंत्र के सिद्धांतों को खतरे में डालने का आरोप लगाया.

गवर्नर ने कहा, 'यह स्पष्ट रूप से तानाशाही की ओर एक कदम है. हम इसे बर्दाश्त नहीं करेंगे. मुकदमे की घोषणा के बाद, ट्रंप ने सोशल मीडिया पर पोस्ट किया कि अगर प्रदर्शनकारियों ने नेशनल गार्ड के सदस्यों के साथ किसी तरह का अनैतिक कार्य किया गया तो उनका प्रशासन 'जवाबी हमला' करेगा. उन्होंने लिखा, 'मैं आपसे वादा करता हूं कि उन्हें पहले से कहीं अधिक कड़ी कार्रवाई की जाएगी.

इस तरह का अपमान बर्दाश्त नहीं किया जाएगा! ट्रंप ने सोमवार को सुझाव दिया कि न्यूजॉम को गिरफ्तार किया जाना चाहिए. जवाब में न्यूजॉम ने एक सोशल मीडिया पोस्ट में कहा, 'अमेरिका के राष्ट्रपति ने अभी-अभी एक मौजूदा गवर्नर की गिरफ्तारी का आह्वान किया है. यह एक ऐसा दिन है जिसकी मुझे उम्मीद नहीं थी कि मैं अमेरिका में कभी देखूंगा.

ये भी पढ़ें- लॉस एजिल्स में विरोध प्रदर्शन तेज, ट्रंप की नेशनल गार्ड की तैनाती से बिगड़े माहौल, जानें क्या है मामला - PROTESTS IN LOS ANGELES

सैक्रामेंटो: लॉस एजिल्स में नेशनल गार्ड को तैनात करना अमेरिका राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के लिए भारी पड़ा. कैलिफोर्निया सरकार ने ट्रंप प्रशासन पर मुकदमा दायर किया है. साथ ही ट्रंप प्रशासन के इस कदम को 'अधिनायकवाद की ओर एक स्पष्ट कदम' करार दिया.

बता दें कि अवैध अप्रवासियों के खिलाफ कार्रवाई के दौरान बढ़ते विरोध प्रदर्शन को देखते हुए ट्रंप प्रशासन ने लॉस एजिल्स में नेशनल गार्ड को तैनात कर दिया था. इससे स्थानीय लोग और भड़क गए. गर्वनर और मेयर ने ट्रंप प्रशासन के इस फैसले का घोर विरोध किया.

कैलिफोर्निया के गवर्नर ने ये लगाया आरोप

कैलिफोर्निया के गवर्नर गैविन न्यूसम और अटॉर्नी जनरल रॉब बोन्टा ने सोमवार को घोषणा की कि उन्होंने लॉस एजिल्स में नेशनल गार्ड की अवैध और अनावश्यक तैनाती को हटाने के लिए ट्रम्प प्रशासन के खिलाफ मुकदमा दायर किया है. इसके बारे में उन्होंने कहा कि 'इसने लॉस एंजिल्स क्षेत्र में अराजकता और हिंसा को अनावश्यक रूप से बढ़ा दिया है.'

समाचार एजेंसी आईएएनएस के अनुसार सोमवार को गवर्नर के कार्यालय से जारी एक समाचार विज्ञप्ति के अनुसार मुकदमे में राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प, रक्षा सचिव पीट हेगसेथ और रक्षा विभाग के नाम शामिल हैं. इसमें दावा किया गया है कि यह तैनाती अमेरिकी संविधान का उल्लंघन है. राष्ट्रपति के शीर्षक 10 के अधिकार का अतिक्रमण करता है. ऐसा न केवल इसलिए किया गया क्योंकि तैनाती गवर्नर की सहमति या इनपुट के बिना हुआ, जैसा कि संघीय कानून में अनपेक्षित है. विरोध प्रदर्शन शुरू में इमिग्रेशन छापा अभियानों के जवाब में शुरू हुए थे.

लॉस एजिल्स में 2000 नेशनल गार्ड तैनाती के आदेश

हाल के दिनों में प्रशासन के अधिकारियों ने लॉस एंजिल्स, शिकागो और न्यूयॉर्क सहित प्रमुख डेमोक्रेटिक नेतृत्व वाले शहरों पर अपना ध्यान केंद्रित किया है. प्रदर्शनकारियों और कानून प्रवर्तन के बीच तनाव शुक्रवार को बढ़ गया, क्योंकि कुछ प्रदर्शनकारी उग्र हो गए. हालांकि पुलिस ने भी आंसू गैस के गोले दागकर उन्हें नियत्रित करने का प्रयास किया. इस बीच ट्रंप प्रशासन ने शनिवार को 2000 नेशनल गार्ड को तैनात करने का आदेश दिया.

रविवार को बढ़ा विरोध प्रदर्शन

रविवार को विरोध प्रदर्शन और भी तेज हो गए. भीड़ बढ़ती गई और प्रदर्शनकारियों और कानून प्रवर्तन अधिकारियों के बीच टकराव बढ़ गया. अटॉर्नी जनरल बोन्टा ने सोमवार को एक बयान में कहा, 'राज्यपाल और स्थानीय कानून प्रवर्तन अधिकारियों की आपत्तियों के बावजूद लॉस एंजिल्स में नेशनल गार्ड को बुलाने का राष्ट्रपति ट्रम्प का आदेश अनावश्यक और प्रतिकूल है.'

राष्ट्रपति के अधिकारों का दुरुपयोग: अटॉर्नी जनरल

अटॉर्नी जनरल बोन्टा ने कहा, 'राष्ट्रपति अपने राजनीतिक उद्देश्यों के लिए जमीन पर अराजकता और संकट पैदा करने की कोशिश कर रहे हैं. कैलिफोर्निया में नेशनल गार्ड की तैनाती संघीय कानून के तहत राष्ट्रपति के अधिकारों का दुरुपयोग है. हम इसे हल्के में नहीं लेते. हम अदालत से इस गैरकानूनी, अभूतपूर्व आदेश पर रोक लगाने की मांग कर रहे हैं.' न्यूज़ॉम ने कहा कि नेशनल गार्ड की तैनाती 'एक निर्मित संकट' है. उन्होंने ट्रम्प पर जानबूझकर अराजकता पैदा करने, समुदायों को आतंकित करने और हमारे महान लोकतंत्र के सिद्धांतों को खतरे में डालने का आरोप लगाया.

गवर्नर ने कहा, 'यह स्पष्ट रूप से तानाशाही की ओर एक कदम है. हम इसे बर्दाश्त नहीं करेंगे. मुकदमे की घोषणा के बाद, ट्रंप ने सोशल मीडिया पर पोस्ट किया कि अगर प्रदर्शनकारियों ने नेशनल गार्ड के सदस्यों के साथ किसी तरह का अनैतिक कार्य किया गया तो उनका प्रशासन 'जवाबी हमला' करेगा. उन्होंने लिखा, 'मैं आपसे वादा करता हूं कि उन्हें पहले से कहीं अधिक कड़ी कार्रवाई की जाएगी.

इस तरह का अपमान बर्दाश्त नहीं किया जाएगा! ट्रंप ने सोमवार को सुझाव दिया कि न्यूजॉम को गिरफ्तार किया जाना चाहिए. जवाब में न्यूजॉम ने एक सोशल मीडिया पोस्ट में कहा, 'अमेरिका के राष्ट्रपति ने अभी-अभी एक मौजूदा गवर्नर की गिरफ्तारी का आह्वान किया है. यह एक ऐसा दिन है जिसकी मुझे उम्मीद नहीं थी कि मैं अमेरिका में कभी देखूंगा.

ये भी पढ़ें- लॉस एजिल्स में विरोध प्रदर्शन तेज, ट्रंप की नेशनल गार्ड की तैनाती से बिगड़े माहौल, जानें क्या है मामला - PROTESTS IN LOS ANGELES
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