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अजान और नमाज के वक्त हिंदू बंद करें पूजा-पाठ और लाउडस्पीकर, बांग्लादेश में सरकार का तालिबानी फरमान! - Bangladesh On Hindus Durga Puja

Bangladesh On Hindus Durga Puja: बांग्लादेश में अंतरिम सरकार के गृह मंत्रालय ने तालिबानी फरमान जारी कर दिया है. नए फरमान में दुर्गा पूजा से पहले देश के अल्पसंख्यक हिंदू समुदाय को एडवायजरी जारी किया गया है. इसमें पूजा समितियों को अजान और नमाज से पांच मिनट पहले दुर्गा पूजा से जुड़े अनुष्ठान और साउंड सिस्टम बंद करने को कहा गया है.

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By ETV Bharat Hindi Team

Published : Sep 12, 2024, 9:53 PM IST

Hindu in Bangladesh
मोहम्मद यूनुस और बांग्लादेश में दुर्गा पूजा की तस्वीर (फाइल) (AFP)

ढाका: मोहम्मद यूनुस के नेतृत्व वाली बांग्लादेश की नई अंतरिम सरकार ने हिंदू समुदाय से कहा है कि वे दुर्गा पूजा समारोह के दौरान नमाज और अजान के वक्त संगीत वाद्ययंत्र बजाने से बचें. इस आदेश से हिंदू समुदाय में भारी आक्रोश देखा जा रहा है. बांग्लादेश की अंतरिम सरकार के इस आदेश की तुलना लोग तालिबानी फरमान से कर रहे हैं. अब इस फैसले का विरोध भी हो रहा है.

बांग्लादेश सरकार का यह निर्देश वहां के स्वतंत्रता सेनानियों के वंशजों के लिए शिक्षा और नौकरियों में कोटा के खिलाफ छात्रों के विरोध प्रदर्शन और उसके बाद पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना को पद से हटाए जाने के बाद देश में अल्पसंख्यक हिंदू समुदाय पर हुए हमलों के कुछ सप्ताह बाद आया है. तब से, बांग्लादेश में धार्मिक अल्पसंख्यकों, खासकर हिंदुओं की सुरक्षा को लेकर सवाल उठ रहे हैं.

स्थानीय मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, बांग्लादेश के गृह मामलों के सलाहकार लेफ्टिनेंट जनरल (सेवानिवृत्त) मोहम्मद जहांगीर आलम चौधरी ने कहा कि पूजा समितियों को अजान और नमाज के वक्त लाउडस्पीकर बंद करने और संगीत वाद्ययंत्र बजाने से बचने के लिए कहा गया है. उन्होंने कहा कि आयोजकों ने अनुरोध पर सहमति जताई है. चौधरी ढाका सचिवालय में दुर्गा पूजा से पहले कानून और व्यवस्था की तैयारियों की समीक्षा करने के बाद मीडिया से बात करते हुए हिंदुओं के लिए बड़ा फरमान सुना दिया.

मीडिया से बात करते हुए चौधरी ने कहा कि इस साल बांग्लादेश में कुल 32,666 पूजा पंडाल लगाए जाएंगे, जो पिछले साल की संख्या 33,431 से कम है. शाह पोरन की दरगाह पर हाल ही में हुई घटना सहित धार्मिक स्थलों पर हमलों के बारे में पूछे जाने पर लेफ्टिनेंट जनरल चौधरी ने कहा कि, उन्हें शाह पोरन दरगाह पर हुए हमले के बारे में कुछ नहीं पता. हालांकि, सुरक्षा सुनिश्चित करना उनकी जिम्मेदारी है ताकि कोई हमला न हो. उन्होंने कहा कि, कानून लागू करने वालों को इस संबंध में निर्देश दिए गए हैं.

चौधरी ने आगे आश्वासन दिया कि मूर्तियों के निर्माण के समय से ही पूजा आयोजकों को सुरक्षा प्रदान की जाएगी. उन्होंने मीडिया से कहा, सरकार ने पूजा मंडपों में चौबीसों घंटे सुरक्षा सुनिश्चित करने के बारे में चर्चा की है. पूजा को बिना किसी बाधा के मनाने और असमाजिक तत्वों की बुरी गतिविधियों को रोकने के लिए उपाय किए जाएंगे. बांग्लादेश में हिंदुओं के लिए जारी किए गए नए फरमान ने भारत में लोगों की नाराजगी काफी बढ़ दी है.

इस बीच, मुहम्मद यूनुस शासन द्वारा उठाए गए कुछ कदमों ने भारत में लोगों की भौंहें भी चढ़ा दी हैं. कुछ दिन पहले, यूनुस की कार्यवाहक सरकार ने भारत को हिल्सा मछली के निर्यात पर प्रतिबंध लगा दिया. जिससे दुर्गा पूजा से पहले बांग्लादेशी इलिश मछली की कमी हो गई और कीमतें आसमान छूने लगीं. इस प्रतिबंध ने बांग्लादेश द्वारा भारत, खासकर पश्चिम बंगाल में त्योहारी सीजन के दौरान इलिश की बड़ी खेप भेजने की लंबे समय से चली आ रही प्रथा को खत्म कर दिया जो कि आवामी लीग की नेता और पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना द्वारा अपनाई गई सद्भावना प्रथा थी.

ये भी पढ़ें: बांग्लादेश की पूर्व पीएम खालिदा जिया अस्पताल में भर्ती

ढाका: मोहम्मद यूनुस के नेतृत्व वाली बांग्लादेश की नई अंतरिम सरकार ने हिंदू समुदाय से कहा है कि वे दुर्गा पूजा समारोह के दौरान नमाज और अजान के वक्त संगीत वाद्ययंत्र बजाने से बचें. इस आदेश से हिंदू समुदाय में भारी आक्रोश देखा जा रहा है. बांग्लादेश की अंतरिम सरकार के इस आदेश की तुलना लोग तालिबानी फरमान से कर रहे हैं. अब इस फैसले का विरोध भी हो रहा है.

बांग्लादेश सरकार का यह निर्देश वहां के स्वतंत्रता सेनानियों के वंशजों के लिए शिक्षा और नौकरियों में कोटा के खिलाफ छात्रों के विरोध प्रदर्शन और उसके बाद पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना को पद से हटाए जाने के बाद देश में अल्पसंख्यक हिंदू समुदाय पर हुए हमलों के कुछ सप्ताह बाद आया है. तब से, बांग्लादेश में धार्मिक अल्पसंख्यकों, खासकर हिंदुओं की सुरक्षा को लेकर सवाल उठ रहे हैं.

स्थानीय मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, बांग्लादेश के गृह मामलों के सलाहकार लेफ्टिनेंट जनरल (सेवानिवृत्त) मोहम्मद जहांगीर आलम चौधरी ने कहा कि पूजा समितियों को अजान और नमाज के वक्त लाउडस्पीकर बंद करने और संगीत वाद्ययंत्र बजाने से बचने के लिए कहा गया है. उन्होंने कहा कि आयोजकों ने अनुरोध पर सहमति जताई है. चौधरी ढाका सचिवालय में दुर्गा पूजा से पहले कानून और व्यवस्था की तैयारियों की समीक्षा करने के बाद मीडिया से बात करते हुए हिंदुओं के लिए बड़ा फरमान सुना दिया.

मीडिया से बात करते हुए चौधरी ने कहा कि इस साल बांग्लादेश में कुल 32,666 पूजा पंडाल लगाए जाएंगे, जो पिछले साल की संख्या 33,431 से कम है. शाह पोरन की दरगाह पर हाल ही में हुई घटना सहित धार्मिक स्थलों पर हमलों के बारे में पूछे जाने पर लेफ्टिनेंट जनरल चौधरी ने कहा कि, उन्हें शाह पोरन दरगाह पर हुए हमले के बारे में कुछ नहीं पता. हालांकि, सुरक्षा सुनिश्चित करना उनकी जिम्मेदारी है ताकि कोई हमला न हो. उन्होंने कहा कि, कानून लागू करने वालों को इस संबंध में निर्देश दिए गए हैं.

चौधरी ने आगे आश्वासन दिया कि मूर्तियों के निर्माण के समय से ही पूजा आयोजकों को सुरक्षा प्रदान की जाएगी. उन्होंने मीडिया से कहा, सरकार ने पूजा मंडपों में चौबीसों घंटे सुरक्षा सुनिश्चित करने के बारे में चर्चा की है. पूजा को बिना किसी बाधा के मनाने और असमाजिक तत्वों की बुरी गतिविधियों को रोकने के लिए उपाय किए जाएंगे. बांग्लादेश में हिंदुओं के लिए जारी किए गए नए फरमान ने भारत में लोगों की नाराजगी काफी बढ़ दी है.

इस बीच, मुहम्मद यूनुस शासन द्वारा उठाए गए कुछ कदमों ने भारत में लोगों की भौंहें भी चढ़ा दी हैं. कुछ दिन पहले, यूनुस की कार्यवाहक सरकार ने भारत को हिल्सा मछली के निर्यात पर प्रतिबंध लगा दिया. जिससे दुर्गा पूजा से पहले बांग्लादेशी इलिश मछली की कमी हो गई और कीमतें आसमान छूने लगीं. इस प्रतिबंध ने बांग्लादेश द्वारा भारत, खासकर पश्चिम बंगाल में त्योहारी सीजन के दौरान इलिश की बड़ी खेप भेजने की लंबे समय से चली आ रही प्रथा को खत्म कर दिया जो कि आवामी लीग की नेता और पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना द्वारा अपनाई गई सद्भावना प्रथा थी.

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