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यंग लोगों को इस वजह से जिम में आ रहें हार्ट अटैक, जानें क्या होता है थिक हार्ट सिंड्रोम - WHAT IS THICK HEART SYNDROME

हेपेटोट्रोफिक कार्डियोमायोपैथी (HCM) एक ऐसा हेल्थ कंडीशन है जिसमें हृदय की कुछ मांसपेशियां मोटी हो जाती हैं, जिससे ब्लड पंप करना कठिन हो जाता है...

Young people are coming to the gym because of this heart attack, know what is thick heart syndrome or  Hypertrophic cardiomyopathy
यंग लोगों को इस वजह से जिम में आ रहें हार्ट अटैक, जानें क्या होता है थिक हार्ट सिंड्रोम (GETTY IMAGES)
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By ETV Bharat Health Team

Published : June 13, 2025 at 8:11 PM IST

Updated : June 13, 2025 at 8:53 PM IST

6 Min Read
  • लेखक- स्नेहा भारती

बायोलॉजी में ह्यूमन हार्ट को कुदरत का चमत्कार कहा जाता है, क्योंकि यह जीवन को बनाए रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है. इसके साथ ही हार्ट का कॉम्प्लेक्स स्ट्रक्चर और कार्य अद्भुत होता है. दिल मानव शरीर का एक अत्यंत महत्वपूर्ण अंग है, जो ब्लड को पंप करने के लिए जिम्मेदार है. यह ब्लड वेसेल्स के एक नेटवर्क के माध्यम से पूरे शरीर में ब्लड सर्कुलेशन करता है. आपको बता दें, दिल मुट्ठी के आकार का होता है, लेकिन यह एक शक्तिशाली पंप की तरह काम करता है, जो लगातार ब्लड सर्कुलेशन करता है. लेकिन क्या होगा जब दिल को चलाने वाली यह मांसपेशी अचानक से मोटी हो जाएगी. ऐसे में मुंबई के सैफी हॉस्पिटल के कंसल्टेंट इंटरवेंशनल कार्डियोलॉजिस्ट डॉ. निमित सी शाह से जानें क्या होता है थिक हार्ट सिंड्रोम...

जानें क्या होता है थिक हार्ट सिंड्रोम?
डॉ. निमित सी शाह के मुताबिक, हाइपरट्रॉफिक कार्डियोमायोपैथी (HCM) को कभी-कभी ऑफिशियल तौर से "थिक हार्ट सिंड्रोम" कहा जाता है. हाइपरट्रॉफिक कार्डियोमायोपैथी (HCM) एक ऐसी बीमारी है जिसमें हृदय की मांसपेशी (heart muscle) मोटी हो जाती है, जिसे हाइपरट्रॉफाइड भी कहा जाता है. हृदय की मांसपेशी मोटी होने से हृदय के लिए रक्त पंप करना कठिन हो जाता है.

HCM का क्या कारण है?
हाइपरट्रॉफिक कार्डियोमायोपैथी (HCM) आमतौर पर एक जेनेटिक बीमारी है, यानी इसे माता-पिता से विरासत में मिलती है. इसे पारिवारिक कार्डियोमायोपैथी भी कहा जाता है, क्योंकि यह आमतौर पर परिवारों में पीढ़ी दर पीढ़ी आगे बढ़ता है. इस बीमारी में हृदय की मांसपेशियों की वृद्धि को कंट्रोल करने वाले जीन में बदलाव होता है. मतलब, हाइपरट्रॉफिक कार्डियोमायोपैथी आमतौर पर जीन में परिवर्तन के कारण होती है और लोगों को तब तक इस बीमारी का पता ही नहीं चलता है, जब तक कि वे नियमित जांच या हृदय संबंधी किसी घटना (जैसे, दिल का दौरा) के बाद जांच नहीं कराते. कुछ मामलों में, यह बीमारी जेनेटिक लिंक के बिना भी डेवलप हो सकती है.

Young people are coming to the gym because of this heart attack, know what is thick heart syndrome or  Hypertrophic cardiomyopathy
यंग लोगों को इस वजह से जिम में आ रहें हार्ट अटैक, जानें क्या होता है थिक हार्ट सिंड्रोम (GETTY IMAGES)

यह हार्ट को कैसे प्रभावित करता है
हाइपरट्रॉफिक कार्डियोमायोपैथी (HCM) आमतौर पर वेंट्रिकुलर सेप्टम को प्रभावित करती है, जो हार्ट के दो निचले कक्षों, बाएं और दाएं वेंट्रिकल के बीच की दीवार होती है. इस दीवार का मोटा होना ब्लड सर्कुलेशन को बाधित कर सकता है, जिसे ऑब्सट्रक्टिव हाइपरट्रॉफिक कार्डियोमायोपैथी कहा जाता है. HCM में, हार्ट की मांसपेशी मोटी हो जाती है, जिससे हार्ट चेंबर को ब्लड से भरना और खाली करना कठिन हो जाता है. दिल की मांसपेशी का मोटा होना माइट्रल वाल्व (बाएं आलिंद और बाएं वेंट्रिकल के बीच) को भी प्रभावित कर सकता है, जिससे रक्त का रिसाव हो सकता है. HCM हार्ट फेलियर और अन्य गंभीर हार्ट कंडीशन के रिस्क को भी बढ़ा सकता है. इसके साथ ही, इस बीमारी के चलते दिल का आकार भी बदल सकता है.

थिक हार्ट सिंड्रोम के लक्षण
डॉ. निमित सी शाह के मुताबिक, हाइपरट्रॉफिक कार्डियोमायोपैथी से पीड़ित कई लोगों को पता ही नहीं चलता कि उन्हें यह बीमारी है. ऐसा इसलिए है क्योंकि उनमें बहुत कम, या कोई भी, लक्षण नहीं होते हैं. लेकिन HCM से पीड़ित कुछ लोगों में, हृदय की मांसपेशी मोटी होने से गंभीर लक्षण हो सकते हैं. इनमें सांस लेने में तकलीफ और सीने में दर्द शामिल हैं. HCM से पीड़ित कुछ लोगों के दिल के इलेक्ट्रिकल सिस्टम में बदलाव होते हैं. इन बदलावों के परिणामस्वरूप जीवन के लिए खतरा पैदा करने वाली अनियमित दिल की धड़कन या अचानक मृत्यु हो सकती है.
एचसीएम शुरूआती अवस्था में भ्रामक रूप से मौन हो सकता है, लेकिन जब लक्षण दिखाई देते हैं, तो उनमें निम्नलिखित शामिल हो सकते हैं, जैसे कि

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यंग लोगों को इस वजह से जिम में आ रहें हार्ट अटैक, जानें क्या होता है थिक हार्ट सिंड्रोम (GETTY IMAGES)
  • सांस लेने में तकलीफ, विशेष रूप से परिश्रम के साथ
  • छाती में दर्द
  • धड़कन बढ़ना या दिल की धड़कन का तेज होना
  • चक्कर आना या बेहोशी, विशेष रूप से व्यायाम के बाद
  • दुर्लभ लेकिन गंभीर मामलों में, एचसीएम के कारण अचानक हृदय मृत्यु हो सकती है, विशेष रूप से युवा एथलीटों में...

थिक हार्ट सिंड्रोम का निदान
इसका निदान आमतौर पर इलेक्ट्रोकार्डियोग्राम (ईसीजी) और इकोकार्डियोग्राम (हृदय अल्ट्रासाउंड) जैसे आसान टेस्ट के माध्यम से किया जाता है, जिससे हृदय की मांसपेशियों की मोटाई को मापा जाता है. कभी-कभी एमआरआई की आवश्यकता हो सकती है. मोटे दिल के सिंड्रोम का निदान जेनेटिक टेस्ट द्वारा भी किया जा सकता है.

थिक हार्ट सिंड्रोम का इलाज
इस साइलेंट किलर का इलाज स्थिति की गंभीरता पर निर्भर करता है. बीटा-ब्लॉकर्स और कैल्शियम चैनल ब्लॉकर्स जैसी कुछ दवाएं हृदय को आराम देने और ब्लड फ्लो को बेहतर बनाने में मदद करती हैं. गंभीर मामलों में, दिल की मांसपेशियों की मोटाई को कम करने के लिए सर्जरी या इम्प्लांटेबल डिफिब्रिलेटर (ICD) की आवश्यकता हो सकती है.

Young people are coming to the gym because of this heart attack, know what is thick heart syndrome or  Hypertrophic cardiomyopathy
यंग लोगों को इस वजह से जिम में आ रहें हार्ट अटैक, जानें क्या होता है थिक हार्ट सिंड्रोम (GETTY IMAGES)

थिक हार्ट सिंड्रोम के प्रति जागरूकता क्यों जरूरी
ऐसा अनुमान है कि HCM 500 में से 1 व्यक्ति को प्रभावित करता है, फिर भी अक्सर इसका निदान नहीं हो पाता. जागरूकता बढ़ाना, खासकर युवा लोगों और एथलीटों के बीच, जीवन बचाने में मदद कर सकता है. इसलिए अगर आपको या आपके परिवार के किसी सदस्य को बिना किसी कारण के बेहोशी, दिल का दौरा या अचानक हार्ट रेट रुकने की समस्या है, तो स्वास्थ्य सेवा प्रदाता से बात करने पर विचार करें. हो सकता है कि आपका दिल आपको कुछ बताने की कोशिश कर रहा हो, सुनने के लिए बहुत देर होने तक इंतजार न करें.

(डिस्क्लेमर: यह सामान्य जानकारी केवल पढ़ने के उद्देश्य से प्रदान की गई है. ईटीवी भारत इस जानकारी की वैज्ञानिक वैधता के बारे में कोई दावा नहीं करता है. अधिक जानकारी के लिए कृपया डॉक्टर से परामर्श लें.)

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  • लेखक- स्नेहा भारती

बायोलॉजी में ह्यूमन हार्ट को कुदरत का चमत्कार कहा जाता है, क्योंकि यह जीवन को बनाए रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है. इसके साथ ही हार्ट का कॉम्प्लेक्स स्ट्रक्चर और कार्य अद्भुत होता है. दिल मानव शरीर का एक अत्यंत महत्वपूर्ण अंग है, जो ब्लड को पंप करने के लिए जिम्मेदार है. यह ब्लड वेसेल्स के एक नेटवर्क के माध्यम से पूरे शरीर में ब्लड सर्कुलेशन करता है. आपको बता दें, दिल मुट्ठी के आकार का होता है, लेकिन यह एक शक्तिशाली पंप की तरह काम करता है, जो लगातार ब्लड सर्कुलेशन करता है. लेकिन क्या होगा जब दिल को चलाने वाली यह मांसपेशी अचानक से मोटी हो जाएगी. ऐसे में मुंबई के सैफी हॉस्पिटल के कंसल्टेंट इंटरवेंशनल कार्डियोलॉजिस्ट डॉ. निमित सी शाह से जानें क्या होता है थिक हार्ट सिंड्रोम...

जानें क्या होता है थिक हार्ट सिंड्रोम?
डॉ. निमित सी शाह के मुताबिक, हाइपरट्रॉफिक कार्डियोमायोपैथी (HCM) को कभी-कभी ऑफिशियल तौर से "थिक हार्ट सिंड्रोम" कहा जाता है. हाइपरट्रॉफिक कार्डियोमायोपैथी (HCM) एक ऐसी बीमारी है जिसमें हृदय की मांसपेशी (heart muscle) मोटी हो जाती है, जिसे हाइपरट्रॉफाइड भी कहा जाता है. हृदय की मांसपेशी मोटी होने से हृदय के लिए रक्त पंप करना कठिन हो जाता है.

HCM का क्या कारण है?
हाइपरट्रॉफिक कार्डियोमायोपैथी (HCM) आमतौर पर एक जेनेटिक बीमारी है, यानी इसे माता-पिता से विरासत में मिलती है. इसे पारिवारिक कार्डियोमायोपैथी भी कहा जाता है, क्योंकि यह आमतौर पर परिवारों में पीढ़ी दर पीढ़ी आगे बढ़ता है. इस बीमारी में हृदय की मांसपेशियों की वृद्धि को कंट्रोल करने वाले जीन में बदलाव होता है. मतलब, हाइपरट्रॉफिक कार्डियोमायोपैथी आमतौर पर जीन में परिवर्तन के कारण होती है और लोगों को तब तक इस बीमारी का पता ही नहीं चलता है, जब तक कि वे नियमित जांच या हृदय संबंधी किसी घटना (जैसे, दिल का दौरा) के बाद जांच नहीं कराते. कुछ मामलों में, यह बीमारी जेनेटिक लिंक के बिना भी डेवलप हो सकती है.

Young people are coming to the gym because of this heart attack, know what is thick heart syndrome or  Hypertrophic cardiomyopathy
यंग लोगों को इस वजह से जिम में आ रहें हार्ट अटैक, जानें क्या होता है थिक हार्ट सिंड्रोम (GETTY IMAGES)

यह हार्ट को कैसे प्रभावित करता है
हाइपरट्रॉफिक कार्डियोमायोपैथी (HCM) आमतौर पर वेंट्रिकुलर सेप्टम को प्रभावित करती है, जो हार्ट के दो निचले कक्षों, बाएं और दाएं वेंट्रिकल के बीच की दीवार होती है. इस दीवार का मोटा होना ब्लड सर्कुलेशन को बाधित कर सकता है, जिसे ऑब्सट्रक्टिव हाइपरट्रॉफिक कार्डियोमायोपैथी कहा जाता है. HCM में, हार्ट की मांसपेशी मोटी हो जाती है, जिससे हार्ट चेंबर को ब्लड से भरना और खाली करना कठिन हो जाता है. दिल की मांसपेशी का मोटा होना माइट्रल वाल्व (बाएं आलिंद और बाएं वेंट्रिकल के बीच) को भी प्रभावित कर सकता है, जिससे रक्त का रिसाव हो सकता है. HCM हार्ट फेलियर और अन्य गंभीर हार्ट कंडीशन के रिस्क को भी बढ़ा सकता है. इसके साथ ही, इस बीमारी के चलते दिल का आकार भी बदल सकता है.

थिक हार्ट सिंड्रोम के लक्षण
डॉ. निमित सी शाह के मुताबिक, हाइपरट्रॉफिक कार्डियोमायोपैथी से पीड़ित कई लोगों को पता ही नहीं चलता कि उन्हें यह बीमारी है. ऐसा इसलिए है क्योंकि उनमें बहुत कम, या कोई भी, लक्षण नहीं होते हैं. लेकिन HCM से पीड़ित कुछ लोगों में, हृदय की मांसपेशी मोटी होने से गंभीर लक्षण हो सकते हैं. इनमें सांस लेने में तकलीफ और सीने में दर्द शामिल हैं. HCM से पीड़ित कुछ लोगों के दिल के इलेक्ट्रिकल सिस्टम में बदलाव होते हैं. इन बदलावों के परिणामस्वरूप जीवन के लिए खतरा पैदा करने वाली अनियमित दिल की धड़कन या अचानक मृत्यु हो सकती है.
एचसीएम शुरूआती अवस्था में भ्रामक रूप से मौन हो सकता है, लेकिन जब लक्षण दिखाई देते हैं, तो उनमें निम्नलिखित शामिल हो सकते हैं, जैसे कि

Young people are coming to the gym because of this heart attack, know what is thick heart syndrome or  Hypertrophic cardiomyopathy
यंग लोगों को इस वजह से जिम में आ रहें हार्ट अटैक, जानें क्या होता है थिक हार्ट सिंड्रोम (GETTY IMAGES)
  • सांस लेने में तकलीफ, विशेष रूप से परिश्रम के साथ
  • छाती में दर्द
  • धड़कन बढ़ना या दिल की धड़कन का तेज होना
  • चक्कर आना या बेहोशी, विशेष रूप से व्यायाम के बाद
  • दुर्लभ लेकिन गंभीर मामलों में, एचसीएम के कारण अचानक हृदय मृत्यु हो सकती है, विशेष रूप से युवा एथलीटों में...

थिक हार्ट सिंड्रोम का निदान
इसका निदान आमतौर पर इलेक्ट्रोकार्डियोग्राम (ईसीजी) और इकोकार्डियोग्राम (हृदय अल्ट्रासाउंड) जैसे आसान टेस्ट के माध्यम से किया जाता है, जिससे हृदय की मांसपेशियों की मोटाई को मापा जाता है. कभी-कभी एमआरआई की आवश्यकता हो सकती है. मोटे दिल के सिंड्रोम का निदान जेनेटिक टेस्ट द्वारा भी किया जा सकता है.

थिक हार्ट सिंड्रोम का इलाज
इस साइलेंट किलर का इलाज स्थिति की गंभीरता पर निर्भर करता है. बीटा-ब्लॉकर्स और कैल्शियम चैनल ब्लॉकर्स जैसी कुछ दवाएं हृदय को आराम देने और ब्लड फ्लो को बेहतर बनाने में मदद करती हैं. गंभीर मामलों में, दिल की मांसपेशियों की मोटाई को कम करने के लिए सर्जरी या इम्प्लांटेबल डिफिब्रिलेटर (ICD) की आवश्यकता हो सकती है.

Young people are coming to the gym because of this heart attack, know what is thick heart syndrome or  Hypertrophic cardiomyopathy
यंग लोगों को इस वजह से जिम में आ रहें हार्ट अटैक, जानें क्या होता है थिक हार्ट सिंड्रोम (GETTY IMAGES)

थिक हार्ट सिंड्रोम के प्रति जागरूकता क्यों जरूरी
ऐसा अनुमान है कि HCM 500 में से 1 व्यक्ति को प्रभावित करता है, फिर भी अक्सर इसका निदान नहीं हो पाता. जागरूकता बढ़ाना, खासकर युवा लोगों और एथलीटों के बीच, जीवन बचाने में मदद कर सकता है. इसलिए अगर आपको या आपके परिवार के किसी सदस्य को बिना किसी कारण के बेहोशी, दिल का दौरा या अचानक हार्ट रेट रुकने की समस्या है, तो स्वास्थ्य सेवा प्रदाता से बात करने पर विचार करें. हो सकता है कि आपका दिल आपको कुछ बताने की कोशिश कर रहा हो, सुनने के लिए बहुत देर होने तक इंतजार न करें.

(डिस्क्लेमर: यह सामान्य जानकारी केवल पढ़ने के उद्देश्य से प्रदान की गई है. ईटीवी भारत इस जानकारी की वैज्ञानिक वैधता के बारे में कोई दावा नहीं करता है. अधिक जानकारी के लिए कृपया डॉक्टर से परामर्श लें.)

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Last Updated : June 13, 2025 at 8:53 PM IST
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