किडनी हमारे शरीर में कई महत्वपूर्ण रोल निभाती है. हम सभी जानते हैं कि किडनी हमारे शरीर से खराब प्रोडक्ट और एक्सेस फ्लूड को बाहर निकालने का काम करती है. साथ ही किडनी यह भी सुनिश्चित करती है कि हमारे शरीर में लिक्विड पदार्थ की मात्रा सही हो और वे हमारे शरीर में केमिकल्स के स्टेबल बैलेंस को बनाए रखने में मदद करती है.
हमारे शरीर में एसिड, पोटेशियम और नमक का रेगूलशन भी हमारी किडनी द्वारा किया जाता है. यह हमारे शरीर में विटामिन D को भी उत्तेजित करती है, जो हड्डियों की मजबूती को बनाए रखता है. इसके अलावा किडनी एरिथ्रोपोइटिन का प्रोडक्शन करने में मदद करती है, जो रेड ब्लड सेल के प्रोडक्शन के लिए जिम्मेदार एक हार्मोन है. दुनिया में ऐसे कई लोग हैं जिनकी एक किडनी खराब हो जाती है तो वे दूसरी किडनी के सहारे जिंदा रहते हैं, लेकिन जब किसी व्यक्ति की दोनों किडनियां खराब हो जाती हैं तो क्या होता है. आज इस खबर के माध्यम से जानिए अगर किसी व्यक्ति की दोनों किडनी फेल हो जाएं तो क्या होगा?
दोनों किडनी फेल होने पर क्या होता है?
जब किसी व्यक्ति की दोनों किडनियां खराब हो जाती हैं, तो शरीर में अनावश्यक अपशिष्ट जमा हो जाता है, जिसे केवल स्वस्थ किडनी ही साफ कर सकती है. जब किडनी अपना काम करने में असमर्थ हो जाती है, तो इससे खून में क्रिएटिनिन और यूरिया की मात्रा बढ़ जाती है. ऐसे में दोनों किडनियों के खराब होने पर व्यक्ति को किडनी ट्रांसप्लांट या डायलिसिस का सहारा लेना पड़ता है.
किडनी की समस्या का पहला लक्षण क्या है?
किडनी फेलियर के शुरुआती लक्षणों के बारे में जानें विस्तार से जानें...
- बार-बार पेशाब आने की समस्या होना
- यूरिन का कलर चेंज होना या यूरिन में झाग या बुलबुले आना
- हाथ, पैर और टांगों में सूजन और दर्द होना
- ध्यान केंद्रित करने में परेशानी का सामना करना
- नींद की कमी
- अधिक थकावट और कमजोरी महसूस होना
- सांस लेने में तकलीफ होना
- भूख नहीं लगना, कुछ भी खाने का मन ना होना
- स्किन पर खुजली या चकत्ते
- वेट कम होना, या अचानक बढ़ जाना
किडनी खराब होने पर कहां दर्द होता है?
किडनी खराब होने पर पीठ के निचले हिस्से, पसलियों के नीचे, रीढ़ की हड्डी के दोनों तरफ दर्द महसूस होता है. इस दर्द की तीव्रता धीरे-धीरे बढ़ती जाती है. कभी-कभी यह दर्द रुक-रुक कर भी होता है.
दोनों किडनी खराब होने के लक्षण
- जब दोनों किडनी काम करना बंद कर देती हैं तो यह जानलेवा स्थिति बन जाती है. इस स्थिति में निम्नलिखित लक्षण उत्पन्न हो सकते हैं -
- बॉडी में ज्यादा सूजन का होना
- बहुत ज्यादा थकान और भ्रम की स्थिति उत्पन्न होना
- लगातार उल्टी या मतली आना
- फेफड़ों में लिक्विड का जमा हो जाना, जिसके कारण सांस फूल जाने की समस्या होना
- पीठ के निचले भाग में गंभीर दर्द होना.
- हाई ब्लड प्रेशर जिसे मैनेज करना मुश्किल हो जाए
- बिना कारण वजन कम होना.
किडनी खराब होने पर क्या नहीं खाना चाहिए?
यदि स्थिति का समय पर निदान और इलाज नहीं किया जाता है तो इंफेक्शन और भी बदतर हो सकता है. कुछ ऐसे खाद्य पदार्थ हैं जिनसे बचना चाहिए जैसे -
मीठे फूड प्रोडक्ट्स
मसालेदार फूड प्रोडक्ट्स
खट्टे फलों का सेवन ना करें
कैफीन युक्त ड्रिंक्स ना ले
(डिस्क्लेमर: इस रिपोर्ट में आपको दी गई सभी स्वास्थ्य संबंधी जानकारी और सलाह केवल आपकी सामान्य जानकारी के लिए है. हम यह जानकारी वैज्ञानिक अनुसंधान, अध्ययन, चिकित्सा और स्वास्थ्य पेशेवर सलाह के आधार पर प्रदान करते हैं. आपको इसके बारे में विस्तार से जानना चाहिए और इस विधि या प्रक्रिया को अपनाने से पहले अपने निजी चिकित्सक से परामर्श करना चाहिए.)