यूरिनरी ट्रैक्ट इंफेक्शन या UTI को आसान शब्दों में मूत्रमार्ग में होने वाला एक बैक्टीरियल इंफेक्शन कहते है. विशेषज्ञों के अनुसार, कम से कम 40 से 60 फीसदी महिलाएं अपने जीवनकाल में कभी न कभी इस संक्रमण का शिकार बनती हैं. अपने प्राइवेट पार्ट्स का सही देखभाल न करना, शरीर में पानी की कमी या पब्लिक ट्वाइलेट का इस्तेमाल करना आदि ऐसे कई कारण हैं, जिनकी वजह से महिलाओं में यह संक्रमण विकसित होता है और फैलता है.
अब सवाल यह है कि क्या महिलाओं को इस संक्रमण के दौरान शारीरिक संबंध बनाना चाहिए या नहीं, और अगर वे सेक्स करती भी हैं, तो क्या यह संभव है कि यह संक्रमण उनके पार्टनर में भी फैल जाए? जानिए क्या कहना है विशेषज्ञों का...
UTI में शारीरिक संबंध बनाना चाहिए या नहीं?
विशेषज्ञों का मानना है कि अगर UTI नहीं है, लेकिन पुरुष या महिला में से किसी को गंभीर फंगल, यीस्ट या कोई अन्य बैक्टीरियल इंफेक्शन है, तो उन्हें शारीरिक संबंध बनाने से बचना चाहिए, क्योंकि इससे आपका पार्टनर भी संक्रमित हो सकता है.
महिलाओं में UTI
यूटीआई के बारे में बात करते हुए महिला स्वास्थ्य एवं प्रसूति रोग विशेषज्ञ डॉ. चंदनबाला फाफरिया कहती हैं कि चूंकि महिलाओं का मूत्रमार्ग छोटा होता है, इसलिए ई. कोली जैसे बैक्टीरिया मूत्रमार्ग के जरिए मूत्राशय तक पहुंच जाते हैं और उसे संक्रमित कर देते हैं. इस संक्रमण के दौरान महिलाओं को तेज बुखार, चक्कर आना और उल्टी, मूत्रमार्ग में तेज जलन जैसी समस्याओं का सामना करना पड़ता है. इतना ही नहीं, अगर संक्रमण बढ़ जाए तो किडनी में इन्फेक्शन की संभावना से भी इनकार नहीं किया जा सकता है.

हार्मोनल इंबैलेंस का खतरा
डॉ. फाफारिया का कहना है कि यूटीआई तीन तरह का होता है.पहला साधारण, जो आमतौर पर पानी की कमी या साफ-सफाई न रखने की वजह से किसी भी उम्र में महिलाओं को हो जाता है.
दूसरा तीव्र संक्रमण- कई बार महिलाओं में लगातार संक्रमण की प्रवृत्ति भी विकसित हो जाती है. इसमें वे लंबे समय तक संक्रमण से पीड़ित रहती हैं. इस स्थिति में हमारे आंतरिक अंगों में संक्रमण का खतरा बढ़ जाता है. किडनी में इन्फेक्शन.
तीसरा, मेनोपॉज के समय होने वाला संक्रमण- मेनोपॉज के दौरान महिलाओं के शरीर में कई तरह के बदलाव और समस्याएं होती हैं, जिनमें से प्रमुख है हार्मोनल इंबैलेंस. इसके कारण इस दौरान ज्यादातर महिलाओं को यूटीआई संक्रमण का सामना करना पड़ता है.
हनीमून सिस्टाइटिस को जानें
यूटीआई संक्रमण भी नवविवाहित जोड़ों में आम तौर पर देखा जाता है. इसे हनीमून सिस्टाइटिस के नाम से भी जाना जाता है. यह संक्रमण शारीरिक संबंधों के शुरुआती दौर में शारीरिक संबंध बनाने की रेगुलर फ्रीक्वेंसी, हमारे निजी अंगों का प्रवाह और साफ-सफाई की कमी समेत कई कारणों से होता है.
क्या इसमें सेक्स करना सुरक्षित है?
इस इन्फेक्शन का असर पुरुषों की तुलना में महिलाओं में अधिक दिखाई देता है. डॉ. फाफारिया इस बात की पुष्टि करते हैं कि यूटीआई इन्फेक्शन संभोग के दौरान नहीं फैलता है, लेकिन अगर संभोग के दौरान पुरुष या महिला में से किसी को फंगल संक्रमण या यीस्ट संक्रमण होता है, तो यह साथी में फैल जाता है.
ध्यान रखें
अगर किसी भी तरह के इन्फेक्शन के दौरान शारीरिक संबंध बनाए जाते हैं, तो संक्रमित व्यक्ति के संक्रमण के बढ़ने की संभावना रहती है. ऐसी स्थिति में मरीज को यौन संबंध बनाने से बचना चाहिए. इसके साथ ही डॉक्टर की मदद लेनी चाहिए, खान-पान पर ध्यान देना चाहिए और अपने निजी अंगों की साफ-सफाई का पूरा ध्यान रखना चाहिए.
सोर्स- https://pubmed.ncbi.nlm.nih.gov/7742403/
(डिस्क्लेमर: इस रिपोर्ट में आपको दी गई सभी स्वास्थ्य संबंधी जानकारी और सलाह केवल आपकी सामान्य जानकारी के लिए है. हम यह जानकारी वैज्ञानिक अनुसंधान, अध्ययन, चिकित्सा और स्वास्थ्य पेशेवर सलाह के आधार पर प्रदान करते हैं. आपको इसके बारे में विस्तार से जानना चाहिए और इस विधि या प्रक्रिया को अपनाने से पहले अपने निजी चिकित्सक से परामर्श करना चाहिए.)