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केवल महिलाओं में ही नहीं बल्कि पुरुषों में भी होता है मेनोपॉज, ऐसे लक्षण दिखने पर हो जाएं अलर्ट - MALE MENOPAUSE SYMPTOMS

सिर्फ महिलाओं को ही नहीं बल्कि पुरुषों को भी रजोनिवृत्ति या मेनोपॉज का सामना करना पड़ता है?जानें इस दौरान पुरुषों में क्या परिवर्तन होते हैं...

Know what is male menopause and its symptoms and causes and when and at what age does it occur
केवल महिलाओं में ही नहीं बल्कि पुरुषों में भी होता है मेनोपॉज (GETTY IMAGES)
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By ETV Bharat Health Team

Published : April 16, 2025 at 9:27 AM IST

Updated : April 16, 2025 at 9:38 AM IST

3 Min Read

Male Menopause: यह तो सभी जानते हैं कि चालीस या पचास वर्ष की आयु के बाद महिलाओं को मेनोपॉज का सामना करना पड़ता है. जब आप मेनोपॉज या रजोनिवृत्ति शब्द सुनते हैं, तो इसे आमतौर पर महिलाओं से जोड़कर देखा जाता है. लेकिन उम्र बढ़ने के साथ पुरुषों को भी हार्मोनल परिवर्तनों का सामना करना पड़ता है. महिलाओं की तरह पुरुषों को भी मेनोपॉज फेज से गुजरना पड़ता है. लेकिन पुरुष रजोनिवृत्ति या मेनोपॉज को एंड्रोपोज कहा जाता है. चिकित्सा की भाषा में इस स्थिति को टेस्टोस्टेरोन डेफिशिएंसी सिंड्रोम या एण्ड्रोजन डेफिशिएंसी या हाइपोगोनाडिज्म कहा जाता है. पुरुष शरीर में टेस्टोस्टेरोन हार्मोन की मात्रा उम्र के साथ कम हो जाती है. इससे उनके शारीरिक, मानसिक और यौन स्वास्थ्य पर असर पड़ता है. इससे उनकी जीवनशैली में बदलाव आ सकता है.

Know what is male menopause and its symptoms and causes and when and at what age does it occur
केवल महिलाओं में ही नहीं बल्कि पुरुषों में भी होता है मेनोपॉज (GETTY IMAGES)

एंड्रोपोज एक प्राकृतिक अवस्था है और इसके बारे में जागरूकता की कमी के कारण इसके लक्षणों को अक्सर नजरअंदाज कर दिया जाता है. पुरुषों में यह अवस्था 40-50 वर्ष की आयु के बीच होती है. पुरुषों के लिए एंड्रोपोज अवस्था उतनी ही संवेदनशील होती है जितनी महिलाओं के लिए मेनोपॉज. आइए खबर के माध्यम से जानें (पुरुष मेनोपॉज) जिसे एंड्रोपोज कहा जाता है उसके लक्षणों और उपचारों के बारे में...

Know what is male menopause and its symptoms and causes and when and at what age does it occur
केवल महिलाओं में ही नहीं बल्कि पुरुषों में भी होता है मेनोपॉज (GETTY IMAGES)
  • एंड्रोपोज के लक्षण
  • चिड़चिड़ापन और बार-बार मूड में बदलाव
  • लगातार दुखी रहना
  • शरीर में ताकत की कमी
  • खुशी, उत्साह और एनर्जी की कमी
  • निंद ना आना, अत्यधिक थकान
  • अधिक पसीना आना
  • गंजापन, बाल झड़ना
  • मोटापा
  • अस्थि सिकुड़न (Osteoarthritis)
  • आत्मविश्वास की कमी
  • बांझपन
  • ऑस्टियोपोरोसिस की बढ़ती घटनाएं
  • यौन इच्छा में कमी
  • वृषण सिकुड़न (Testicular shrinkage)
  • शॉर्ट टर्म मेमोरी लॉस

आहार कैसा होना चाहिए?

Know what is male menopause and its symptoms and causes and when and at what age does it occur
केवल महिलाओं में ही नहीं बल्कि पुरुषों में भी होता है मेनोपॉज (GETTY IMAGES)
  • कैल्शियम: कैल्शियम को आहार में शामिल किया जाना चाहिए. उचित कैल्शियम सेवन से एण्ड्रोजन संबंधी लक्षणों से राहत मिल सकती है. इसके लिए अपने आहार में दूध, तिल, छोले, अंडे, मछली, ब्रोकली और विभिन्न प्रकार के नट्स को शामिल करें. इसमें बहुत सारा कैल्शियम होता है.
  • हेल्दी फैट: आवश्यक फैटी एसिड का सेवन करने से टेस्टोस्टेरोन हार्मोन का उत्पादन बढ़ सकता है. इसके लिए आपको अपने आहार में नट्स, डेयरी उत्पाद, मांस, अंडे, घी या मक्खन जैसे स्वस्थ वसा को शामिल करना चाहिए..
  • जिंक: जिंक एक आवश्यक खनिज है जो प्रजनन स्वास्थ्य को बनाए रखने और टेस्टोस्टेरोन सहित हार्मोन को संतुलित करने में मदद करता है. जिंक की कमी से मूड में उतार-चढ़ाव हो सकता है. शरीर में जिंक के स्तर को संतुलित करने के लिए आपको अपने आहार में फलियां, नट्स और डार्क चॉकलेट शामिल करना चाहिए.
  • हेल्दी वेट बनाए रखें: अधिक वजन होने से कई स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं. इससे आपको अपना वजन बनाए रखने में मदद मिलेगी. एंड्रोपोज के लक्षणों को कम करने के लिए सामान्य वजन बनाए रखना आवश्यक है. वजन कम करने के लिए जंक फूड, मिठाइयों और खराब वसा वाले खाद्य पदार्थों का सेवन कम करें

सोर्स-

https://www.mayoclinic.org/healthy-lifestyle/mens-health/in-depth/mail-menopause/art-20048056#:~:text=Debunking%20the%20mail%20menopause%20myth,This%20is%20कहलाता है%20menopause।

https://pmc.ncbi.nlm.nih.gov/articles/PMC1070997/

(डिस्क्लेमर सामान्य जानकारी केवल पढ़ने के उद्देश्य से प्रदान की जाती है. ईटीवी भारत जानकारी या वैज्ञानिक वैधता के बारे में कोई समर्थन नहीं करता है. अधिक जानकारी के लिए डॉक्टर से परामर्श लें.)

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Male Menopause: यह तो सभी जानते हैं कि चालीस या पचास वर्ष की आयु के बाद महिलाओं को मेनोपॉज का सामना करना पड़ता है. जब आप मेनोपॉज या रजोनिवृत्ति शब्द सुनते हैं, तो इसे आमतौर पर महिलाओं से जोड़कर देखा जाता है. लेकिन उम्र बढ़ने के साथ पुरुषों को भी हार्मोनल परिवर्तनों का सामना करना पड़ता है. महिलाओं की तरह पुरुषों को भी मेनोपॉज फेज से गुजरना पड़ता है. लेकिन पुरुष रजोनिवृत्ति या मेनोपॉज को एंड्रोपोज कहा जाता है. चिकित्सा की भाषा में इस स्थिति को टेस्टोस्टेरोन डेफिशिएंसी सिंड्रोम या एण्ड्रोजन डेफिशिएंसी या हाइपोगोनाडिज्म कहा जाता है. पुरुष शरीर में टेस्टोस्टेरोन हार्मोन की मात्रा उम्र के साथ कम हो जाती है. इससे उनके शारीरिक, मानसिक और यौन स्वास्थ्य पर असर पड़ता है. इससे उनकी जीवनशैली में बदलाव आ सकता है.

Know what is male menopause and its symptoms and causes and when and at what age does it occur
केवल महिलाओं में ही नहीं बल्कि पुरुषों में भी होता है मेनोपॉज (GETTY IMAGES)

एंड्रोपोज एक प्राकृतिक अवस्था है और इसके बारे में जागरूकता की कमी के कारण इसके लक्षणों को अक्सर नजरअंदाज कर दिया जाता है. पुरुषों में यह अवस्था 40-50 वर्ष की आयु के बीच होती है. पुरुषों के लिए एंड्रोपोज अवस्था उतनी ही संवेदनशील होती है जितनी महिलाओं के लिए मेनोपॉज. आइए खबर के माध्यम से जानें (पुरुष मेनोपॉज) जिसे एंड्रोपोज कहा जाता है उसके लक्षणों और उपचारों के बारे में...

Know what is male menopause and its symptoms and causes and when and at what age does it occur
केवल महिलाओं में ही नहीं बल्कि पुरुषों में भी होता है मेनोपॉज (GETTY IMAGES)
  • एंड्रोपोज के लक्षण
  • चिड़चिड़ापन और बार-बार मूड में बदलाव
  • लगातार दुखी रहना
  • शरीर में ताकत की कमी
  • खुशी, उत्साह और एनर्जी की कमी
  • निंद ना आना, अत्यधिक थकान
  • अधिक पसीना आना
  • गंजापन, बाल झड़ना
  • मोटापा
  • अस्थि सिकुड़न (Osteoarthritis)
  • आत्मविश्वास की कमी
  • बांझपन
  • ऑस्टियोपोरोसिस की बढ़ती घटनाएं
  • यौन इच्छा में कमी
  • वृषण सिकुड़न (Testicular shrinkage)
  • शॉर्ट टर्म मेमोरी लॉस

आहार कैसा होना चाहिए?

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केवल महिलाओं में ही नहीं बल्कि पुरुषों में भी होता है मेनोपॉज (GETTY IMAGES)
  • कैल्शियम: कैल्शियम को आहार में शामिल किया जाना चाहिए. उचित कैल्शियम सेवन से एण्ड्रोजन संबंधी लक्षणों से राहत मिल सकती है. इसके लिए अपने आहार में दूध, तिल, छोले, अंडे, मछली, ब्रोकली और विभिन्न प्रकार के नट्स को शामिल करें. इसमें बहुत सारा कैल्शियम होता है.
  • हेल्दी फैट: आवश्यक फैटी एसिड का सेवन करने से टेस्टोस्टेरोन हार्मोन का उत्पादन बढ़ सकता है. इसके लिए आपको अपने आहार में नट्स, डेयरी उत्पाद, मांस, अंडे, घी या मक्खन जैसे स्वस्थ वसा को शामिल करना चाहिए..
  • जिंक: जिंक एक आवश्यक खनिज है जो प्रजनन स्वास्थ्य को बनाए रखने और टेस्टोस्टेरोन सहित हार्मोन को संतुलित करने में मदद करता है. जिंक की कमी से मूड में उतार-चढ़ाव हो सकता है. शरीर में जिंक के स्तर को संतुलित करने के लिए आपको अपने आहार में फलियां, नट्स और डार्क चॉकलेट शामिल करना चाहिए.
  • हेल्दी वेट बनाए रखें: अधिक वजन होने से कई स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं. इससे आपको अपना वजन बनाए रखने में मदद मिलेगी. एंड्रोपोज के लक्षणों को कम करने के लिए सामान्य वजन बनाए रखना आवश्यक है. वजन कम करने के लिए जंक फूड, मिठाइयों और खराब वसा वाले खाद्य पदार्थों का सेवन कम करें

सोर्स-

https://www.mayoclinic.org/healthy-lifestyle/mens-health/in-depth/mail-menopause/art-20048056#:~:text=Debunking%20the%20mail%20menopause%20myth,This%20is%20कहलाता है%20menopause।

https://pmc.ncbi.nlm.nih.gov/articles/PMC1070997/

(डिस्क्लेमर सामान्य जानकारी केवल पढ़ने के उद्देश्य से प्रदान की जाती है. ईटीवी भारत जानकारी या वैज्ञानिक वैधता के बारे में कोई समर्थन नहीं करता है. अधिक जानकारी के लिए डॉक्टर से परामर्श लें.)

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Last Updated : April 16, 2025 at 9:38 AM IST
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