नई दिल्ली: हमारी बॉडी के ज्यादातर अंगों के लिए प्रोटीन बेहद जरूरी है. प्रोटीन की मदद से ही हमारा पूरा शरीर हेल्दी बनता है. हमारे बालों से लेकर मसल्स, स्किन, हड्डियों, आंखों, हॉर्मोन और सेल्स के लिए प्रोटीन काफी जरूरी होता है. प्रोटीन सेल्स को रिपेयर और उनका निर्माण करता है.
यही वजह है कि कुछ लोग फिट रहने के लिए प्रोटीन रिच डाइट का सेवन करते हैं. हालांकि, कई लोगों को डर रहता है कि कहीं प्रोटीन रिच डाइट लेने से उनकी किडनी को नुकसान ना हो जाए. इसके चलते कुछ लोग प्रोटीन रिच डाइट का सेवन करने से संकोच करते हैं.
किडनी के लिए हानिकारक होती है प्रोटीन डाइट?
ऐसे में अगर आप भी हेल्थी रहने के लिए प्रोटीन रिच डाइट का सेवन करते हैं तो अब आपके लिए अच्छी खबर है. दरअसल, फ्रंटियर्स इन न्यूट्रिशन में पब्लिश एक अध्ययन से पता चला है कि प्रोटीन रिच डाइट लेने से किडनी को कई नुकसान नहीं होता है.
हालांकि, हाई प्रोटीन आहार उन लोगों के लिए नुकसानदेह हो सकता है, जिनको पहले से ही किडनी की समस्या है. शोध से पता चला है कि स्वस्थ लोगों के लिए मध्यम से उच्च प्रोटीन का सेवन किडनी के स्वास्थ्य के लिए कोई जोखिम पैदा नहीं करता है.
Can a Diet Rich in Proteins Damage your Kidneys?
— Dr Sudhir Kumar MD DM (@hyderabaddoctor) August 7, 2024
The answer is No.
➡️Optimum protein intake is safe for kidneys.
➡️A typical Indian diet is rich in carbohydrate and deficient in proteins.
➡️Make a conscious effort and try to consume about 1 gram of protein per kg of actual… pic.twitter.com/THpHEPdhps
भारतीय खाने में प्रोटीन की कमी
इस संबंध में हैदराबाद अपोलो हॉस्पिटल के न्यूरोलॉजिस्ट डॉ सुधीर कुमार का कहना है कि प्रोटीन का अधिकतम सेवन किडनी के लिए सुरक्षित है. एक आम भारतीय आहार में कार्बोहाइड्रेट से भरपूर होता और उसमें प्रोटीन की कमी होती है. शरीर को आवश्यकता के मुताबिक प्रोटीन की जरूर होती है.
शरीर को कितने प्रोटीन की जरूरत होती है?
डॉ सुधीर कुमार मुताबिक आम तौर पर 1 किग्रा बॉडी वेट के लिए 0.8 से 1 ग्राम प्रोटीन की जरूरत होती है. हालांकि, यह फिजिकल एक्टिविटी के हिसाब से घट-बढ़ सकती है. अगर आप हेल्थी हैं तो वास्तविक शरीर के वजन के प्रति किलोग्राम लगभग 1 ग्राम प्रोटीन का सेवन करने का प्रयास करें.
(डिस्क्लेमर: यह लेख केवल सामान्य जानकारी के लिए है. यह किसी भी तरह से किसी दवा या इलाज का विकल्प नहीं है. ज्यादा जानकारी के लिए हमेशा अपने डॉक्टर से संपर्क करें.)