- लेखक- स्नेहा भारती
पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति Joe Biden प्रोस्टेट कैंसर के आक्रामक रूप (Aggressive Prostate Cancer) से पीड़ित हैं. 2015 में उन्होंने अपने बेटे ब्यू को कैंसर के कारण खो दिया था. अब 10 साल बाद 82 वर्षीय पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन कैंसर से जूझ रहे हैं. पूर्व राष्ट्रपति के स्वास्थ्य को लेकर जारी एक बयान के मुताबिक, परिवार उनके लिए बेहतरीन इलाज को लेकर डॉक्टरों से सलाह ले रहा है. बाइडेन के स्वास्थ्य की गंभीरता का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि कैंसर अब हड्डियों तक फैल चुका है.
पूर्व राष्ट्रपति बाइडेन के कार्यालय से जारी एक बयान के मुताबिक, वे लंबे समय से मूत्र संबंधी समस्याओं से पीड़ित थे. इसके बाद उन्होंने 16 मई 2025 को हॉस्पिटल में डॉक्टर से चेकअप कराया था. इस दौरान डॉक्टर ने पुष्टि की कि जो बाइडेन को प्रोस्टेट कैंसर है. जो बाइडेन की मेडिकल रिपोर्ट में ग्लीसन स्कोर 9 (ग्रेड ग्रुप 5) दिखाया गया और हड्डी में मेटास्टेसिस था. प्रोस्टेट कैंसर के आक्रामक रूप का पता चलने के बाद जो बाइडेन और उनका परिवार ठीक होने के लिए इलाज और ऑपरेशन के विकल्प तलाश रहा है.

क्या होता है प्रोस्टेट कैंसर?
पुणे के रूबी हॉल क्लिनिक के यूरोलॉजिस्ट डॉ. क्षितिज रघुवंशी के अनुसार, बढ़ती उम्र के साथ पुरुषों में अक्सर पेशाब से जुड़ी समस्याएं होने लगती हैं. कई बार ये आम समस्या हो सकती है, लेकिन अगर ये लंबे समय तक बनी रहे या पेशाब का प्रवाह कमजोर हो, तो इसे हल्के में लेना खतरनाक हो सकता है. मेडिकल एक्सपर्ट्स ने चेतावनी दी है कि ये प्रोस्टेट कैंसर का शुरुआती लक्षण भी हो सकता है. हेल्थ एक्सपर्ट्स का कहना है कि 50 की उम्र के बाद हर पुरुष को प्रोस्टेट टेस्ट करवा लेना चाहिए, ताकि किसी भी बीमारी का समय रहते पता लगाया जा सके.
प्रोस्टेट कैंसर पुरुषों की प्रोस्टेट ग्रंथि में होने वाला सबसे प्रचलित और आम कैंसर है. अधिकतर उम्रदराज लोगों में पाई जाने वाली ये बीमारी आनुवांशिक बीमारी भी मानी जाती है. अगर समय रहते पता चल जाए तो इस बीमारी को कंट्रोल किया जा सकता है, लेकिन अगर स्थिति बिगड़ जाए तो मरीज को कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ता है. वैसे तो प्रोस्टेट कैंसर पुरुषों में काफी आम है, लेकिन इसके बावजूद लोग इसके बारे में ज्यादा नहीं जानते हैं.
क्या होता है एग्रेसिव प्रोस्टेट कैंसर?
पुणे के रूबी हॉल क्लिनिक के यूरोलॉजिस्ट डॉ. क्षितिज रघुवंशी के मुताबिक, एग्रेसिव प्रोस्टेट कैंसर तेजी से फैलता है. जब इसका डायग्नोसिस एडवांस स्टेज में किया जाता है, तो कैंसर को फेज 3 या 4 के रूप में कैटेगराइज किया जाता है. इस फेज का मतलब है कि कैंसर प्रोस्टेट ग्रंथि के बाहर फैल चुका है.

एग्रेसिव प्रोस्टेट कैंसर किस चरण में होता है?
एग्रेसिव प्रोस्टेट कैंसर का डायग्नोसिस 4 स्टेज में भी हो सकता है. स्टेज 4, या मेटास्टेटिक कैंसर, सबसे एडवांस स्टेज है और इसका मतलब है कि कैंसर का एक ऐसा स्टेज जो एडवांस हो चुका है और कैंसर शरीर के किसी अन्य भाग में फैल चुका है.
एग्रेसिव प्रोस्टेट कैंसर के लक्षण
जैसे-जैसे कैंसर ज्यादा एग्रेसिव या एडवांस होता जाता है, आपको इनमें से किसी भी लक्षण का अनुभव हो सकता है...
- कमजोर यूरिन फ्लो
- बार-बार पेशाब आना या पेशाब करने में कठिनाई
- पेशाब में खून आना
- कूल्हे या पैल्विक दर्द
- पीठ दर्द
- अत्यधिक थकान
- चक्कर आना
- कमजोरी
- सांस की तकलीफ
- हार्ट रेट में बदलाव
- अचानक से वजन कम होना
अगर आपमें भी ये लक्षण दिखें तो तुरंत ये टेस्ट करवाएं
पीएसए टेस्ट (प्रोस्टेट-विशिष्ट एंटीजन) - एक ब्लड टेस्ट जो प्रोस्टेट कैंसर के लक्षणों का पता लगाता है.
डिजिटल रेक्टल एग्जाम (डीआरई) – इसमें डॉक्टर प्रोस्टेट ग्रंथि की जांच करके उसकी स्थिति का पता लगाते हैं.
बायोप्सी - यदि जरूरी हो, तो प्रोस्टेट टिश्यूका नमूना लेकर कैंसर का डायग्नोसिस किया जाता है.
प्रोस्टेट सुरक्षा के लिए क्या करें?
- यदि टेस्ट रिपोर्ट पॉजिटिव आती है, तो आपको तुरंत डॉक्टर से सलाह करना चाहिए और डॉक्टर के निर्देशों का पालन करना चाहिए. इसके अलावा रिपोर्ट निगेटिव आने पर आपको ये उपाय अपनाने चाहिए, ताकि आप हेल्दी रह सकें.
- आपको अपना डाइट बदलने की जरूरत है. डाइट में हरी पत्तेदार सब्जियां, फाइबर और पौष्टिक फूड आइटम्स शामिल करें.
- डेली एक्सरसाइज करें - हेल्दी वजन बनाए रखें.
- स्मोकिंग और शराब के सेवन से बचें.
50 साल की आयु के बाद हर साल अपने प्रोस्टेट की जांच करवाएं
यूरोलॉजिस्ट डॉ. क्षितिज रघुवंशी का कहना है कि यदि प्रोस्टेट कैंसर का फस्ट स्टेज में पता चल जाए तो इसका इलाज संभव है. इसलिए, यदि आपको बार-बार पेशाब आना, दर्द या ब्लीडिंग जैसी समस्याएं हो रही हैं, तो इसे नजरअंदाज न करें. तुरंत डॉक्टर से सलाह लें. सही समय पर जांच करवाएं और हेल्दी लाइफस्टाइ अपनाएं.
(डिस्क्लेमर: इस रिपोर्ट में उल्लिखित जानकारी केवल वैचारिक और सामान्य ज्ञान के उद्देश्य से लिखी गई है. यहां बताई गई किसी भी सलाह पर अमल करने से पहले किसी विशेषज्ञ डॉक्टर से सलाह जरूर लें. अगर आपको पहले से कोई स्वास्थ्य समस्या है, तो आपको डॉक्टर को पहले ही बता देना चाहिए.)