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आप भी बुखार और सर्दी के लिए खाते हैं ये गोली? हो जाएं सावधान! अमेरिकी डॉक्टर ने भारतीयों को दी चेतावनी - DOLO 650

कोरोना काल में डोलो-650 दवा का खूब इस्तेमाल हुआ. लेकिन इसके बाद भी भारत में लोग इस गोली को चॉकलेट की तरह ले रहे हैं...

Do you also take this pill for fever and cold? Then be careful! American doctor warns Indians
क्या आप भी बुखार और सर्दी के लिए लेते हैं ये गोली? तो हो जाए सावधान! (GETTY IMAGES)
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By ETV Bharat Health Team

Published : May 22, 2025 at 12:57 PM IST

Updated : May 22, 2025 at 1:53 PM IST

3 Min Read

कोरोना काल से डोलो 650 टैबलेट कई आम बीमारियों का इलाज बन गया है. बुखार हो, सिर दर्द हो या बदन दर्द, लोग बिना डॉक्टर की सलाह के डोलो ले लेते हैं. यह छोटी सी सफेद गोली देश भर में प्रचलित दवा बन गई है. इस टैबलेट लेने से समस्या तो दूर हो जाती है, लेकिन एक अध्ययन के मुताबिक इससे आपकी सेहत को गंभीर नुकसान पहुच सकता है. अब देश में डोलो 650 का अत्यधिक इस्तेमाल चिंता का विषय बनता जा रहा है. भारत में डोलो 650 के इस्तेमाल को लेकर एक अमेरिकी डॉक्टर ने भी एक्स अकाउंट पर ट्वीट किया है. उन्होंने कहा कि भारतीय डोलो 650 को कैडबरी जेम्स की तरह लेते हैं.

आपको बता दें, माइक्रो लैब्स लिमिटेड द्वारा निर्मित डोलो 650 में 650 मिलीग्राम पैरासिटामोल होता है. जो आमतौर पर 500 मिलीग्राम से अधिक की खुराक होती है. कोरोना महामारी के दौरान प्रत्येक व्यक्ति को 650 खुराक लेनी पड़ी. कोरोना की दूसरी लहर के दौरान डोलो 650 की बिक्री आसमान छू गई. इसे लेकर सोशल मीडिया पर मीम्स भी बने. लोग इसे भारत का पसंदीदा नाश्ता भी बता रहे थे.

अध्ययनों का क्या कहना है
एक अध्ययन के अनुसार, पैरासिटामोल के अत्यधिक उपयोग से लिवर फेलियर हो सकता है. क्योंकि पैरासिटामोल के लंबे समय तक इस्तेमाल से किडनी पर बुरा असर पड़ता है. यह खासकर बुजुर्गों के लिए खतरनाक है. इसके अलावा इसके अधिक सेवन से पेट में अल्सर होने की संभावना बढ़ जाती है. वहीं, पैरासिटामोल के अधिक इस्तेमाल से ब्लड प्रेशर पर असर पड़ता है. नतीजतन, दिल पर दबाव पड़ता है और दिल से जुड़ी समस्याएं पैदा होती हैं.

बिना पर्ची के उपलब्ध
डोलो 650 बिना डॉक्टर के पर्चे के मेडिकल स्टोर पर उपलब्ध है. लोग इस दवा की मांग करते हैं और मेडिकल दुकानदार भी इसकी सप्लाई करते हैं. कोरोना काल में डॉक्टरों ने सामान्य जांच के लिए इस दवा के इस्तेमाल की सलाह दी थी, लेकिन इसकी आसानी से उपलब्धता के कारण अब इसका इस्तेमाल कई अन्य बीमारियों में भी किया जा रहा है. लोग इन गोलियों को इसलिए खरीदते हैं क्योंकि ये बुखार और सर्दी से तुरंत राहत दिलाती हैं.

ऐसा क्यों करें?
विशेषज्ञों के अनुसार, डोलो 650 को डॉक्टर के प्रिस्क्रिप्शन पर ही लेना चाहिए. हल्के बुखार का इलाज बिना दवा के करना चाहिए. सिरदर्द और बदन दर्द के लिए दूसरे उपाय भी अपनाए जा सकते हैं. इस दवा के लगातार इस्तेमाल से कुछ समय बाद शरीर पर साइड इफेक्ट होने लगते हैं. इसलिए इस दवा को नहीं लेना चाहिए.

सोर्स

https://pmc.ncbi.nlm.nih.gov/articles/PMC4833155/

https://pmc.ncbi.nlm.nih.gov/articles/PMC7336293/

(डिस्क्लेमर: इस रिपोर्ट में उल्लिखित जानकारी केवल वैचारिक और सामान्य ज्ञान के उद्देश्य से लिखी गई है. यहां बताई गई किसी भी सलाह पर अमल करने से पहले किसी विशेषज्ञ डॉक्टर से सलाह जरूर लें. अगर आपको पहले से कोई स्वास्थ्य समस्या है, तो आपको डॉक्टर को पहले ही बता देना चाहिए.)

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कोरोना काल से डोलो 650 टैबलेट कई आम बीमारियों का इलाज बन गया है. बुखार हो, सिर दर्द हो या बदन दर्द, लोग बिना डॉक्टर की सलाह के डोलो ले लेते हैं. यह छोटी सी सफेद गोली देश भर में प्रचलित दवा बन गई है. इस टैबलेट लेने से समस्या तो दूर हो जाती है, लेकिन एक अध्ययन के मुताबिक इससे आपकी सेहत को गंभीर नुकसान पहुच सकता है. अब देश में डोलो 650 का अत्यधिक इस्तेमाल चिंता का विषय बनता जा रहा है. भारत में डोलो 650 के इस्तेमाल को लेकर एक अमेरिकी डॉक्टर ने भी एक्स अकाउंट पर ट्वीट किया है. उन्होंने कहा कि भारतीय डोलो 650 को कैडबरी जेम्स की तरह लेते हैं.

आपको बता दें, माइक्रो लैब्स लिमिटेड द्वारा निर्मित डोलो 650 में 650 मिलीग्राम पैरासिटामोल होता है. जो आमतौर पर 500 मिलीग्राम से अधिक की खुराक होती है. कोरोना महामारी के दौरान प्रत्येक व्यक्ति को 650 खुराक लेनी पड़ी. कोरोना की दूसरी लहर के दौरान डोलो 650 की बिक्री आसमान छू गई. इसे लेकर सोशल मीडिया पर मीम्स भी बने. लोग इसे भारत का पसंदीदा नाश्ता भी बता रहे थे.

अध्ययनों का क्या कहना है
एक अध्ययन के अनुसार, पैरासिटामोल के अत्यधिक उपयोग से लिवर फेलियर हो सकता है. क्योंकि पैरासिटामोल के लंबे समय तक इस्तेमाल से किडनी पर बुरा असर पड़ता है. यह खासकर बुजुर्गों के लिए खतरनाक है. इसके अलावा इसके अधिक सेवन से पेट में अल्सर होने की संभावना बढ़ जाती है. वहीं, पैरासिटामोल के अधिक इस्तेमाल से ब्लड प्रेशर पर असर पड़ता है. नतीजतन, दिल पर दबाव पड़ता है और दिल से जुड़ी समस्याएं पैदा होती हैं.

बिना पर्ची के उपलब्ध
डोलो 650 बिना डॉक्टर के पर्चे के मेडिकल स्टोर पर उपलब्ध है. लोग इस दवा की मांग करते हैं और मेडिकल दुकानदार भी इसकी सप्लाई करते हैं. कोरोना काल में डॉक्टरों ने सामान्य जांच के लिए इस दवा के इस्तेमाल की सलाह दी थी, लेकिन इसकी आसानी से उपलब्धता के कारण अब इसका इस्तेमाल कई अन्य बीमारियों में भी किया जा रहा है. लोग इन गोलियों को इसलिए खरीदते हैं क्योंकि ये बुखार और सर्दी से तुरंत राहत दिलाती हैं.

ऐसा क्यों करें?
विशेषज्ञों के अनुसार, डोलो 650 को डॉक्टर के प्रिस्क्रिप्शन पर ही लेना चाहिए. हल्के बुखार का इलाज बिना दवा के करना चाहिए. सिरदर्द और बदन दर्द के लिए दूसरे उपाय भी अपनाए जा सकते हैं. इस दवा के लगातार इस्तेमाल से कुछ समय बाद शरीर पर साइड इफेक्ट होने लगते हैं. इसलिए इस दवा को नहीं लेना चाहिए.

सोर्स

https://pmc.ncbi.nlm.nih.gov/articles/PMC4833155/

https://pmc.ncbi.nlm.nih.gov/articles/PMC7336293/

(डिस्क्लेमर: इस रिपोर्ट में उल्लिखित जानकारी केवल वैचारिक और सामान्य ज्ञान के उद्देश्य से लिखी गई है. यहां बताई गई किसी भी सलाह पर अमल करने से पहले किसी विशेषज्ञ डॉक्टर से सलाह जरूर लें. अगर आपको पहले से कोई स्वास्थ्य समस्या है, तो आपको डॉक्टर को पहले ही बता देना चाहिए.)

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Last Updated : May 22, 2025 at 1:53 PM IST
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