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हार्ट अटैक आने से पहले गर्दन, जबड़े या पीठ में भी हो सकता है दर्द, सीने में दर्द हो ये जरूरी नहीं! - SYMPTOMS BEFORE A HEART ATTACK

हार्ट अटैक आने से पहले छाती में दबाव, जलन, जकड़न या दबाव जैसी असुविधा, जो पांच मिनट या उससे अधिक समय तक बनी रहती है...

Before a heart attack, there may be pain in the neck, jaw or back
हार्ट अटैक आने से पहले गर्दन, जबड़े या पीठ में भी हो सकता है दर्द, सीने में दर्द हो ये जरूरी नहीं! (GETTY IMAGES)
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By ETV Bharat Health Team

Published : March 24, 2025 at 7:06 PM IST

4 Min Read

अनहेल्दी जीवनशैली और गलत खान-पान की आदतों के कारण कई लोग हार्ट संबंधी बीमारियों से ग्रसित हो रहे हैं. पिछले कुछ समय से हार्ट अटैक के मामलों में तेजी से हो रही बढ़ोतरी चिंता का विषय बनी हुई है. एक समय था जब बुजुर्गों में हार्ट अटैक की समस्या आम थी, लेकिन आज युवा और बच्चे भी हार्ट अटैक के कारण अपनी जान गंवा रहे हैं. हार्ट अटैक आने से कुछ महीने पहले ही इसके लक्षण हमारे शरीर में दिखने लगते हैं. समय रहते पता लगने से मरीज की जान बच सकती है. हार्ट अटैक आने से पहले क्या लक्षण दिखते हैं, आइए इस खबर में जानते हैं...

Centers for Disease Control and Prevention (.gov) के अनुसार, हार्ट अटैक से पहले दिखने वाले चेतावनी संकेत

  1. छाती में दबाव, जलन, जकड़न या दबाव जैसी असुविधा, जो पांच मिनट या उससे अधिक समय तक बनी रहती है.
  2. लगातार अपच जैसी परेशानी होना.
  3. आपकी छाती में असुविधाजनक दबाव जो आपके कंधों, भुजाओं, गर्दन, जबड़े या पीठ तक पहुंच जाता है.
  4. चक्कर आना, बेहोशी, पसीना आना, या पेट खराब होना.
  5. सांस लेने में तकलीफ होना.
  6. चिंता, कमजोरी, मतली या थकान महसूस होना.
  7. दिल की धड़कन का तेज होना, साथ ही अधिक पसीना आना और त्वचा का पीला पड़ना.

महिलाओं को कुछ अलग चेतावनी संकेत मिल सकते हैं

  • इसलिए यह महत्वपूर्ण है कि महिलाएं दिल का दौरा पड़ने से पहले इनके बारे में जागरूक हों और इन्हें गंभीरता से लें.
  • छाती के बीच में दर्द या बेचैनी होना.
  • शरीर के ऊपरी हिस्से के अन्य भागों में दर्द या बेचैनी, जैसे हाथ, पीठ, गर्दन, जबड़ा या पेट.
  • अन्य लक्षण, जैसे कि सांस लेने में तकलीफ, ठंडा पसीना आना, मतली या चक्कर आना.

बता दें, हर हार्ट अटैक पीड़ित में ऐसे लक्षण नहीं होते हैं, जैसा हम टीवी या फिल्म में देखते हैं. यह हमेशा सीने में अचानक होने वाला दर्द नहीं होता है, जिसके कारण व्यक्ति अपनी शर्ट पकड़कर जमीन पर गिर जाता है. लक्षण उससे कहीं ज्यादा छोटा हो सकते हैं. एनजाइना, हार्ट अटैक का मुख्य लक्षण है, जिसका शाब्दिक अर्थ है 'पीड़ा', दर्द नहीं.

कई लोग प्रोपर मेडिकल केयर लेने में देरी कर देते हैं क्योंकि उन्हें पता नहीं होता कि ये लक्षण दिल के दौरे से जुड़े हो सकते हैं; वे सोचते हैं कि दिल का दौरा हमेशा पेनफूल होता है. लेकिन यदि किसी को इनमें से कोई भी लक्षण पांच मिनट या उससे अधिक समय तक महसूस हो तो उसे तुरंत डॉक्टर से मिलना चाहिए.

इसके साथ ही एम्बुलेंस को कॉल करें (9-1-1 डायल करें) या किसी को आपको निकटतम अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड में ले जाने के लिए कहें.
इमरजेंसी बार्ड जानें के लिए खुद गाड़ी न चलाएं. अगर आपको दिल का दौरा पड़ रहा है,तो गाड़ी चलाना आपके और दूसरों के लिए खतरनाक हो सकता है.

पुरुषों की तरह ही महिलाओं में भी हार्ट अटैक का सबसे आम लक्षण सीने में तकलीफ है. महिलाओं में पुरुषों की तुलना में कुछ अन्य सामान्य लक्षण, विशेष रूप से सांस लेने में तकलीफ, मतली या उल्टी, और पीठ या जबड़े में तकलीफ होने की संभावना अधिक होती है.

चाहे आपका लिंग कोई भी हो, दिल के दौरे से बचने के लिए जल्द से जल्द प्रोपर मेडिकल केयर बेहद महत्वपूर्ण है. थ्रोम्बोलाइटिक एजेंट नामक एंटीकोएगुलेंट दवाएं ने दिल के दौरे के रोगियों के लिए जीवित रहने की दर बढ़ा दी है, ये दवाएं हार्ट अटैक आने के बाद जितनी जल्दी हो सके दी जाती है.

(डिस्क्लेमर: इस रिपोर्ट में आपको दी गई सभी स्वास्थ्य संबंधी जानकारी और सलाह केवल आपकी सामान्य जानकारी के लिए है. हम यह जानकारी वैज्ञानिक अनुसंधान, अध्ययन, चिकित्सा और स्वास्थ्य पेशेवर सलाह के आधार पर प्रदान करते हैं. आपको इसके बारे में विस्तार से जानना चाहिए और इस विधि या प्रक्रिया को अपनाने से पहले अपने निजी चिकित्सक से परामर्श करना चाहिए.)

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अनहेल्दी जीवनशैली और गलत खान-पान की आदतों के कारण कई लोग हार्ट संबंधी बीमारियों से ग्रसित हो रहे हैं. पिछले कुछ समय से हार्ट अटैक के मामलों में तेजी से हो रही बढ़ोतरी चिंता का विषय बनी हुई है. एक समय था जब बुजुर्गों में हार्ट अटैक की समस्या आम थी, लेकिन आज युवा और बच्चे भी हार्ट अटैक के कारण अपनी जान गंवा रहे हैं. हार्ट अटैक आने से कुछ महीने पहले ही इसके लक्षण हमारे शरीर में दिखने लगते हैं. समय रहते पता लगने से मरीज की जान बच सकती है. हार्ट अटैक आने से पहले क्या लक्षण दिखते हैं, आइए इस खबर में जानते हैं...

Centers for Disease Control and Prevention (.gov) के अनुसार, हार्ट अटैक से पहले दिखने वाले चेतावनी संकेत

  1. छाती में दबाव, जलन, जकड़न या दबाव जैसी असुविधा, जो पांच मिनट या उससे अधिक समय तक बनी रहती है.
  2. लगातार अपच जैसी परेशानी होना.
  3. आपकी छाती में असुविधाजनक दबाव जो आपके कंधों, भुजाओं, गर्दन, जबड़े या पीठ तक पहुंच जाता है.
  4. चक्कर आना, बेहोशी, पसीना आना, या पेट खराब होना.
  5. सांस लेने में तकलीफ होना.
  6. चिंता, कमजोरी, मतली या थकान महसूस होना.
  7. दिल की धड़कन का तेज होना, साथ ही अधिक पसीना आना और त्वचा का पीला पड़ना.

महिलाओं को कुछ अलग चेतावनी संकेत मिल सकते हैं

  • इसलिए यह महत्वपूर्ण है कि महिलाएं दिल का दौरा पड़ने से पहले इनके बारे में जागरूक हों और इन्हें गंभीरता से लें.
  • छाती के बीच में दर्द या बेचैनी होना.
  • शरीर के ऊपरी हिस्से के अन्य भागों में दर्द या बेचैनी, जैसे हाथ, पीठ, गर्दन, जबड़ा या पेट.
  • अन्य लक्षण, जैसे कि सांस लेने में तकलीफ, ठंडा पसीना आना, मतली या चक्कर आना.

बता दें, हर हार्ट अटैक पीड़ित में ऐसे लक्षण नहीं होते हैं, जैसा हम टीवी या फिल्म में देखते हैं. यह हमेशा सीने में अचानक होने वाला दर्द नहीं होता है, जिसके कारण व्यक्ति अपनी शर्ट पकड़कर जमीन पर गिर जाता है. लक्षण उससे कहीं ज्यादा छोटा हो सकते हैं. एनजाइना, हार्ट अटैक का मुख्य लक्षण है, जिसका शाब्दिक अर्थ है 'पीड़ा', दर्द नहीं.

कई लोग प्रोपर मेडिकल केयर लेने में देरी कर देते हैं क्योंकि उन्हें पता नहीं होता कि ये लक्षण दिल के दौरे से जुड़े हो सकते हैं; वे सोचते हैं कि दिल का दौरा हमेशा पेनफूल होता है. लेकिन यदि किसी को इनमें से कोई भी लक्षण पांच मिनट या उससे अधिक समय तक महसूस हो तो उसे तुरंत डॉक्टर से मिलना चाहिए.

इसके साथ ही एम्बुलेंस को कॉल करें (9-1-1 डायल करें) या किसी को आपको निकटतम अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड में ले जाने के लिए कहें.
इमरजेंसी बार्ड जानें के लिए खुद गाड़ी न चलाएं. अगर आपको दिल का दौरा पड़ रहा है,तो गाड़ी चलाना आपके और दूसरों के लिए खतरनाक हो सकता है.

पुरुषों की तरह ही महिलाओं में भी हार्ट अटैक का सबसे आम लक्षण सीने में तकलीफ है. महिलाओं में पुरुषों की तुलना में कुछ अन्य सामान्य लक्षण, विशेष रूप से सांस लेने में तकलीफ, मतली या उल्टी, और पीठ या जबड़े में तकलीफ होने की संभावना अधिक होती है.

चाहे आपका लिंग कोई भी हो, दिल के दौरे से बचने के लिए जल्द से जल्द प्रोपर मेडिकल केयर बेहद महत्वपूर्ण है. थ्रोम्बोलाइटिक एजेंट नामक एंटीकोएगुलेंट दवाएं ने दिल के दौरे के रोगियों के लिए जीवित रहने की दर बढ़ा दी है, ये दवाएं हार्ट अटैक आने के बाद जितनी जल्दी हो सके दी जाती है.

(डिस्क्लेमर: इस रिपोर्ट में आपको दी गई सभी स्वास्थ्य संबंधी जानकारी और सलाह केवल आपकी सामान्य जानकारी के लिए है. हम यह जानकारी वैज्ञानिक अनुसंधान, अध्ययन, चिकित्सा और स्वास्थ्य पेशेवर सलाह के आधार पर प्रदान करते हैं. आपको इसके बारे में विस्तार से जानना चाहिए और इस विधि या प्रक्रिया को अपनाने से पहले अपने निजी चिकित्सक से परामर्श करना चाहिए.)

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