उदयपुर: इरादे बुलंद हो तो कामयाबी आपके कदम चूमेगी. उदयपुर के 25 वर्षीय गर्वित सोनी ने अपने बुलंद इरादों और हौसले के बूते मायानगरी मुंबई में खास पहचान बनानी शुरू कर दी. रामगिरी स्थित पिंक पर्ल टावर निवासी गर्वित केसरी-2 फिल्म के गानों में अपनी आवाज से देश भर में छाए हैं. गर्वित की आवाज इसलिए भी अहम है क्योंकि उन्होंने फिल्म के उस महत्वपूर्ण दृश्य पर अपनी आवाज दी, जो पूरी फिल्म का सबसे भावुक करने वाला लम्हा माना गया है. गर्वित ने दो गाने गाए हैं, इनमें एक गाना केसरी-2 फिल्म में है जबकि दूसरा इसके एल्बम में टाइटल सॉन्ग है. सुन यारा सुन यारा सुन ले मन का एक तारा परवरदिगारा और कित्थे गया तू साईं...गानों में अपनी आवाज देकर गर्वित ने मायानगरी में सफर शुरू किया.
उदयपुर से स्कूलिंग करने वाले गर्वित ने वडोदरा में म्यूजिक का कोर्स किया. फिर बॉलीवुड नगरी मुंबई में बसेरा बनाया. तीन साल के कड़े संघर्ष और मेहनत के बाद गर्वित को लक्ष्य की ओर बढ़ने का रास्ता मिल गया. उन्हें केसरी-2 में आवाज देने का मौका मिला. गर्वित की आवाज फिल्म में दर्शकों को काफी भायी. इतनी बड़ी मूवी में मौका मिलने से गर्वित गोरांवित महसूस कर रहे हैं. गर्वित ने कहा कि पिता बचपन से कहते रहे कि प्रोफेशन कोई भी चुनो, म्यूजिक को अपनी जिंदगी में जरूर उतारना चाहिए क्योंकि उससे जिंदगी सुकून से चलती है. गर्वित ने शुरुआती दौर में म्यूजिक को पैशन बनाया. फिर इस पैशन को प्रोफेशन बना लिया. गर्वित कहते हैं, मैंने कभी सोचा नहीं था कि म्यूजिक मेरी जिंदगी बन जाएगी.
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रूला गई गर्वित की आवाज: केसरी-2 मूवी में परवरदिगार गाना टाइटल ट्रैक है. दूसरा गाना पूरी फिल्म की इमोशनल कहानी से दर्शकों को जोड़ता है. गर्वित को आवाज देने का मौका उस सीन पर मिला जहां जलियांवाला बाग कांड के बाद लाशों का ढेर बिछा है. गर्वित की आवाज उस भावुक कहानी को बयां करती है. गर्वित लगन और पैशन के साथ गाना गाते हैं तो दर्शक इस कदर जुड़ जाते हैं कि आंखों से आंसू निकलने लगते हैं.

तीन साल पहले आया मायानगरी: गर्वित ने बताया कि करीब 3 साल पहले मुंबई आया. लखनऊ के एक युवा से दोस्ती बाद में गर्वित-प्रियांश की जोड़ी बन गई. गर्वित प्रियांश की जोड़ी इंडिविजुअली कई गाने बना चुकी, जिन्हें पूरे देश में पसंद किया जा रहा है. इसी जोड़ी का कमाल है कि लगातार एक के बाद एक मौके मिलने लगे. गर्वित का मानना है कि पूरी लगन और लक्ष्य के साथ काम करें तो मुंबई में भी सफलता हासिल करना मुश्किल नहीं है.