हैदराबाद: एक्ट्रेस हिना खान इस वक्त अपने होमटाउन कश्मीर में हैं और उन्होंने पहलगाम में हुए दुखद आतंकवादी हमले पर अपनी चुप्पी तोड़ी है. जिसमें 22 अप्रैल को 26 निर्दोष पर्यटकों की जान चली गई थी. बैसरन घाटी में हुए इस भयावह हमले से दुखी एक्ट्रेस ने देश के लिए इसे एक काला दिन बताया और एक मुस्लिम और एक भारतीय होने के रूप में अपना दुख व्यक्त किया.
हिना ने सोशल मीडिया पर जताया शोक
इंस्टाग्राम पर एक इमोशनल नोट शेयर करते हुए हिना ने लिखा, 'काला दिन, नम आंखें, निंदा. अगर हम वास्तविकता को स्वीकार करने में विफल रहते हैं तो कुछ भी मायने नहीं रखता. जिस तरह से यह हमला बेरहम ब्रेनवॉश आतंकवादियों द्वारा किया गया था, जो मुस्लिम होने का दावा करते हैं, यह काफी भयानक है और मैं इमेजिन भी नहीं सकती कि कोई मुस्लिम किसी को बंदूक की नोक पर अपना धर्म त्यागने के लिए मजबूर करता है और फिर उसे मार देता है. यह मेरा दिल तोड़ देता है'.
हिना ने मांगी माफी
हिना ने इस घटना पर माफी मांगी और कहा, 'एक मुसलमान होने के नाते मैं अपने सभी साथी हिंदुओं और साथी भारतीयों से माफी मांगना चाहती हूं'. हिना ने इस हमले से हुए नुकसान के बारे में बात करते हुए कहा कि वह मानसिक रूप से परेशान हैं, लेकिन उन्होंने स्पष्ट किया कि यह दर्द सिर्फ उनका नहीं है, बल्कि इस नुकसान से दुखी हर भारतीय का है. उन्होंने कहा, 'मैं उनकी शक्ति और शांति के लिए प्रार्थना कर रही हूं... मैं इसकी निंदा करती हूं. मैं इसे अस्वीकार करती हूं. और मैं उन लोगों से नफरत करती हूं जिन्होंने ऐसा किया. पूरे दिल से, बिल्कुल, बिना किसी शर्त के'.
उन्होंने आगे कहा, 'कुछ मुसलमानों के इस काम से मैं बहुत शर्मिंदा हूं इसीलिए मैं अपने साथी भारतीयों से प्रार्थना करती हूं कि वे हम सभी को अलग-थलग न करें... अगर हम एक-दूसरे से लड़ते हैं, तो हम वही करेंगे जो वे हमसे करवाना चाहते हैं. मैं बदलाव देख रही हूं, मैं युवा कश्मीरियों के दिल में भारत के लिए आस्था और वफादारी देख रही हूं. अब समय आ गया है कि हम कश्मीरी अपने कश्मीर को वापस लाएं जहां एक कश्मीरी पंडित अपने साथी कश्मीरी मुसलमानों के साथ एक परिवार की तरह रहता था. हम सभी को एक साथ आना चाहिए और इस कठिन समय में भारत का सपोर्ट करना चाहिए. कोई राजनीति नहीं, कोई नफरत नहीं... हम सबसे पहले भारतीय हैं. जय हिंद'.
जम्मू-कश्मीर के पहलगाम के बैसरन मैदान में 22 अप्रैल को आतंकवादियो ने पर्यटकों को अपना निशाना बनाया और 26 निर्दोष लोगों की जान ले ली. वहीं कई लोग घायल हो गए. इस हमले की जिम्मेदारी लश्कर ए तैयबा संगठन के सहयोगी द रजिस्टेंस फ्रंट (TRS) ने ली है.