हरिद्वार: मशहूर एक्टर हेमंत पांडेय उत्तराखंड के जाने माने शिक्षक से शिकारी बने लखपत सिंह रावत के जीवन पर आधारित एक फिल्म बनाने जा रहे है. इस फिल्म में बाघ 12 छात्रों को अपना निवाला बना लेता है, जिसके बाद लखपत सिंह रावत किस तरह वह शिक्षक से एक शिकारी बन जाते हैं, उसे फिल्माया गया है. इसकी जानकारी हेमंत पांडेय ने एक प्रेस कॉन्फ्रेस के जरिए दी है.
उत्तराखंड फिल्म विकास बोर्ड के पूर्व चेयरमैन और जाने-माने फिल्म टीवी कलाकार हेमंत पांडे उत्तराखंड में पलायन और बाघों की समस्या को लेकर एक फिल्म का निर्माण करने जा रहे हैं. 'ए बोई बाघ' टाइटल की इस फिल्म की ज्यादातर शूटिंग पिथौरागढ़ और पहाड़ों के पलायन से खाली हो रहे गांवों में होगी.
हेमंत पांडे ने बताया कि सरकार के सहयोग से बनने वाली इस फिल्म की लागत करीब तीन करोड़ रुपये है, जिसे 18 महीने में पूरा कर लिया जाएगा. फिल्म में स्थानीय कलाकारों को एक्टिंग करने का मौका दिया जाएगा.
उत्तराखंड फिल्म विकास बोर्ड के पूर्व अध्यक्ष हेमंत पांडे ने कहा कि उत्तराखंड में फिल्म विकास के लिए अभी बहुत काम करने की जरूरत है. हालांकि, धामी सरकार ने इस पर खास ध्यान दिया है. वहीं, अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद अध्यक्ष श्री महंत रविन्द्र पूरी ने भी हेमंत पांडेय की इस मुहिम के लिए शुभकामनाएं दी है.
श्री महंत रविन्द्र पूरी ने कहा कि ऐसे कम ही लोग होते है, जो सफलता पाने के बाद भी अपनी जड़ों से जुड़े रहते है. उन्होंने कहा कि हेमंत पांडये चाहते है कि देश दुनिया में उत्तराखंड और उत्तराखंड के कलाकारों का नाम हो. यहां के स्थानीय कलाकारों को भी उनकी इस मुहिम से अपनी योग्यता दिखाने का मौका मिलेगा.
1996 में आई टेलीविजन सीरियल 'तांक झांक' में हेमंत पांडेय को पहला लीड रोल मिला. उन्होंने हेमंत केवानी और धर्मेंश व्यास के साथ स्क्रीन स्पेस साझा किया था, जिसमें उन्होंने एक ऐसा किरायेदार की भूमिका निभाई, जो एक आईएएस ऑफिसर बनना चाहता था. उन्हें 'ऑफिस ऑफिस' (2000) और 'मिसेज मालिनी अय्यर' में देखा गया था. इसके अलावा उन्होंने 'कहानी कॉमेडी सर्कस की' के जरिए लोगों को भी खूब हंसाया है.