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इन मोबाइल नंबरों पर 1 अप्रैल से बंद हो जाएगी UPI सेवा, जानिए NPCI का नया नियम - UPI MOBILE NUMBERS

NPCI ने यूपीआई यूजर्स से भी अनुरोध किया है कि सेवा बंद होने से पहले सुनिश्चित कर लें कि उनके पंजीकृत मोबाइल नंबर एक्टिव हैं.

UPI services will no longer work on mobile numbers that are inactive or reassigned from April 2025
इन मोबाइल नंबरों पर 1 अप्रैल से बंद हो जाएगा UPI, जानिए NPCI का नया नियम (IANS)
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By ETV Bharat Hindi Team

Published : March 24, 2025 at 12:54 PM IST

3 Min Read

नई दिल्ली: नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (NPCI) के नए नियम के मुताबिक, इनएक्टिव या फिर से असाइन किए गए मोबाइल नंबरों पर 1 अप्रैल से UPI सेवाएं बंद हो जाएंगी. एनपीसीआई ने अनिवार्य कर दिया है कि बैंक और PSP (पेमेंट सर्विस प्रोवाइडर) कम से कम हफ्ते में एक बार मोबाइल नंबर निरस्तीकरण सूची (MNRL) का उपयोग करके मोबाइल नंबर रिकॉर्ड अपडेट करें ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि इनएक्टिव या फिर से असाइन किए गए मोबाइल नंबर UPI से जुड़े न रहें.

यूपीआई यूजर्स से भी अनुरोध किया गया है कि सेवा बंद होने से पहले सुनिश्चित कर लें कि उनके पंजीकृत मोबाइल नंबर सक्रिय हैं.

NPCI क्यों कर रहा बदलाव
यूपीआई से जुड़े इनएक्टिव मोबाइल नंबर सुरक्षा जोखिम पैदा करते हैं. जब यूजर अपने नंबर बदलते या इनएक्टिव करते हैं, तो उनके UPI खाते अक्सर एक्टिव रहते हैं, जिससे उनका गलत इस्तेमाल होने की संभावना रहती है. इसी प्रकार, अगर किसी मोबाइल नंबर को किसी नए यूजर को फिर से जारी किया जाता है, तो UPI लेनदेन में गड़बड़ी होने की संभावना रहती है. इससे पैसा गलत व्यक्ति के खाते में जा सकता है और धोखाधड़ी भी हो सकती है.

एनपीसीआई ने इन सुरक्षा जोखिमों को दूर करने के लिए निर्देश दिया है कि बैंक और पेमेंट सर्विस प्रोवाइडर अपने डेटाबेस से इनएक्टिव मोबाइल नंबरों की पहचान करने और उन्हें डिलीट करने के लिए दूरसंचार विभाग के डिजिटल इंटेलिजेंस प्लेटफॉर्म (डीआईपी) पर मोबाइल नंबर रिवोकेशन लिस्ट (MNRL) का उपयोग करके अपने रिकॉर्ड अपडेट करेंगे.

NPCI के दिशा-निर्देश

  • बैंक और पीएसपी समय-समय पर इनएक्टिव या दोबारा असाइन किए गए मोबाइल नंबरों की पहचान करेंगे और हटाएंगे
  • ऐसे यूजर्स को उनकी UPI सेवाएं निलंबित होने से पहले सूचना दी जाएगी
  • बैंक और पीएसपी ऐसे मोबाइल नंबरों को हटाने के लिए अपने रिकॉर्ड अपडेट करेंगे और सुनिश्चित करेंगे कि UPI लेनदेन सिर्फ वैध और एक्टिव यूजर्स से ही जुड़े हों
  • यूजर समय सीमा से पहले अपना मोबाइल नंबर अपडेट करके UPI सेवा बहाल कर सकते हैं.

ऐसे लोग होंगे प्रभावित

  • ऐसे यूजर जिनके इनएक्टिव मोबाइल नंबर लंबे समय से कॉल, SMS या बैंकिंग अलर्ट के लिए उपयोग नहीं किए गए हैं.
  • ऐसे यूजर जिन्होंने अपने बैंक विवरण अपडेट किए बिना अपना नंबर सरेंडर कर दिया है.
  • ऐसे यूजर जिनका पुराना नंबर किसी और को दोबारा जारी कर दिया गया है

UPI के लिए मोबाइल नंबर क्यों जरूरी

बैंक खाते से लिंक मोबाइल नंबर OTP सत्यापन के लिए बहुत जरूरी होता है. अगर यह इनएक्टिव हो जाता है और फिर से किसी दूसरे व्यक्ति को जारी कर दिया जाता है, तो आप लेन-देन नहीं कर सकते हैं या पैसा गलत खाते में जा सकता है.

यह भी पढ़ें- EPFO: बेसिक सैलरी 40000 तो आपके PF खाते में इस साल कितना ब्याज आएगा, जानें

नई दिल्ली: नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (NPCI) के नए नियम के मुताबिक, इनएक्टिव या फिर से असाइन किए गए मोबाइल नंबरों पर 1 अप्रैल से UPI सेवाएं बंद हो जाएंगी. एनपीसीआई ने अनिवार्य कर दिया है कि बैंक और PSP (पेमेंट सर्विस प्रोवाइडर) कम से कम हफ्ते में एक बार मोबाइल नंबर निरस्तीकरण सूची (MNRL) का उपयोग करके मोबाइल नंबर रिकॉर्ड अपडेट करें ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि इनएक्टिव या फिर से असाइन किए गए मोबाइल नंबर UPI से जुड़े न रहें.

यूपीआई यूजर्स से भी अनुरोध किया गया है कि सेवा बंद होने से पहले सुनिश्चित कर लें कि उनके पंजीकृत मोबाइल नंबर सक्रिय हैं.

NPCI क्यों कर रहा बदलाव
यूपीआई से जुड़े इनएक्टिव मोबाइल नंबर सुरक्षा जोखिम पैदा करते हैं. जब यूजर अपने नंबर बदलते या इनएक्टिव करते हैं, तो उनके UPI खाते अक्सर एक्टिव रहते हैं, जिससे उनका गलत इस्तेमाल होने की संभावना रहती है. इसी प्रकार, अगर किसी मोबाइल नंबर को किसी नए यूजर को फिर से जारी किया जाता है, तो UPI लेनदेन में गड़बड़ी होने की संभावना रहती है. इससे पैसा गलत व्यक्ति के खाते में जा सकता है और धोखाधड़ी भी हो सकती है.

एनपीसीआई ने इन सुरक्षा जोखिमों को दूर करने के लिए निर्देश दिया है कि बैंक और पेमेंट सर्विस प्रोवाइडर अपने डेटाबेस से इनएक्टिव मोबाइल नंबरों की पहचान करने और उन्हें डिलीट करने के लिए दूरसंचार विभाग के डिजिटल इंटेलिजेंस प्लेटफॉर्म (डीआईपी) पर मोबाइल नंबर रिवोकेशन लिस्ट (MNRL) का उपयोग करके अपने रिकॉर्ड अपडेट करेंगे.

NPCI के दिशा-निर्देश

  • बैंक और पीएसपी समय-समय पर इनएक्टिव या दोबारा असाइन किए गए मोबाइल नंबरों की पहचान करेंगे और हटाएंगे
  • ऐसे यूजर्स को उनकी UPI सेवाएं निलंबित होने से पहले सूचना दी जाएगी
  • बैंक और पीएसपी ऐसे मोबाइल नंबरों को हटाने के लिए अपने रिकॉर्ड अपडेट करेंगे और सुनिश्चित करेंगे कि UPI लेनदेन सिर्फ वैध और एक्टिव यूजर्स से ही जुड़े हों
  • यूजर समय सीमा से पहले अपना मोबाइल नंबर अपडेट करके UPI सेवा बहाल कर सकते हैं.

ऐसे लोग होंगे प्रभावित

  • ऐसे यूजर जिनके इनएक्टिव मोबाइल नंबर लंबे समय से कॉल, SMS या बैंकिंग अलर्ट के लिए उपयोग नहीं किए गए हैं.
  • ऐसे यूजर जिन्होंने अपने बैंक विवरण अपडेट किए बिना अपना नंबर सरेंडर कर दिया है.
  • ऐसे यूजर जिनका पुराना नंबर किसी और को दोबारा जारी कर दिया गया है

UPI के लिए मोबाइल नंबर क्यों जरूरी

बैंक खाते से लिंक मोबाइल नंबर OTP सत्यापन के लिए बहुत जरूरी होता है. अगर यह इनएक्टिव हो जाता है और फिर से किसी दूसरे व्यक्ति को जारी कर दिया जाता है, तो आप लेन-देन नहीं कर सकते हैं या पैसा गलत खाते में जा सकता है.

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