सेंसेक्स-निफ्टी गिरावट केे साथ खुले, Sensex 82,049 और Nifty 25,175.80 पर हुआ ओपन
सुबह करीब 9:34 बजे, सेंसेक्स 422.88 अंक की गिरावट के साथ 82,077.94 पर और निफ्टी 121.85 अंक या 0.48 प्रतिशत गिरकर 25,163.50 पर आ गया.

Published : October 13, 2025 at 9:54 AM IST
|Updated : October 13, 2025 at 10:01 AM IST
मुंबई: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा चीन पर "कड़े" टैरिफ की चेतावनी दिए जाने के बाद एशियाई बाजारों में कमजोरी के बीच भारतीय शेयर बाजार सोमवार को गिरावट के साथ खुले. सतर्क वैश्विक धारणा का घरेलू शेयर बाजारों पर असर पड़ा और सभी सेक्टरों में व्यापक बिकवाली देखने को मिली.
सप्ताह के पहले शुरुआती कारोबार में सेंसेक्स 223 अंक या 0.27 फीसदी की गिरावट के साथ 82,278 पर खुला. वहीं निफ्टी शुरुआती कारोबार में 105 अंक या 0.42 फीसदी की गिरावट के साथ 25,180 पर कारोबार कर रहा था.
निफ्टी के परिदृश्य पर टिप्पणी करते हुए, विशेषज्ञों ने कहा कि "हम पिछले सप्ताह की तरह इस सप्ताह की शुरुआत में अपने ऊपरी लक्ष्य को 25460 तक सीमित रखेंगे. जैसे-जैसे सप्ताह आगे बढ़ेगा, अस्थिरता बढ़ने की उम्मीद है."
उन्होंने आगे कहा, "हालांकि निकटतम समर्थन 25230/15 पर दिख रहा है. हम 25113 के बाद सीधी गिरावट का इंतजार करेंगे, ताकि ऊपर की ओर के दांव से दूर रह सकें." हालांकि, बिकवाली का दबाव और बढ़ गया.
सुबह करीब 9:34 बजे, सेंसेक्स 422.88 अंक या 0.51 प्रतिशत की गिरावट के साथ 82,077.94 पर कारोबार कर रहा था. जबकि निफ्टी 121.85 अंक या 0.48 प्रतिशत गिरकर 25,163.50 पर आ गया.
व्यापक बाजारों में भी गिरावट देखी गई, निफ्टी मिडकैप इंडेक्स और निफ्टी स्मॉलकैप इंडेक्स में क्रमशः 0.5 प्रतिशत और 0.64 प्रतिशत की गिरावट आई. सभी सेक्टोरल इंडेक्स लाल निशान में कारोबार कर रहे थे.
निफ्टी आईटी इंडेक्स में सबसे ज़्यादा 0.9 फीसदी की गिरावट आई, जिसके बाद निफ्टी मेटल इंडेक्स में 0.69 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई.
बाजार विशेषज्ञों ने इस गिरावट के लिए बढ़ते भू-राजनीतिक तनाव और अमेरिका-चीन व्यापार संबंधों को लेकर अनिश्चितता को जिम्मेदार ठहराया. इससे वैश्विक स्तर पर निवेशकों का रुझान कम हुआ है.
विश्लेषकों ने कहा, "भारत में, विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) की लगातार खरीदारी ने बाजार को स्थिरता प्रदान की है. पिछले चार कारोबारी दिनों में एफआईआई ने 3289 करोड़ रुपये के शेयर खरीदे हैं."
उन्होंने आगे कहा, "बाजार में तेजी के रुख के चलते शॉर्ट कवरिंग हुई है जिससे बाजार को मजबूती हासिल करने में मदद मिली है." बाजार विशेषज्ञों ने कहा, "घरेलू उपभोग के विषय, जो व्यापार झड़पों से प्रभावित नहीं होंगे. उनमें संस्थागत खरीदारों द्वारा खरीदारी की संभावना है."
रुपया 5 पैसे गिरा: शुरुआती कारोबार में अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपया 5 पैसे गिरकर 88.77 पर आ गया.
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