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RBI ने लगातार 9वीं बार रेपो रेट को रखा स्थिर, UPI लिमिट बढ़ी, अब 5 लाख तक होगा ट्रांजेक्शन - RBI MPC Meet 2024

RBI MPC Meet 2024- आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास आज 8 अगस्त को सुबह 10 बजे रेपो रेट की घोषणा की. आरबीआई एमपीसी नौवीं बार रेपो रेट को 6.5 फीसदी पर स्थिर बनाए रखा है. पढ़ें पूरी खबर...

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By ETV Bharat Hindi Team

Published : Aug 8, 2024, 9:34 AM IST

Updated : Aug 8, 2024, 10:40 AM IST

RBI GOVERNOR SHAKTIKANTA DAS
आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास (फाइल फोटो) (IANS Photo)

नई दिल्ली: भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) के गवर्नर शक्तिकांत दास आज (8 अगस्त) मौद्रिक नीति की घोषणा की. मौद्रिक नीति समिति (MPC) ने 6 अगस्त से 8 अगस्त तक वित्त वर्ष 25 के लिए अपनी थर्ड-बाय मंथली पॉलिसी बैठक आयोजित की और उसी के परिणाम आज RBI गवर्नर घोषित की.

आरबीआई एमपीसी नौवीं बार रेपो रेट को 6.5 फीसदी पर स्थिर बनाए रखा है, जो फरवरी 2023 से लगातार आठ नीति समीक्षाओं के लिए अपरिवर्तित रही.

वित्त वर्ष 2025 के लिए वास्तविक जीडीपी 7.2 फीसदी रहने का अनुमान है, जिसमें 'जोखिम समान रूप से संतुलित' हैं.

  • Q1-7.2
  • Q2 - 7.2
  • Q3- 7.3
  • Q4 - 7.2

वित्त वर्ष 2025 के लिए मुद्रास्फीति पूर्वानुमान- 4.5 फीसदी

  • Q2 के लिए मुद्रास्फीति- 4.4 फीसदी (3.8 फीसदी से संशोधित)
  • Q3- 4.7 फीसदी (4.6 फीसदी से संशोधित)
  • Q4- 4.3 फीसदी (4.5 फीसदी से संशोधित)
  1. UPI कर भुगतान की सीमा 1 लाख रुपये से बढ़ाकर 5 लाख रुपये प्रति लेनदेन की गई. साथ ही चेक क्लियरिंग का समय कम किया जाएगा.
  2. भारत का विदेशी मुद्रा भंडार 675 अरब डॉलर के रिकॉर्ड स्तर पर पहुंचा.
  3. गवर्नर दास ने कहा कि भारत का वित्तीय क्षेत्र स्थिर है. लेकिन चार समस्याओं पर नजर रखनी होगी. दास ने चेतावनी दी कि खुदरा निवेशकों के लिए वैकल्पिक निवेश के रास्ते ज्यादा आकर्षक होते जा रहे हैं, जबकि बैंक जमा में गिरावट आ रही है. बैंक लोन की मांग को पूरा करने के लिए संघर्ष कर रहे हैं.
  4. RBI गवर्नर ने कहा कि खाद्य मुद्रास्फीति का भार मुख्य मुद्रास्फीति पर 46 फीसदी है. इसे नजरअंदाज नहीं किया जा सकता.
  5. बैंकों और निगमों का हेल्थी बैलेंस शीट, सरकार के पूंजीगत खर्च पर जोर और निजी निवेश में तेजी से निवेश संभावनाओं को बढ़ावा देंगे.
  6. गवर्नर दास ने कहा कि पीएमआई सेवाएं मजबूत रहीं और लगातार 7 महीनों से 60 से ऊपर रहीं.
  7. RBI गवर्नर ने कहा कि हमने विकास सुनिश्चित करने के लिए मुद्रास्फीति पर ध्यान केंद्रित करने और मूल्य स्थिरता का समर्थन करने का निर्णय लिया है.
  8. अप्रैल-मई में स्थिर रहने के बाद जून में फूड के कारण हेडलाइन महंगाई में बढ़ोतरी हुई, जो कि अभी भी स्थिर बनी हुई है. तीसरी तिमाही में, हमें बेस इफेक्ट का फायदा मिलेगा, जो हेडलाइन महंगाई के आंकड़ों को नीचे खींचेगा.
  9. आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास ने कहा कि मौद्रिक नीति समिति ने 4:2 बहुमत से नीतिगत रेपो रेट को 6.5 फीसदी पर स्थिर रखने का फैसला किया.

जून में RBI MPC में क्या निर्णय लिया गया?
जून में, RBI MPC ने लगातार आठवीं बार रेपो दर को 6.5 फीसदी पर बनाए रखने और सहूलियत वापस लेने के अपने रुख पर कायम रहने के लिए 4-2 से मतदान किया. RBI ने इसके बाद FY25 के लिए अपने GDP विकास पूर्वानुमान को संशोधित कर 7.2 फीसदी कर दिया, जो पिछले अनुमान 7 फीसदी से अधिक था और FY25 के लिए मुद्रास्फीति पूर्वानुमान 4.5 फीसदी पर स्थिर रहा.

अगली RBI MPC बैठक कब होगी?
भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) इन डेट पर MPC बैठकें आयोजित करने वाला है- 7 से 9 अक्टूबर, 4 से 6 दिसंबर और 5 से 7 फरवरी, 2025.

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आरबीआई एमपीसी नौवीं बार रेपो रेट को 6.5 फीसदी पर स्थिर बनाए रखा है, जो फरवरी 2023 से लगातार आठ नीति समीक्षाओं के लिए अपरिवर्तित रही.

वित्त वर्ष 2025 के लिए वास्तविक जीडीपी 7.2 फीसदी रहने का अनुमान है, जिसमें 'जोखिम समान रूप से संतुलित' हैं.

  • Q1-7.2
  • Q2 - 7.2
  • Q3- 7.3
  • Q4 - 7.2

वित्त वर्ष 2025 के लिए मुद्रास्फीति पूर्वानुमान- 4.5 फीसदी

  • Q2 के लिए मुद्रास्फीति- 4.4 फीसदी (3.8 फीसदी से संशोधित)
  • Q3- 4.7 फीसदी (4.6 फीसदी से संशोधित)
  • Q4- 4.3 फीसदी (4.5 फीसदी से संशोधित)
  1. UPI कर भुगतान की सीमा 1 लाख रुपये से बढ़ाकर 5 लाख रुपये प्रति लेनदेन की गई. साथ ही चेक क्लियरिंग का समय कम किया जाएगा.
  2. भारत का विदेशी मुद्रा भंडार 675 अरब डॉलर के रिकॉर्ड स्तर पर पहुंचा.
  3. गवर्नर दास ने कहा कि भारत का वित्तीय क्षेत्र स्थिर है. लेकिन चार समस्याओं पर नजर रखनी होगी. दास ने चेतावनी दी कि खुदरा निवेशकों के लिए वैकल्पिक निवेश के रास्ते ज्यादा आकर्षक होते जा रहे हैं, जबकि बैंक जमा में गिरावट आ रही है. बैंक लोन की मांग को पूरा करने के लिए संघर्ष कर रहे हैं.
  4. RBI गवर्नर ने कहा कि खाद्य मुद्रास्फीति का भार मुख्य मुद्रास्फीति पर 46 फीसदी है. इसे नजरअंदाज नहीं किया जा सकता.
  5. बैंकों और निगमों का हेल्थी बैलेंस शीट, सरकार के पूंजीगत खर्च पर जोर और निजी निवेश में तेजी से निवेश संभावनाओं को बढ़ावा देंगे.
  6. गवर्नर दास ने कहा कि पीएमआई सेवाएं मजबूत रहीं और लगातार 7 महीनों से 60 से ऊपर रहीं.
  7. RBI गवर्नर ने कहा कि हमने विकास सुनिश्चित करने के लिए मुद्रास्फीति पर ध्यान केंद्रित करने और मूल्य स्थिरता का समर्थन करने का निर्णय लिया है.
  8. अप्रैल-मई में स्थिर रहने के बाद जून में फूड के कारण हेडलाइन महंगाई में बढ़ोतरी हुई, जो कि अभी भी स्थिर बनी हुई है. तीसरी तिमाही में, हमें बेस इफेक्ट का फायदा मिलेगा, जो हेडलाइन महंगाई के आंकड़ों को नीचे खींचेगा.
  9. आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास ने कहा कि मौद्रिक नीति समिति ने 4:2 बहुमत से नीतिगत रेपो रेट को 6.5 फीसदी पर स्थिर रखने का फैसला किया.

जून में RBI MPC में क्या निर्णय लिया गया?
जून में, RBI MPC ने लगातार आठवीं बार रेपो दर को 6.5 फीसदी पर बनाए रखने और सहूलियत वापस लेने के अपने रुख पर कायम रहने के लिए 4-2 से मतदान किया. RBI ने इसके बाद FY25 के लिए अपने GDP विकास पूर्वानुमान को संशोधित कर 7.2 फीसदी कर दिया, जो पिछले अनुमान 7 फीसदी से अधिक था और FY25 के लिए मुद्रास्फीति पूर्वानुमान 4.5 फीसदी पर स्थिर रहा.

अगली RBI MPC बैठक कब होगी?
भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) इन डेट पर MPC बैठकें आयोजित करने वाला है- 7 से 9 अक्टूबर, 4 से 6 दिसंबर और 5 से 7 फरवरी, 2025.

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Last Updated : Aug 8, 2024, 10:40 AM IST
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