मुंबई: वैश्विक ब्रोकरेज कंपनी मॉर्गन स्टेनली ने दिसंबर 2025 तक अपने साल के अंत के सेंसेक्स लक्ष्य को संशोधित कर 82,000 कर दिया है, जो कि इसके पहले के 93,000 के पूर्वानुमान से कम है. इसका मतलब है कि सेंसेक्स के मौजूदा स्तर 76,700 से 7 फीसदी की बढ़त है.
मॉर्गन स्टेनली के भारत रणनीतिकार रिधम देसाई ने उपासना चाचरा, बानी गंभीर और नयनत पारेख के साथ मिलकर लिखे एक नोट में कहा कि यह स्तर राजकोषीय समेकन, निजी निवेश में बढ़ोतरी और वास्तविक विकास और वास्तविक दरों के बीच सकारात्मक अंतर के माध्यम से भारत की वृहद स्थिरता में लाभ की निरंतरता को मानता है.
मॉर्गन स्टेनली ने सेंसेक्स के लिए दिसंबर 2025 के लक्ष्य को 12 फीसदी घटाकर 82,000 कर दिया है, जो पहले अनुमानित 93,000 के स्तर से कम है. हालांकि यह लक्ष्य वर्तमान स्तर से अभी भी लगभग 7 फीसदी अधिक है, और मॉर्गन स्टेनली का मानना है कि सूचकांक के दिसंबर 2025 तक इस लक्ष्य तक पहुंचने की 50 फीसदी संभावना है.
बुल-केस में 91,000 का अनुमान
अधिक आशावादी परिदृश्य में मॉर्गन स्टेनली को लगता है कि दिसंबर 2025 तक सेंसेक्स संभावित रूप से 91,000 तक बढ़ सकता है. हालांकि यह पहले के पूर्वानुमान 1,05,000 से संशोधित है. फर्म इस परिदृश्य के लिए 30 फीसदी संभावना बताती है.
रिपोर्ट में कहा गया है कि मॉर्गन स्टेनली ने अपनी आय अनुमान में लगभग 13 फीसदी की कटौती की है, और हमारा दिसंबर 2025 का सेंसेक्स लक्ष्य 12 फीसदी कम है.
मंदी की स्थिति में 63,000 का अनुमान
अगर ब्रेंट क्रूड की कीमत 100 डॉलर से ऊपर जाती है. RBI मैक्रो स्थिरता की रक्षा के लिए दरों को सख्त करता है, और अमेरिका मंदी में चला जाता है, तो मॉर्गन स्टेनली को लगता है कि सेंसेक्स 63,000 तक गिर जाएगा. इस मंदी की स्थिति में 20 फीसदी संभावना है.