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भारत-अमेरिका व्यापार समझौता: डोनाल्ड ट्रंप के 50 प्रतिशत टैरिफ लगाने से किस प्रोडक्ट पर कितना लगेगा टैरिफ?

एक अमेरिकी टीम 25 अगस्त से 30 अगस्त के बीच व्यापार समझौते पर बातचीत के लिए भारत का दौरा करेगी.

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डोनाल्ड ट्रंप (ANI)
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By ETV Bharat Hindi Team

Published : August 8, 2025 at 5:13 PM IST

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नई दिल्ली: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने टैरिफ रेट को दोगुना कर दिया है. इससे भारत से आयात होने वाले सामान पर लगने वाला 50 टैरिफ प्रतिशत हो गया है. भारत कुछ क्षेत्रों में अमेरिका को दिए गए अपने मार्केट एक्सेस प्रस्तावों की समीक्षा करने पर विचार कर रहा है.

डोनाल्ड ट्रंप के टैरिफ को दोगुना करने के फैसले के बावजूद भारत इस महीने द्विपक्षीय व्यापार समझौते को अंतिम रूप देने को लेकर आशावादी है, क्योंकि अतिरिक्त 25 प्रतिशत शुल्क लागू होने में 21 दिन बाकी हैं.

एक अमेरिकी टीम 25 अगस्त से 30 अगस्त के बीच व्यापार समझौते पर बातचीत के लिए भारत का दौरा करेगी. रूस के साथ कच्चे तेल के व्यापार के लिए भारत पर ट्रंप द्वारा लगाया गया 25 फीसदी अतिरिक्त टैरिफ 27 अगस्त से लागू होने वाला है.

भारत को अमेरिकी व्यापार समझौते की उम्मीद
जानकारी के मुताबिक वरिष्ठ सरकारी अधिकारी अमेरिका को भारत के व्यापार समझौते के प्रस्ताव के मूल्यांकन का नेतृत्व कर रहे हैं. आर्थिक मंत्रालयों को अपने-अपने क्षेत्रों की जांच करने और भारत के प्रस्ताव में संभावित सुधारों का आकलन करने के निर्देश दिए गए हैं.

हालांकि, भारत कृषि और डेयरी बाजार एक्सेस पर अपना दृढ़ रुख बनाए हुए है और मानता है कि इन पर कोई समझौता नहीं किया जा सकता. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किसानों और डेयरी क्षेत्र के हितों की रक्षा के लिए अपनी प्रतिबद्धता स्पष्ट रूप से व्यक्त की है.

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डोनाल्ड ट्रंप के 50 प्रतिशत टैरिफ लगाने से किस प्रोडक्ट पर कितना लगेगा टैरिफ? (ETV Bharat Graphics)

संयुक्त राज्य अमेरिका मक्का, सोयाबीन, सेब, बादाम, इथेनॉल और डेयरी प्रोडक्ट सहित अपने कृषि उत्पादों के लिए विस्तारित बाजार पहुंच की मांग कर रहा है. भारत अपने कृषक समुदाय पर पड़ने वाले प्रत्यक्ष प्रभाव को देखते हुए इन मांगों का विरोध कर रहा है.

एक्सपोर्टर्स की सुरक्षा के लिए रणनीति
व्यापार समझौते पर बातचीत जारी रहने के साथ-साथ सरकार बढ़े हुए टैरिफ के प्रभावों को कम करने के लिए एक त्रि-आयामी दृष्टिकोण विकसित कर रही है. एक अधिकारी ने कहा, "निर्यातकों को कुछ राहत देने के लिए तेजी से काम चल रहा है."

अधिकारियों ने संकेत दिया कि प्रस्तावित निर्यात संवर्धन मिशन में चुनौतियों का सामना कर रहे क्षेत्रों को सहायता प्रदान करने के लिए कस्टमाइज स्कीम शामिल होंगी. ये पहल लॉन्ग टर्म व्यापार स्थिरता बनाए रखने के लिए डिजाइन की गई हैं. एक अधिकारी ने कहा, "एक अन्य पहलू माल को अन्य भौगोलिक क्षेत्रों में भेजने से संबंधित है. निर्यातक इस पर काम कर रहे हैं और सरकार इस दिशा परिवर्तन में सहायता के अवसरों की जांच कर रही है."

रणनीति का तीसरा पहलू उन क्षेत्रों की पहचान करने पर केंद्रित है जिनके निर्यात ऑर्डर कम हो रहे हैं, जिन्हें घरेलू आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए पुनर्निर्देशित किया जा सकता है. अधिकारी ने आगे कहा, "इस तरह प्रोडक्शन प्रभावित नहीं होगा और हमारी घरेलू मांग, जो अन्यथा आयात के माध्यम से पूरी होती है, पूरी हो सकेगी."

क्या भारत-अमेरिका व्यापार समझौते पर बातचीत अधर में?
ट्रंप की ताजा टिप्पणियों ने इस बात पर अनिश्चितता पैदा कर दी है कि छठे दौर की व्यापार समझौते की बातचीत होगी या नहीं. ट्रंप ने भारत के साथ व्यापार वार्ता की किसी भी संभावना को खारिज कर दिया है और इसे टैरिफ संबंधी चिंताओं के समाधान पर सशर्त बना दिया है.गुरुवार को ओवल ऑफिस में जब ट्रंप से पूछा गया कि क्या उन्हें भारत के साथ व्यापार वार्ता बढ़ाने की उम्मीद है, तो उन्होंने कहा, "नहीं, जब तक हम इसे सुलझा नहीं लेते, तब तक नहीं."

प्रधानमंत्री मोदी ने भी अपनी ओर से स्पष्ट कर दिया है कि भारत के लिए किसानों के हित अत्यंत महत्वपूर्ण हैं. मोदी ने कहा, "हमारे लिए, हमारे किसानों का हित सर्वोच्च प्राथमिकता है. भारत अपने किसानों, डेयरी किसानों और मछुआरों के हितों से कभी समझौता नहीं करेगा. मुझे पता है कि मुझे व्यक्तिगत रूप से इसकी भारी कीमत चुकानी पड़ेगी, लेकिन मैं इसके लिए तैयार हूं."

50 फीसदी अमेरिकी टैरिफ के बाद भारतीय निर्यात
50 फीसदी अमेरिकी टैरिफ के बाद स्मार्टफोन और फॉर्माक्यूटिकल्स जैसे प्रोडक्ट्स को छूट प्राप्त प्रोडक्ट्स की लिस्ट में शामिल किया गया है. ऐसे में इन प्रोडक्ट पर कोई टैरिफ नहीं लगेगा, जबकि हीरे-सोने के प्रोडक्ट पर 52.1, मशीनरी-मैकेनिकल अप्लायंस पर 51.3,स्टील, एल्यूमीनियम, तांबा जैसे प्रोडक्ट पर 51.7 और कार्पेट पर 52.9 प्रतिशत टैरिफ देना होगा.

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