ट्रंप की टैरिफ धमकियों से बेपरवाह रही भारतीय इकोनॉमी, पहली तिमाही में GDP ग्रोथ 7.8 प्रतिशत
टैरिफ टेंशन के बावजूद भारत ने शानदार प्रदर्शन किया है. चालू वित्त वर्ष के दौरान देश की जीडीपी 7.8 प्रतिशत की दर से बढ़ी है.

Published : August 29, 2025 at 5:32 PM IST
नई दिल्ली : अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के द्वारा भारत पर टैरिफ लगाने की धमिकियों के बाद भी भारतीय इकोनॉमी ने शानदार प्रदर्शन किया. यही वजह है कि भारत की आर्थिक वृद्धि दर चालू वित्त वर्ष की अप्रैल-जून तिमाही में 7.8 प्रतिशत रही. खास बात यह है कि अमेरिका के भारी शुल्क लगाए जाने से पहले की पांच तिमाहियों में यह सबसे अधिक है.
इस संबंध में शुक्रवार को जारी किए गए सरकारी आंकड़ों के मुताबिक, मुख्य रूप से कृषि क्षेत्र के अच्छे प्रदर्शन की वजह से जीडीपी (सकल घरेलू उत्पाद) वृद्धि दर बढ़ी है. वहीं भारत सबसे तेजी से बढ़ने वाली प्रमुख अर्थव्यवस्था बना हुआ है, क्योंकि अप्रैल-जून में चीन की जीडीपी वृद्धि 5.2 प्रतिशत रही थी.
STORY | India's GDP grows 7.8% in Q1: Government data
— Press Trust of India (@PTI_News) August 29, 2025
The Indian economy grew by 7.8 per cent in April-June – the highest in five quarters – before the disruptive US tariffs were imposed.
The GDP growth in the first quarter of the ongoing fiscal year was mainly due to a good… pic.twitter.com/dEjyj21yzj
आंकड़ों के मुताबिक, इससे पहले अधिकतम जीडीपी वृद्धि 2024 के जनवरी-मार्च में 8.4 प्रतिशत थी. राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय (एनएसओ) के आंकड़ों के मुताबिक, एग्रीकल्चर क्षेत्र में 3.7 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई, जो 2024-25 की अप्रैल-जून तिमाही में 1.5 प्रतिशत था.
वहीं वित्त वर्ष 2025-26 की पहली तिमाही में विनिर्माण क्षेत्र की वृद्धि दर मामूली बढ़कर 7.7 प्रतिशत हो गई, जबकि एक साल पहले इसी तिमाही में यह 7.6 प्रतिशत थी.
कौन से क्षेत्र किस गति से बढ़ रहे आगे
- बिजली, गैस जैसी यूटिलिटी सर्विसेज की ग्रोथ भी 10.2 प्रतिशत से घटकर 0.5 प्रतिशत पर पहुंच गई.
- कृषि और संबद्ध क्षेत्र की विकास दर (GVA) 3.7 प्रतिशत रही, 2024-25 की पहली तिमाही में 1.5 प्रतिशत थी.
- फाइनेंशियल, रियल एस्टेट की वृद्धि दर 6.6 प्रतिशत से बढ़कर 9.5 प्रतिशत.
- मैन्युफैक्चरिंग की ग्रोथ रेट 7.6 प्रतिशत के मुकाबले 7.7 प्रतिशत रही.
- माइनिंग की ग्रोथ निगेटिव रही, पिछले साल के 6.6 प्रतिशत की तुलना में -3.1 प्रतिशत.
- ट्रेड, ट्रांसपोर्ट, कम्युनिकेशन सर्विसेज की ग्रोथ 5.4 प्रतिशत से बढ़कर 8.6 प्रतिशत.
जर्मनी को पीछे छोड़ देगा भारत
आईएमएफ के मुताबिक, आने वाले वर्षों में भारत की अर्थव्यवस्था जर्मनी को न केवल पीछे छोड़ देगी बल्कि वह विश्व की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन जाएगी. नवीन रिपोर्ट बताती है कि अमेरिका के भारी टैरिफ के बावजूद, भारत की अर्थव्यवस्था 2028 तक पीपीपी के लिहाज से अमेरिका से आगे निकल सकती है.
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