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Gensol Engineering होगी दिवालिया? IREDA ने कंपनी के खिलाफ दायर की याचिका, शेयर ने लिया यू-टर्न - GENSOL SHARE PRICE

510 करोड़ रुपये के डिफॉल्ट के लिए IREDA की दिवालियापन फाइलिंग के बाद जेनसोल के शेयरों में अपर सर्किट लगा.

Gensol Share Price
प्रतीकात्मक फोटो (Getty Image)
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By ETV Bharat Hindi Team

Published : May 15, 2025 at 11:41 AM IST

2 Min Read

नई दिल्ली: गुरुवार को शुरुआती कारोबार में जेनसोल इंजीनियरिंग के शेयरों में 5 फीसदी का अपर सर्किट लगा और यह 62.44 रुपये प्रति शेयर पर पहुंच गया. 510 रुपये के डिफॉल्ट लोन के खिलाफ दिवालिया घोषित करने के इरेडा के फैसले के बाद अपर सर्किट लगा. इस बीच इरेडा के शेयर सुबह के सत्र में 167.89 रुपये प्रति शेयर पर स्थिर रहे.

इरेडा ने फाइलिंग में कहा कि उसने 14 मई को जेनसोल इंजीनियरिंग लिमिटेड के खिलाफ दिवालियापन और दिवालियापन संहिता, 2016 की धारा 7 के तहत 510,00,52,672 रुपये की चूक राशि के लिए एक आवेदन दायर किया.

जेनसोल का मामला
जेनसोल के प्रमोटरों (अनमोल और पुनीत जग्गी) पर कंपनी के लिए निर्धारित लोन को गबन करने, निवेशकों, लेंडर और नियामकों को गुमराह करने का आरोप है. अंतरिम आदेश न केवल उन्हें पूंजी बाजारों तक पहुंचने से रोकता है, बल्कि उन्हें फिलहाल किसी भी सूचीबद्ध कंपनी में प्रमुख पद रखने से भी रोकता है.

इरेडा ने जेनसोल पर अनुबंध का उल्लंघन करने का आरोप लगाया
इरेडा ने इससे पहले आरबीआई के दिशा-निर्देशों और कंपनी के प्रोटोकॉल के अनुसार आंतरिक समीक्षा शुरू की थी. सेबी के निष्कर्षों के बाद जिसमें जेनसोल के प्रमोटर जग्गी बंधुओं के निजी इस्तेमाल के लिए गबन का खुलासा हुआ था, जो इसकी ईवी सहायक कंपनी ब्लूस्मार्ट के लिए था.

सेबी ने कंपनी के प्रमोटर अनमोल सिंह जग्गी और पुनीत सिंह जग्गी को निजी लाभ के लिए सार्वजनिक कंपनी के फंड का दुरुपयोग करने के आरोपों के कारण प्रतिभूति बाजार से प्रतिबंधित कर दिया था.

जग्गी भाईयों ने इस्तीफा दिया
जेनसोल इंजीनियरिंग के प्रबंध निदेशक अनमोल जग्गी और पुनीत जग्गी ने सेबी के उस निर्देश के बाद अपने पदों से इस्तीफा दे दिया, जिसमें उन्हें सूचीबद्ध कंपनियों में कोई भी प्रमुख पद रखने से रोक दिया गया था.

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इरेडा ने फाइलिंग में कहा कि उसने 14 मई को जेनसोल इंजीनियरिंग लिमिटेड के खिलाफ दिवालियापन और दिवालियापन संहिता, 2016 की धारा 7 के तहत 510,00,52,672 रुपये की चूक राशि के लिए एक आवेदन दायर किया.

जेनसोल का मामला
जेनसोल के प्रमोटरों (अनमोल और पुनीत जग्गी) पर कंपनी के लिए निर्धारित लोन को गबन करने, निवेशकों, लेंडर और नियामकों को गुमराह करने का आरोप है. अंतरिम आदेश न केवल उन्हें पूंजी बाजारों तक पहुंचने से रोकता है, बल्कि उन्हें फिलहाल किसी भी सूचीबद्ध कंपनी में प्रमुख पद रखने से भी रोकता है.

इरेडा ने जेनसोल पर अनुबंध का उल्लंघन करने का आरोप लगाया
इरेडा ने इससे पहले आरबीआई के दिशा-निर्देशों और कंपनी के प्रोटोकॉल के अनुसार आंतरिक समीक्षा शुरू की थी. सेबी के निष्कर्षों के बाद जिसमें जेनसोल के प्रमोटर जग्गी बंधुओं के निजी इस्तेमाल के लिए गबन का खुलासा हुआ था, जो इसकी ईवी सहायक कंपनी ब्लूस्मार्ट के लिए था.

सेबी ने कंपनी के प्रमोटर अनमोल सिंह जग्गी और पुनीत सिंह जग्गी को निजी लाभ के लिए सार्वजनिक कंपनी के फंड का दुरुपयोग करने के आरोपों के कारण प्रतिभूति बाजार से प्रतिबंधित कर दिया था.

जग्गी भाईयों ने इस्तीफा दिया
जेनसोल इंजीनियरिंग के प्रबंध निदेशक अनमोल जग्गी और पुनीत जग्गी ने सेबी के उस निर्देश के बाद अपने पदों से इस्तीफा दे दिया, जिसमें उन्हें सूचीबद्ध कंपनियों में कोई भी प्रमुख पद रखने से रोक दिया गया था.

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