नई दिल्ली: बाजार नियामक सेबी (भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड) ने प्रतिभूति बाजारों से प्रमोटरों पर रोक लगाने के बाद बुधवार को जेनसोल इंजीनियरिंग के शेयर की कीमत में सुबह के कारोबार में निचला सर्किट लग गया.
पूंजी बाजार नियामक सेबी ने फंड डायवर्जन और गवर्नेंस उल्लंघन से जुड़े एक मामले में मंगलवार को जेनसोल इंजीनियरिंग और उसके प्रमोटरों अनमोल सिंह जग्गी और पुनीत सिंह जग्गी को अगले आदेश तक प्रतिभूति बाजार में कारोबार करने से प्रतिबंधित कर दिया.
इसके अलावा निर्देश जारी होने तक नियामक ने अनमोल और पुनीत सिंह जग्गी को जेनसोल में निदेशक या अन्य महत्वपूर्ण प्रबंधन पदों पर कार्य करने से प्रतिबंधित कर दिया है.
स्टॉक स्प्लिट पर लगी रोक
जेनसोल इंजीनियरिंग भी खबरों में रही क्योंकि कंपनी ने हाल ही में 1:10 स्टॉक विभाजन की घोषणा की थी. कंपनी ने घोषणा की थी कि असाधारण आम बैठक में इक्विटी शेयरों के अंकित मूल्य 10/- रुपये प्रति शेयर से 1/- रुपये प्रति शेयर तक उप-विभाजन के लिए प्रस्ताव रखा गया है. हालांकि प्रमोटरों पर बाजार नियामक के हाल के प्रतिबंधों के बाद जेनसोल इंजीनियरिंग स्टॉक विभाजन भी रुका रह सकता है.
87 फीसदी टूटा शेयर
जेनसोल इंजीनियरिंग 2025 की शुरुआत से अब तक स्टॉक में 84 फीसदी की गिरावट आ चुकी है और पिछले वर्ष की तुलना में इसमें लगभग 87 फीसदी की गिरावट आई है, जिससे यह स्वच्छ ऊर्जा क्षेत्र में सबसे खराब प्रदर्शन करने वाली सूचीबद्ध फर्मों में से एक बन गई है.