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'पाकिस्तान के साथ खड़े रहेंगे', बहिष्कार के बीच एर्दोगान की हिमाकत, इस्लामाबाद का किया समर्थन - RECEP TAYYIP ERDOGAN

तुर्की के राष्ट्रपति रेचेप तैय्यप एर्दोगन ने इस्लामाबाद के लिए समर्थन जारी रखने का ऐलान किया है.

Erdogan
तुर्की के राष्ट्रपति रेचेप तैय्यप एर्दोगन (फाइल फोटो)
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By ETV Bharat Hindi Team

Published : May 14, 2025 at 5:22 PM IST

3 Min Read

नई दिल्ली: भारतीयों के बहिष्कार के आह्वान के बीच तुर्की के राष्ट्रपति रेचेप तैय्यप एर्दोगन ने अंकारा में कैबिनेट बैठक की अध्यक्षता की. बैठक के बाद उन्होंने अपने संबोधन में पाकिस्तान के प्रति अपना समर्थन जताया. एर्दोगन ने कहा कि अंकारा अच्छे और बुरे समय में पाकिस्तान के लोगों का समर्थन करना जारी रखेगा.

भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव पर टिप्पणी करते हुए उन्होंने दोनों देशों के बीच संघर्ष विराम का स्वागत किया. उन्होंने दोनों देशों के बीच तनाव को कम करने के लिए तुर्की द्वारा किए गए प्रयासों पर भी प्रकाश डाला.

तुर्की मीडिया ने एर्दोगन के हवाले से कहा, "पाकिस्तान के लोगों के प्रति अपने समर्थन की खुलेआम घोषणा करते हुए, हमने तनाव को कम करने के लिए भी गहन प्रयास किए, जो बहुत खतरनाक स्तर तक बढ़ गया था."

इसके अलावा, उन्होंने कहा कि पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ के साथ उनकी टेलीफोन पर बातचीत बहुत महत्वपूर्ण थी. एर्दोगन ने पाकिस्तानियों को उनके समझदार और उदार रवैये के लिए बधाई दी.

सिंधु जल संधि पर बयान
भारत द्वारा सिंधु जल संधि (IWT) को स्थगित किए जाने का हवाला देते हुए एर्दोगन ने कहा, "मुझे उम्मीद है कि युद्ध विराम द्वारा प्रदान किया गया शांत वातावरण अन्य सभी समस्याओं, विशेष रूप से जल मुद्दे के समाधान में मददगार होगा."

तुर्की के बहिष्कार का आह्वान
इस बीच ऑपरेशन सिंदूर और उसके परिणामस्वरूप भारत के खिलाफ पाकिस्तान द्वारा किए गए हमलों को लेकर तुर्की के बहिष्कार का आह्वान किया गया है. भारत और पाकिस्तान के बीच चल रहे तनाव के बीच भारतीय नागरिक तुर्की का बहिष्कार कर रहे हैं. इस क्रम में कई ट्रैवल एजेंसियों ने तुर्की में हॉटल और फ्लाइट बुकिंग रोक दी है

सैन्य बुनियादी ढांचे निशाना बनाने की कोशिश
बता दें कि भारत-पाक दोनों देशों के बीच तनाव उस समय चरम पर पहुंच गया था जब पड़ोसी देश ने 8-9 मई की रात को भारत भर में 36 सैन्य और नागरिक स्थलों को निशाना बनाने का प्रयास किया. विदेश मंत्रालय की प्रेस ब्रीफिंग में विंग कमांडर व्योमिका सिंह ने कहा कि सैन्य बुनियादी ढांचे को निशाना बनाने के लिए पश्चिमी सीमा पर भारतीय हवाई क्षेत्र का कई बार उल्लंघन करने का प्रयास किया गया.

300-400 ड्रोन दागे
उन्होंने कहा कि नियंत्रण रेखा (LoC) और अंतरराष्ट्रीय सीमा पर लेह से सर क्रीक तक 36 स्थानों पर लगभग 300-400 ड्रोन के साथ ड्रोन घुसपैठ का प्रयास किया गया, जो तुर्की के थे. विंग कमांडर सिंह ने आगे कहा, "ड्रोन के मलबे की फोरेंसिक जांच चल रही है. प्रारंभिक रिपोर्ट से संकेत मिलता है कि ड्रोन तुर्की निर्मित असीसगार्ड सोंगर मॉडल हैं."

यह भी पढे़ं- तुर्की ने कैसे भारत के खिलाफ हमले में की पाकिस्तान की मदद ? दागे 300 से ज्यादा ड्रोन

नई दिल्ली: भारतीयों के बहिष्कार के आह्वान के बीच तुर्की के राष्ट्रपति रेचेप तैय्यप एर्दोगन ने अंकारा में कैबिनेट बैठक की अध्यक्षता की. बैठक के बाद उन्होंने अपने संबोधन में पाकिस्तान के प्रति अपना समर्थन जताया. एर्दोगन ने कहा कि अंकारा अच्छे और बुरे समय में पाकिस्तान के लोगों का समर्थन करना जारी रखेगा.

भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव पर टिप्पणी करते हुए उन्होंने दोनों देशों के बीच संघर्ष विराम का स्वागत किया. उन्होंने दोनों देशों के बीच तनाव को कम करने के लिए तुर्की द्वारा किए गए प्रयासों पर भी प्रकाश डाला.

तुर्की मीडिया ने एर्दोगन के हवाले से कहा, "पाकिस्तान के लोगों के प्रति अपने समर्थन की खुलेआम घोषणा करते हुए, हमने तनाव को कम करने के लिए भी गहन प्रयास किए, जो बहुत खतरनाक स्तर तक बढ़ गया था."

इसके अलावा, उन्होंने कहा कि पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ के साथ उनकी टेलीफोन पर बातचीत बहुत महत्वपूर्ण थी. एर्दोगन ने पाकिस्तानियों को उनके समझदार और उदार रवैये के लिए बधाई दी.

सिंधु जल संधि पर बयान
भारत द्वारा सिंधु जल संधि (IWT) को स्थगित किए जाने का हवाला देते हुए एर्दोगन ने कहा, "मुझे उम्मीद है कि युद्ध विराम द्वारा प्रदान किया गया शांत वातावरण अन्य सभी समस्याओं, विशेष रूप से जल मुद्दे के समाधान में मददगार होगा."

तुर्की के बहिष्कार का आह्वान
इस बीच ऑपरेशन सिंदूर और उसके परिणामस्वरूप भारत के खिलाफ पाकिस्तान द्वारा किए गए हमलों को लेकर तुर्की के बहिष्कार का आह्वान किया गया है. भारत और पाकिस्तान के बीच चल रहे तनाव के बीच भारतीय नागरिक तुर्की का बहिष्कार कर रहे हैं. इस क्रम में कई ट्रैवल एजेंसियों ने तुर्की में हॉटल और फ्लाइट बुकिंग रोक दी है

सैन्य बुनियादी ढांचे निशाना बनाने की कोशिश
बता दें कि भारत-पाक दोनों देशों के बीच तनाव उस समय चरम पर पहुंच गया था जब पड़ोसी देश ने 8-9 मई की रात को भारत भर में 36 सैन्य और नागरिक स्थलों को निशाना बनाने का प्रयास किया. विदेश मंत्रालय की प्रेस ब्रीफिंग में विंग कमांडर व्योमिका सिंह ने कहा कि सैन्य बुनियादी ढांचे को निशाना बनाने के लिए पश्चिमी सीमा पर भारतीय हवाई क्षेत्र का कई बार उल्लंघन करने का प्रयास किया गया.

300-400 ड्रोन दागे
उन्होंने कहा कि नियंत्रण रेखा (LoC) और अंतरराष्ट्रीय सीमा पर लेह से सर क्रीक तक 36 स्थानों पर लगभग 300-400 ड्रोन के साथ ड्रोन घुसपैठ का प्रयास किया गया, जो तुर्की के थे. विंग कमांडर सिंह ने आगे कहा, "ड्रोन के मलबे की फोरेंसिक जांच चल रही है. प्रारंभिक रिपोर्ट से संकेत मिलता है कि ड्रोन तुर्की निर्मित असीसगार्ड सोंगर मॉडल हैं."

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