नई दिल्ली: संघ लोक सेवा आयोग (यूपीएससी) ने मंगलवार को सिविल सेवा परीक्षा 2024 का फाइनल रिजल्ट घोषित कर दिया है. इस बार उत्तर प्रदेश के प्रयागराज की रहने वाली शक्ति दुबे ने पहला स्थान हासिल किया है. उन्होंने पांचवें प्रयास में यूपीएससी की परीक्षा पास की और टॉप रैंक हासिल की. इसी को लेकर ईटीवी भारत के ब्यूरो चीफ आशुतोष झा ने यूपीएससी टॉपर शक्ति दुबे से खास बातचीत की.
हम सबका सपना हुआ पूरा
अपनी इस सफलता को ईटीवी भारत के साथ साझा करते हुए शक्ति दुबे ने कहा कि आज जब वह घर पर थीं. लगातार फोन चेक कर रही थी कि नतीजे आ तो नहीं गए. दोपहर में मोबाइल पर एक पीडीएफ फ़ाइल आई, उसे जब अपलोड किया तो पहले नंबर पर नाम देख यकीन नहीं हुआ. लगा किसी ने फेक पीडीएफ भेज दिया है, लेकिन तमाम शुभचिंतकों और जिस इंस्टिट्यूट में वह अभी यूपीएससी छात्रों को पढ़ा रही हैं, वहां से भी जब कॉल आया तब खुशी का ठिकाना नहीं रहा. मां का भी फोन आया. उन्होंने भी बधाई दीं. हम सबका सपना पूरा हुआ.
लगातार तीन परीक्षा में पीटी भी क्लियर नहीं हुआ
यूपीएससी में टॉप रैंक हासिल करना यह कितने सालों की तपस्या थी. इस सवाल पर शक्ति दुबे ने कहा कि वह 2018 में यूपीएससी की तैयारी के लिए दिल्ली आई थी और तब से लगातार की जा रही कोशिश का यह नतीजा है. शक्ति दुबे का यह पांचवा प्रयास था, जिसमें वह टॉप आई है. वह बताई कि इससे पहले यूपीएससी की लगातार तीन परीक्षा में वह पीटी (प्रारंभिक परीक्षा) भी पास नहीं पाई. चौथी बार यूपीएससी की परीक्षा दी तो पीटी, मेन्स पास करते हुए इंटरव्यू तक पहुंचीं, लेकिन अंत में उन्हें सफलता नहीं मिलीं. उन्होंने बताया कि यह महादेव की कृपा है कि पांचवीं कोशिश में यह परिणाम आया है.
करियर के लिए एक और विकल्प लेकर चलना चाहिए
यूपीएससी जैसा मुश्किल परीक्षा पास करना सबका सपना होता है, आजकल पेरेंट्स भी अपने बच्चों से यह बात शेयर करते हैं. उनके लिए आपकी क्या सलाह है? इस पर शक्ति दुबे ने कहा किसी भी परीक्षा की तरह इसे भी एक गंभीर एग्जाम लेकर तैयारी करनी चाहिए. पढ़ाई जरूरी है लेकिन इसके साथ ही करियर में एक और विकल्प और सोच कर छात्रों को तैयारी करना चाहिए. सब कुछ यूपीएससी की परीक्षा ही नहीं है.
कॉलेज की पढ़ाई के बाद दो साल जमकर तैयारी
यूपीएससी परीक्षा के लिए कॉलेज के बाद की पढ़ाई काफी अहम हो जाती है. दो साल मेहनत से तैयारी की जाए, एनसीईआरटी की किताबें, सामान्य ज्ञान की किताबें और सब्जेक्ट पर फोकस करें तो सफलता जरूर मिलेगी. उन्होंने कहा कि ऐसा नहीं लगता कि 8-10 साल की लगातार मेहनत इसके लिए जरूरी है. ग्रेजुएशन की पढ़ाई के बाद तैयारी जरूरी है. उन्होंने अपनी ग्रेजुएशन की पढ़ाई इलाहाबाद यूनिवर्सिटी से की और पोस्ट ग्रेजुएशन की पढ़ाई बनारस हिंदू यूनिवर्सिटी से की है.

बायोकेमेस्ट्री से की पढ़ाई लेकिन यूपीएससी के लिए बदलना पड़ा विषय
उन्होंने बताया कि अंतिम साल में ही उन्होंने मन बना लिया था कि वह यूपीएससी की तैयारी करेंगी. यह सपना लेकर जब शक्ति दुबे दिल्ली आईं तो विषय चयन करने में थोड़ी परेशानी हुई. उन्होंने ग्रेजुएशन और पोस्ट ग्रेजुएशन की पढ़ाई बायोकेमेस्ट्री से की थी. मगर यूपीएससी में यह विषय नहीं होने से उन्हें विषय बदलना पड़ा. वैकल्पिक विषय के लिए पॉलिटिकल साइंस और इंटरनेशनल रिलेशंस लेकर खुद से ही तैयारी की कोई कोचिंग नहीं ली. शक्ति दुबे ने बताया कि जिस विषय से ग्रेजुएशन और पोस्ट ग्रेजुएशन तक पढ़ाई की और यूपीएससी परीक्षा के लिए जब दूसरे विषय से तैयारी करनी पड़ी तो क्या ऐसा कुछ लगा कि यह डबल मेहनत करनी पड़ रही है? इस पर उन्होंने कहा कि लाइफ साइंस सब्जेक्ट ऑप्शनल में है नहीं तो मुझे तय करना पड़ा कि दूसरे विषय लेकर ही वह तैयारी करेंगी. फिर ऐसा विषय चुना जो मुझे लगा सामान्य ज्ञान के साथ उसका कॉन्बिनेशन ठीक हो और उसके बाद तैयारी शुरू की.
पिता यूपी पुलिस में हैं सब इंस्पेक्टर
शक्ति दुबे के पिता देवेंद्र दुबे यूपी पुलिस में सब इंस्पेक्टर हैं. मां कुशल गृहणी हैं. उन्होंने कहा कि यह सपना उनके पिताजी ने ही देखा था. माता-पिता का पूरा सपोर्ट मिला फिर यह हम सब का सपना बन गया और हम सपने को जीने लगे. पिछले 5-6 साल में यह सपना पूरा हुआ और अब आखिरकार सफलता मिली है.
यूपीएससी की तैयारी करने वालों को सलाह
शक्ति दुबे ने पांचवें अटेम्प्ट में टॉप रैंक हासिल किया तो इसके लिए कितने घंटे तैयारी करती थीं? इस पर शक्ति दुबे ने बताया कि 8 से 9 घंटे अगर आप लगन के साथ पढ़ाई करते हैं तो यह बहुत है. यूपीएससी परीक्षा तैयारी करने वाले हैं युवाओं के लिए शक्ति दुबे ने कहा कि यूपीएससी का जो पाठ्यक्रम है उसे देखते हुए ही तैयारी करें. पता होना चाहिए कि क्या जरूरत है. वह हमें स्पष्ट हो, इसके अलावा पिछले सालों के प्रश्न पत्र को ध्यान से पढ़ें उसके साथ तैयारी करें तो सफलता जरूर मिलेगी.
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