नई दिल्ली: भारत के विदेश सचिव विक्रम मिसरी भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव पर भारतीय सरकार की प्रेस ब्रीफिंग का नेतृत्व कर रहे हैं. टॉप भारतीय राजनयिक युद्ध जैसी स्थिति के बीच सबसे आगे रहे हैं. हालांकि, हाल ही में भारत-पाकिस्तान युद्ध विराम की घोषणा के बाद सोशल मीडिया ट्रोल का निशाना बने हैं.
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर दुर्व्यवहार का सामना करने के बाद विक्रम मिसरी ने रविवार को अपना एक्स अकाउंट लॉक कर दिया. इस बीच वरिष्ठ राजनयिक निरुपमा मेनन राव, AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी और समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने उनका समर्थन किया है.
विक्रम मिसरी कौन हैं?
विक्रम मिसरी एक भारतीय विदेश सेवा (IFS) अधिकारी हैं. वह आईएफएस के 1989 बैच के कैरियर राजनयिक हैं. वह चार दिवसीय भारत-पाकिस्तान संघर्ष के दौरान सरकारी कार्यों और निर्णयों का अहम चेहरा थे. इसमें दोनों पक्षों की ओर से सैन्य कार्रवाई को रोकने का फैसला भी शामिल है.
विक्रम मिसरी का शुरुआती जीवन और शिक्षा
राजदूत विक्रम मिसरी का जन्म श्रीनगर में हुआ था और उनकी प्रारंभिक शिक्षा बर्न हॉल स्कूल और डीएवी स्कूल में हुई थी. साथ ही उन्होंने जम्मू कश्मीर के उधमपुर (कार्मेल कॉन्वेंट स्कूल) में भी पढ़ाई की. उन्होंने ग्वालियर के सिंधिया स्कूल से पढ़ाई की और दिल्ली यूनिवर्सिटी के हिंदू कॉलेज से हिस्ट्री ऑनर्स के साथ ग्रेजुएशन की डिग्री और XLRI, जमशेदपुर से एमबीए की डिग्री हासिल की.
राजदूत मिसरी की शादी डॉली मिसरी से हुई है और उनके दो बच्चे हैं. उन्होंने लिंटास इंडिया-बॉम्बे और कॉन्ट्रैक्ट एडवरटाइजिंग-दिल्ली और विज्ञापन फिल्म निर्माण में निजी क्षेत्र में तीन साल तक काम किया था. विक्रम मिसरी एस्पेन इंस्टीट्यूट USA के इंडिया लीडरशिप इनिशिएटिव के फेलो हैं.
विक्रम मिसरी का कूटनीतिक करियर
मिसरी ने 15 जुलाई 2024 को विदेश सचिव का पदभार संभाला. उन्होंने विदेश मंत्रालय, नई दिल्ली में प्रधानमंत्री कार्यालय और यूरोप, अफ्रीका, एशिया और उत्तरी अमेरिका में विभिन्न भारतीय मिशनों में विभिन्न पदों पर कार्य किया है.
विदेश मंत्रालय के अनुसार राजदूत विक्रम मिसरी विदेश मंत्रालय के पाकिस्तान डेस्क का हिस्सा थे. उन्होंने दो विदेश मंत्रियों आईके गुजराल और प्रणब मुखर्जी के स्टाफ में भी काम किया.
प्रधानमंत्री कार्यालय में ज्वाइंट सेक्रेटरी के रूप में सेवा देने के अलावा विक्रम मिसरी ने भारत के तीन प्रधानमंत्रियों - आईके गुजराल, मनमोहन सिंह और नरेंद्र मोदी के निजी सचिव के रूप में भी काम किया.राजदूत मिसरी ने ब्रुसेल्स, ट्यूनिस, इस्लामाबाद और वाशिंगटन डीसी में विदेश में सेवा की. वह श्रीलंका में भारत के उप उच्चायुक्त और म्यूनिख में भारत के महावाणिज्यदूत भी थे.
उन्हें 2014 में स्पेन में भारत का राजदूत, 2016 में म्यांमार में राजदूत और पीपुल्स रिपब्लिक ऑफ चाइना में राजदूत नियुक्त किया गया, जहां उन्होंने जनवरी 2019 से दिसंबर 2021 तक सेवा की.
विदेश सचिव विक्रम मिसरी के समर्थन में कई लोग आए
सोशल मीडिया पर ट्रोलिंग के बाद कई पूर्व राजनयिक और राजनेता विक्रम मिसरी के समर्थन में सामने आए. पूर्व विदेश सचिव निरुपमा मेनन ने वरिष्ठ राजनयिक की ट्रोलिंग को बेहद शर्मनाक बताया और कहा कि यह शालीनता की हर सीमा को लांघता है.
Disgusting to see social media trolling of Foreign Secretary @VikramMisri & family - no professional diplomat doing his job should be subjected to this. Stand strong, Sir - not everyone in this country is as vile as AndhBhakts.
— Mahua Moitra (@MahuaMoitra) May 11, 2025
'सोशल मीडिया पर ट्रोलिंग देखना घृणित'
टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा ने मिसरी से मजबूत बने रहने का आग्रह किया. उन्होंने एक्स पर पोस्ट किया, "विदेश सचिव विक्रम मिसरी और उनके परिवार की सोशल मीडिया पर ट्रोलिंग देखना घृणित है - अपना काम करने वाले किसी भी पेशेवर राजनयिक को इस तरह का सामना नहीं करना चाहिए. मजबूत रहें."
IAS एसोसिएशन की टिप्पणी
IAS एसोसिएशन ने भी टिप्पणी की, "विदेश सचिव विक्रम मिसरी और उनके परिवार के साथ एकजुटता व्यक्त की." इसने एक्स पर पोस्ट किया,"अपने कर्तव्यों का ईमानदारी से पालन करने वाले सिविल सेवकों पर अनुचित व्यक्तिगत हमले बेहद खेदजनक हैं. हम सार्वजनिक सेवा की गरिमा को बनाए रखने की अपनी प्रतिबद्धता की पुष्टि करते हैं."
Vikram Misri was amazing, so were Colonel Sophiya Qureshi and Wing Commander Vyomika Singh. Anyone who thinks otherwise is a fool.
— Vir Das (@thevirdas) May 11, 2025
समर्थन में उतरे कॉमेडियन वीर दास
वहीं, कॉमेडियन वीर दास ने कहा, "विक्रम मिसरी अद्भुत थे, कर्नल सोफिया कुरैशी और विंग कमांडर व्योमिका सिंह भी अद्भुत थे, जो कोई भी इसके विपरीत सोचता है वह मूर्ख है."
निर्णय तो सरकार का होता है; किसी अधिकारी का नहीं।
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) May 11, 2025
ये बेहद संवेदनशील, निंदनीय, शर्मनाक, आपत्तिजनक और दुर्भाग्यपूर्ण बात है कि देश के एक बहुत बड़े अधिकारी और उसके परिवार के ख़िलाफ़ कुछ असामाजिक-आपराधिक तत्व सरेआम अपशब्दों की सारी सीमाएं तोड़ रहे हैं लेकिन उनके मान-सम्मान की रक्षा… pic.twitter.com/scIUETtX1e
अखिलेश यादव ने की निंदा
वहीं, अखिलेश यादव ने कहा, "ये बेहद संवेदनशील, निंदनीय, शर्मनाक, आपत्तिजनक और दुर्भाग्यपूर्ण बात है कि देश के एक बहुत बड़े अधिकारी और उसके परिवार के ख़िलाफ़ कुछ असामाजिक-आपराधिक तत्व सरेआम अपशब्दों की सारी सीमाएं तोड़ रहे हैं, लेकिन उनके मान-सम्मान की रक्षा के लिए न तो भाजपा सरकार, न ही उनका कोई मंत्री सामने आकर ऐसी अवांछित पोस्ट करनेवालों के ख़िलाफ किसी कार्रवाई की बात कर रहा है. ऐसी पोस्ट और बयानों से, दिन-रात एक करके देश के लिए समर्पित रहने वाले सत्यनिष्ठ अधिकारियों का मनोबल टूटता है."
Mr Vikram Misri is a decent and an Honest Hard working Diplomat working tirelessly for our Nation.
— Asaduddin Owaisi (@asadowaisi) May 11, 2025
Our Civil Servants work under the Executive this must be remembered & they shouldn’t be blamed for the decisions taken by The Executive /or any Political leadership running Watan E… https://t.co/yfM3ygfiyt
असदुद्दीन ओवैसी ने किया समर्थन
AIMIM नेता असदुद्दीन ओवैसी ने लिखा," विक्रम मिसरी एक सभ्य और ईमानदार मेहनती राजनयिक हैं जो हमारे राष्ट्र के लिए अथक परिश्रम कर रहे हैं. हमारे सिविल सेवक कार्यपालिका के अधीन काम करते हैं, यह याद रखना चाहिए और उन्हें कार्यपालिका या वतन ए अजीज चलाने वाले किसी भी राजनीतिक नेतृत्व द्वारा लिए गए निर्णयों के लिए दोषी नहीं ठहराया जाना चाहिए."
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