कोलकाता: पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद में हुई हिंसा को लेकर राजनीतिक बयानबाजी भी हो रही है. भाजपा नेता और पूर्व सांसद अर्जुन सिंह ने रविवार को कहा कि उपद्रवियों को देखते ही गोली मारने का आदेश जारी करना चाहिए. एक दिन में ही मुर्शिदाबाद में शांति हो जाएगी.
भाटपारा के मजदूर भवन में मीडिया को संबोधित करते हुए अर्जुन सिंह ने कहा, "मैं उच्च न्यायालय को आग से तबाह मुर्शिदाबाद में शांति बहाल करने के लिए केंद्रीय बलों की तैनाती का आदेश देने के लिए धन्यवाद देता हूं. हालांकि, मुझे लगता है कि न्यायालय को देखते ही गोली मारने का आदेश जारी करने की जरूरत है. तभी सब कुछ ठीक होगा."

वक्फ संशोधन अधिनियम को वापस लेने की मांग को लेकर विरोध प्रदर्शन के दौरान शुक्रवार को मुर्शिदाबाद के कुछ इलाकों में हिंसा हुई थी, तब से स्थिति तनावपूर्ण है. स्थानीय निवासी तोड़फोड़, लूटपाट और आगजनी की घटनाओं से भयभीत हैं. हिंसा से प्रभावित इलाकों में केंद्रीय बलों के रूट मार्च के बाद में निवासियों का डर पूरी तरह से कम नहीं हुआ है.
आरोप है कि मुर्शिदाबाद के धुलियान से सैकड़ों लोग जान बचाने के लिए नदी पार कर पड़ोसी जिले मालदा में शरण ले चुके हैं. पूर्व सांसद अर्जुन सिंह ने रविवार को अपने एक्स हैंडल पर ऐसा ही एक वीडियो ट्वीट किया और दावा किया कि ममता बनर्जी के कुशासन में एक हिंदू परिवार को हिंसा से अपनी जान बचाने के लिए नदी पार कर मालदा के वैष्णवनगर के परलालपुर हाई स्कूल में शरण लेने के लिए मजबूर होना पड़ा.
#WATCH | Kolkata: Union Minister and West Bengal BJP President Sukanta Majumdar says, " the situation has improved a bit (in murshidabad) after the deployment of central forces, but the situation is still not such that hindus can live freely with their heads held high. people who… pic.twitter.com/zyYxAcFXKz
— ANI (@ANI) April 13, 2025
बंगाल के विपक्षी नेता शुभेंदु अधिकारी ने भी इसी मुद्दे पर अपने एक्स हैंडल पर ट्वीट कर ममता बनर्जी की सरकार पर निशाना साधा.
उस ट्वीट के बारे में भाजपा नेता अर्जुन सिंह ने कहा, "यह बिल्कुल सही है कि मैंने मुर्शिदाबाद के धुलियान में मौजूदा स्थिति को उजागर करते हुए ट्वीट किया. दरअसल मुर्शिदाबाद जिले को हिंदू मुक्त बनाने की कोशिश हो रही है. पिछले तीन दिनों से पुलिस की मदद से वहां हिंसा चल रही है. एक हिंदू परिवार को मौत के घाट उतार दिया गया है और पुलिस अधिकारी बड़ी-बड़ी बातें कर रहे हैं. अगर मुख्यमंत्री असल में हिंदू हैं तो उन्हें खुलकर बताना चाहिए कि मुर्शिदाबाद में अशांति के लिए कौन सा समुदाय जिम्मेदार है. वह ढोंगी बन रही हैं और दंगे भड़का रही हैं. अगर बंगाल की संस्कृति और विरासत को नष्ट करने के लिए कोई जिम्मेदार है तो वह ममता बनर्जी हैं."
लोग अभी भी लौटने को तैयार नहीं...
वहीं, केंद्रीय मंत्री और पश्चिम बंगाल भाजपा के अध्यक्ष सुकांत मजूमदार ने रविवार को कहा कि केंद्रीय बलों की तैनाती के बाद मुर्शिदाबाद में स्थिति थोड़ी बेहतर हुई है, लेकिन अभी भी स्थिति ऐसी नहीं है कि हिंदू सिर उठाकर स्वतंत्र रूप से रह सकें. उन्होंने कहा कि मुर्शिदाबाद जिले से भागकर शरणार्थी के रूप में मालदा गए लोग अभी भी लौटने को तैयार नहीं हैं. बंगाल के हिंदू समझ चुके हैं कि ममता बनर्जी पश्चिम बंगाल को लाइट बांग्लादेश बनाने में सफल हो गई हैं.
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