रामनगर: नैनीताल जिले का रामनगर, जहां लाखों पर्यटक जिम कॉर्बेट नेशनल पार्क की सैर करने आते हैं. इसी भीड़भाड़ और भागदौड़ के बीच एक नाम है जो यहां के ज्यादातर मुसाफिरों की जुबां पर है. ये नाम है बैच नंबर 6 के कुली विनोद कुमार शर्मा का. ये कुली अपनी ईमानदारी के लिए प्रसिद्ध है.
रामनगर का ईमानदार कुली: आज हम आपको मिलवाएंगे एक ऐसे शख्स से, जो ना कोई अफसर हैं, ना सेलिब्रिटी, लेकिन उसकी पहचान पूरे क्षेत्र में उनकी ईमानदारी से बनी है. हम बात कर रहे हैं रामनगर रेलवे स्टेशन पर कार्यरत कुली विनोद कुमार शर्मा की, जिनका बैच नंबर 6 है. 30 वर्षों से रामगनर रेलवे स्टेशन पर कुली का काम कर रहे विनोद कुमार शर्मा अब तक 100 से ज्यादा लोगों का लाखों रुपये का कीमती सामान उन्हें लौटा चुके हैं.
100 से ज्यादा लोगों को लौटा चुका उनकी खोई वस्तुएं: रेल की खचाखच भीड़, उतरते-चढ़ते यात्री और इसी भीड़ में विनोद शर्मा, हर दिन अपने काम में जुटे रहते हैं. लेकिन खास बात यह है कि जब भी उन्हें कोई गुम या भूला हुआ सामान मिलता है, वे उसे निस्वार्थ भाव से उसके असली मालिक तक पहुंचाते हैं. कुली विनोद शर्मा कहते है कि-
मुझे जितनी मेहनत से रोज की रोटी मिलती है, वही काफी है. किसी का सामान लौटाना मेरा फर्ज है. जो चीज किसी और की है, वो उसे ही वापस मिलनी चाहिए. सबसे कीमती सामान जो हमने लौटाया, वह था करीब पौने 4 लाख रुपये नकद और सोने के जेवरात. ये सामान एक अटैची में था, जो एक पिता अपनी बेटी की शादी के लिए दिल्ली ले जा रहे थे. उनका नाम था सुरेंद्र सिंह. ट्रेन में चढ़ते वक्त भीड़भाड़ में उनकी अटैची छूट गई. नोटों और गहनों से भरी ये अटैची हमको मिल गई. हमने पूरी ईमानदारी से उस अटैची को सुरेंद्र सिंह तक सही-सलामत पहुंचाया.
-विनोद कुमार शर्मा, कुली नं 6, रामनगर रेलवे स्टेशन-
1 लाख से महंगा मोबाइल लौटाया: कुली विनोद शर्मा कहते हैं कि लोग मुझे कई बार इनाम देना चाहते हैं. पैसे भी ऑफर करते हैं, लेकिन मैं मना कर देता हूं. मेहनत की कमाई से जो मिलेगा, वही जिंदगी में टिकता है. इतना ही नहीं, विनोद ने एक लाख रुपये से अधिक कीमत का मोबाइल फोन भी उसके मालिक को लौटाया. ये मोबाइल उत्तराखंड के एक दूरस्थ गांव से आए हरीश सिंह के दोस्त का था.

विनोद कुमार के दो बेटे पढ़ाई कर रहे हैं: हरीश सिंह कहते हैं कि ऐसे लोग समाज के लिए प्रेरणा हैं. आज जब हर कोई अपने फायदे में लगा है, विनोद जी जैसे लोग भरोसा दिलाते हैं कि अच्छाई अब भी जिंदा है. विनोद शर्मा के दो बेटे हैं जो मुरादाबाद में पढ़ाई कर रहे हैं. वह चाहते हैं कि उनके बच्चे भी यही सीखें कि मेहनत और ईमानदारी से कमाया गया जीवन ही सबसे सुखद होता है.

स्टेशन अधीक्षण को भी अपने कुली पर गर्व: कुली विनोद कुमार शर्मा की इस ईमानदारी पर रामनगर रेलवे स्टेशन के अधीक्षक राजकुमार वर्णवाल भी गर्व महसूस करते हैं. स्टेशन अधीक्षक, राजकुमार वर्णवाल कहते हैं कि-
विनोद शर्मा न सिर्फ हमारे स्टेशन, बल्कि पूरे समाज के लिए प्रेरणा हैं. हम रेलवे विभाग से निवेदन करेंगे कि उन्हें सम्मानित किया जाए.
-राजकुमार वर्णवाल, स्टेशन अधीक्षक, रामनगर रेलवे स्टेशन-
ईमानदारी का पर्याय बने कुली विनोद कुमार शर्मा: आज विनोद कुमार शर्मा का नाम रामनगर ही नहीं, पूरे नैनीताल जिले में ईमानदारी के प्रतीक के रूप में लिया जाता है. अगर इन्हीं की तरह हर व्यक्ति लालच त्यागकर ईमानदारी को अपने जीवन में उतार ले तो फिर अपराध की कई घटनाएं खुद ही रुक जाएंगी.
