रांची: UPSC इंडियन फॉरेस्ट सर्विस परीक्षा 2024 के परिणाम घोषित कर दिए गए हैं. जिसमें झारखंड की कनिका अनभ ने ऑल इंडिया रैंक 1 हासिल कर पूरे राज्य का नाम रोशन किया है. कनिका की इस कामयाबी से परिवार में जश्न का माहौल है. इस सफलता को लेकर ईटीवी भारत संवाददाता चंदन भट्टाचार्य ने कनिका और उनके माता-पिता से खास बातचीत की.
संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) द्वारा आयोजित इंडियन फॉरेस्ट सर्विस (IFS) परीक्षा 2024 के फाइनल परिणाम आ चुके हैं. इस बार इस प्रतिष्ठित परीक्षा की टॉपर बनी हैं झारखंड की राजधानी रांची की रहने वाली कनिका अनभ. कनिका ने देशभर में 1 रैंक प्राप्त कर इतिहास रच दिया है. इस उपलब्धि ने न सिर्फ उनके परिवार को गर्व से भर दिया, बल्कि पूरे राज्य में खुशी की लहर है.
प्रारंभिक शिक्षा रांची के विभिन्न स्कूलों से की हासिल
कनिका की शुरुआती पढ़ाई रांची के प्रतिष्ठित स्कूल जवाहर विद्या मंदिर, श्यामली से हुई. कनिका हमेशा पढ़ाई में अव्वल रही. उन्होंने 2014 में 12वीं की परीक्षा शानदार अंकों के साथ पास की. इसके बाद उन्होंने दिल्ली यूनिवर्सिटी के मिरांडा हाउस कॉलेज में दाखिला लिया. यहीं से उन्हें पर्यावरण और प्रशासन के क्षेत्र में काम करने की प्रेरणा मिली. स्नातक के बाद कनिका ने जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (JNU) से उच्च शिक्षा प्राप्त की और सिविल सेवा की तैयारी में जुट गईं.

पिता रिटायर्ड जज, मां गृहिणी
कनिका के पिता अभय कुमार सिन्हा, झारखंड न्यायपालिका में प्रिंसिपल डिस्ट्रिक्ट जज (खूंटी) के पद से रिटायर्ड हो चुके हैं. सेवानिवृति के बाद वे कोडरमा उपभोक्ता फोरम के चेयरपर्सन के रूप में कार्यरत हैं. मां अनिता सिन्हा एक गृहिणी हैं. उन्होंने कनिका को हर मोड़ पर साथ दिया, उनका मनोबल बढ़ाया और पढ़ाई के लिए एक अनुशासित वातावरण बनाया.
टॉपर कनिका अनभ ने बताई अपबीती
अपनी सफलता पर प्रतिक्रिया देते हुए कनिका कहती हैं, हर असफलता ने मुझे मजबूत बनाया है. उन्होंने कहा कि UPSC एक ऐसा सफर है, जहां धैर्य सबसे बड़ा हथियार होता है. उन्होंने पहले भी कई प्रयास किए, हर बार कुछ नया सीखा. उन्होंने कहा कि यह सफलता केवल मेरी नहीं है, बल्कि उनके माता-पिता, शिक्षकों और हर उस व्यक्ति की है, जिन्होंने उनपर भरोसा किया. उन्होंने कहा कि वह कभी हार नहीं मानी और खुद से वादा किया था कि जब तक मंजिल नहीं मिलती, तब तक रुकना नहीं है.

बेटी की कामयाबी से मां हुई भावुक
अपनी बेटी की सफलता पर कनिका की मां अनिता सिन्हा की आंखें भर आईं. उन्होंने कहा कि कनिका हमारी इकलौती संतान है. बेटी कनिका के लिए हमेशा एक शांत और प्रेरणादायक वातावरण देने की कोशिश की. कनिका की मां ने कहा कि उसने (कनिका) कभी पढ़ाई में कोताही नहीं बरती है. वह छोटी उम्र से ही किताबों की शौकीन थी. कनिका की मां ने कहा कि आज उसने जो कर दिखाया है, वह हर मां-बाप का सपना होता है. उसने हमारे हर त्याग को, हर उम्मीद को सार्थक कर दिया है.
बेटी में संकल्प और सेवा दोनों देखा: कनिका के पिता
आईएफएस टॉपर कनिका के पिता अभय कुमार सिन्हा ने कहा कि कनिका में मैंने संकल्प और सेवा दोनों देखे हैं. उन्होंने कहा कि न्यायपालिका में अपने वर्षों के अनुभव से सीखा कि किसी भी क्षेत्र में सफलता का मूल मंत्र ईमानदारी और मेहनत है. कनिका ने इन मूल्यों को अपने जीवन में अपनाया. उन्होंने कहा कि उसने कभी भी शॉर्टकट नहीं अपनाया है. हर परीक्षा को पूरी गंभीरता से ली है. उसकी सफलता ने साबित कर दिया कि परिश्रम और धैर्य से हर मंजिल हासिल की जा सकती है.
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